अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: थाना नई दिल्ली रेलवे में तैनात सिपाही नरेन्द्र ने ईमानदारी एवं जिम्मेदारी का परिचय देते हुए 1 लाख रूपयों व अन्य दस्तावेजों से भरा बैग उसके असली मालिक विजय जो कि एक मजदूर है, को सौंपा। विजय ने रेलवे प्लेटफार्म पर बैग को खो दिया था। इस प्रसंशनीय कार्य हेतु पुलिस आयुक्त, दिल्ली बालाजी श्रीवास्तव ने सिपाही नरेन्द्र को प्रशस्ति पत्र के साथ 20 हजार नकद पुरस्कार प्रदान किया। खुर्जा (उत्तर प्रदेश) निवासी विजय ने गांव स्थित घर की मरम्मत के लिए अपनी मेहनत की कमाई के 1 लाख रूपये बैंक से निकाले थे। रूपयों व अन्य दस्तावेजों से भरा यह बैग शिवाजी ब्रिज रेलवे स्टेशन पर उस समय छूट गया जब वह अपने गांव जा रहा था।
बीते 30 जून -2021 को सिपाही नरेन्द्र को गश्त के दौरान स्टेशन के प्लेटफॉर्म की बैंच पर एक बैग मिला जिसमें 1 लाख रूपये, बैंक पास बुक, चैक बुक, आधार कार्ड व राशन कार्ड आदि दस्तावेज थे। उसने आसपास के लोगों से पूछताछ की तथा करीब डेढ़ घंटे तक असली मालिक का इंतजार किया। फिर वह पुलिस स्टेशन लौट आया तथा दस्तावेजों में कोंटेक्ट नंबर की तलाश शुरू कर दी, ताकि बैग के मालिक तक पहुंचा जा सके। संबंधित कागजात को लिंक किया ताकि वह मालिक का फ़ोन नंबर प्राप्त कर उसे संपर्क कर सके। जिसमें वह सफल हुए। विजय कुमार से सम्पर्क किया और पता चला कि वह ट्रैन से उतर गया था और अपने कीमती सामान की तलाश कर रहा था। भावुक होते हुए विजय ने बताया कि वह पेशे से मजदूर है तथा गाव मे अपने पैतृक मकान की मरम्मत के लिए उसने पैसा जमा किए थे। उसने उसी दिन बैंक से वह पैसे निकाले थे। ट्रेन में अनाज की 2 बोरी रखते समय वह छोटा बैग भूल गया जिसमे पैसे व अन्य दस्तावेज थे। । सिपाही नरेन्द्र कुमार ने समाज के गरीब एवं जरूरतमंद वर्ग के प्रति ईमानदारी और सेवा की एक मिसाल पेश की है जो सबके लिए प्रेरणादायीं है।
Related posts
0
0
votes
Article Rating
Subscribe
Login
0 Comments
Oldest
Newest
Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments