अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: शुक्र हैं कि आज जिले में मौसम विभाग के अलर्ट के मुताबिक थोड़ी बहुत ही बारिश हुई, यदि कल के मुताबिक आज उतनी बारिश हुई होती तो न जाने क्या होता, हालांकि एहतियातन तौर जिला उपायुक्त विक्रम द्वारा जारी एडवाइजरी के कारण सड़कों पर वाहनों तादाद में काफी कमी दिखाई दिए, इससे यातायात पुलिस को काफी राहत मिली हैं। आज शहर में वीरवार को हुई तेज बारिश का असर शहर में देखने को मिला, आज ओल्ड फरीदाबाद व ग्रीन फ़ील्ड कॉलोनी रेलवे अंडरपास में लगभग 10 -12 फुट ऊंचाई तक पानी भरा रहा,
इस कारण से बड़खल , नीलम पुल व बाटा फ्लाईओवर के ऊपर गाड़ियों की लंबी कतारें सुबह वक़्त देखी गई, का असर बड़खल , अजरौंदा , बाटा मोड़ पर के रेड लाइटों पर भी गाड़ियों लंबी कतारे देखने को मिला। हालांकि कुछ घंटों के बाद, ये लम्बी कतारे हल्की पड़ गई,इस खबर में ओल्ड फरीदाबाद रेलवे अंडरपास का वीडियो व तस्बीर प्रकाशित की गई है,इसमें आप स्वंय देख सकते हैं कि लबालब कितना ज्यादा पानी भरा हैं, शुक्र हैं कि इस पानी में कोई गाडी फंसा नहीं। ये पानी आज का नहीं हैं, क्यूंकि आज इतना ज्यादा बारिश शहर में नहीं हुई हैं। ये पानी कल हुई बारिश की हैं।
देखा गया हैं कि नेशनल हाईवे-2, फरीदाबाद से बल्लभगढ़ के बीच में सड़क पर घुटने से कहीं ऊपर तक पानी भरे हुए दिखाई दिए जिसमें बड़ी -बड़ी गाड़ियां बंद हो गई , और घंटों तक पानी में लोग फंसे रहे, बाइक का तो हेंडल छोड़ कर उसका सारा हिस्सा पानी में डूबे हुए दिखाई दिए। इसके आगे कई बार लम्बी लम्बी जाम दिखाई दी , जिसमें सभी प्रकार की गाड़ियां फंसी हुई दिखाई दिए, पर ये जाम बहुत ज्यादा समय तक नहीं चल सका। इस स्थान पर पानी में फंसे हुए गाड़ी का वीडियो इस खबर प्रकाशित की गई हैं। जो आप इस खबर में स्वयं देख सकते हैं। इसके अतिरिक्त सेक्टर -4 रोड सहित कई सेक्टरों और कॉलोनी में भरे होने के कारण परेशान नजर आए , इसके कारण कई कई घंटों से कई इलाकों और सेक्टरों बिजली बंद रही, जब बिजली नहीं तो लोगों को जरूरत के लिए पानी कहां से आएगा ,
क्योंकि बिजली के बिना मोटर तो चलेगी नहीं, इसे ही स्मार्ट सिटी कहते हैं क्या। फरीदाबाद के सेक्टर -29 हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में दिन के लगभग 12 बजे से रात के 9 बजे तक यानी लगभग 10 घंटे तक बिजली गुल रही, यदि कोई मरम्मत का काम चल रहा था तो इसके लिए कोई बात नहीं, इसमें तो समय लगता ही हैं, पर इस बारे में सम्बंधित कनिष्ठ अभियंता ,
एसडीओ व अधीक्षक अभियंता को कई बार हकीकत जानने के लिए एक पत्रकार ने फोन किया गया इनमें से किसी ने एक बार भी अपना फोन नहीं उठाया, एकाध बार अधीक्षक अभियंता नरेश कक्कड़ को फोन करने पर उनके सहयोगी के फोन जरूर आए पर वह भी बातें सुन कर बिल्कुल बैठ गए। ये भी नहीं बताया कि फाल्ट क्या हैं , और कब तक बिजली आएगी। सरकार ने इन सभी अधिकारियों को सरकारी फोन इस लिए दिए हुए हैं ,
ताकि जनता की आवाज उन तक पहुंचे , और उनकी समस्याओं का समाधान हो सकें, पर इन तीनों अधीकारियों ने पत्रकार का ही फोन नहीं उठाया ,आम जनता की आवाज क्या सुनेंगे, मुख्यमंत्री मनोहर लाल, बिजली मंत्री रंजीत सिंह एंव बिजली विभाग के एमडी पीसी मीणा को इस मामले में कोई कठोर कार्रवाई जरूर करनी चाहिए।
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