अरविंद उत्तम की रिपोर्ट
नॉएडा: नोएडा साइबर सेल और फेस तीन थाना पुलिस ने वेबसाइट के जरिये सस्ते दाम पर ब्रांडेड मोबाइल व इलेक्ट्रानिक सामान बेचने का ऑफर देकर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के मास्टरमाइंड सहित चार ठगों को सेक्टर -100 से गिरफ्तार किया है। अब तक लाखों लोगों से एक अरब से ज्यादा रुपए की ठगी कर चुका है यह गिरोह, पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से 10 मोबाइल फोन, 05 लैपटाप व 12 डेबिट कार्ड, 4 आधार कार्ड, 3 पैन कार्ड, 2 इंटरनैट डोगंल, 2 चैक बुक, 2 एप्पल वाच पुलिस ने आरोपियों से ठगी के 17 लाख से ज्यादा रूपए बरामद किए हैं।
पुलिस की गिरफ्त में खड़े अंकित रमोला, हर्षित रमोला, आकाश बंसल और आकाश कंसल चारो शातिर किस्म के ठग है जो अब तक लाखों लोगों से एक अरब से ज्यादा रुपए की ठगी कर चुका है, अंकित रमोला बीकॉम पास है और इस गिरोह का मास्टरमाइंड है। उसका भाई हर्षित रमोला भी शामिल है। यह गिरोह 1 साल से ऑनलाइन ठगी का धंधा कर रहा था पूछताछ में आरोपी ने बताया कि पुलिस से बचने के लिए उन्होंने कोई ऑफिस नहीं खोला था वह अपनी कार में बैठ कर तो कभी अपने फ्लैट से ऑनलाइन ठगी किया करते थे। आरोपियो ने पिछले दिनों निम्बस कंपनी का सर्वर हैक कर 90 लाख लोगों को सस्ते में आइफोन खरीदने का मैसेज भेजा था और उसमें से काफी लोगों से ठगी की गई थी। आरोपियों की मोड्स-आपरेन्टी यह थी कि आरोपी लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए 60 हज़ार का मोबाइल फोन 20 हज़ार में बेचने का वादा करते थे इसके कारण लोगों के जाल में फस जाते थे पुलिस अब इनके खाते को तलाश कर रही है।
डीसीपी नोएडा सेंट्रल हरीश चंद्रने बताया कि फेस तीन में पिछले दिनों निम्बस कंपनी की तरफ से एफआइआर दर्ज कराई गई थी। उनका डाटा को चोरी कर कोई उनके ग्राहको को ऑनलाइन ब्रांडेड मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स सामान को आधी कीमत पर बेचने का ऑफर देकर ठगी कर रहे हैं। साइबर सेल ने मामले कि जांच शुरू की तो उसे आरोपियों के मोबाइल नंबर और उनके लैपटॉप का आईपी एड्रेस आ गया था।इसके आधार पर जांच करते हुए साइबर सेल ने फेस तीन थाना पुलिस की मदद से गिरोह के चार आरोपियों को सेक्टर-100 से गिरफ्तार किया। पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से 10 मोबाइल फोन, 5 लैपटाप व 12 डेबिट कार्ड, 4 आधार कार्ड, 3 पैन कार्ड, 2 इंटरनैट डोगंल, 2 चैक बुक, 2 एप्पल वाच पुलिस ने आरोपियों से ठगी के 17 लाख से ज्यादा रुपये बरामद किए हैं। प्राथमिक जांच में सामने आया कि ये गिरोह अब तक लाखों लोगों से एक अरब से ज्यादा रुपए की ठगी कर चुका है जिनमें 10 राज्यों के लोग शामिल है और लग्जरी कार में घूमते थे और कार से इंटरनेट के माध्यम से अपने ठगी के कारोबार को अंजाम देते थे।