अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने कोरोना के मद्देनजर किए गए लाॅक डाउन के दौरान लोगों तक आवश्यक सेवाओं से जुड़ी वस्तुएं आसानी से पहुंचाने के लिए महत्वपूर्ण फैसले ली है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि लोगों की सुविधा के मद्देनजर आवश्यक सेवाओं से जुड़ी ई-कामर्स कंपनियों को होम डिलीवरी करने की अनुमति दे दी गई है। ऐसी कंपनियों के कर्मचारी अपना आईकार्ड दिखा कर सेवा दे सकते हैं। डीएम, डीसीपी, एसडीएम और एसपीपी को अपने क्षेत्र में जरूरी सामान, सब्जी, किराना, राशन, दवा की दुकानें और दवा बनाने वाली फैक्ट्रियों को खोलना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। अब आवश्यक सेवाओं से जुड़ी दुकानें 24 घंटे खोले रखने की अनुमति दे दी गई है, ताकि दिन में दुकानों पर अनावश्यक भीड़ न लगे। दिल्ली पुलिस को आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करने वाले लोगों को बिना पास भी जाने की अनुमति देने के लिए निर्देशित किया गया है। दिल्ली में एक और मरीज बढ़ गया है और कुल 36 केस हो गए हैं। दिल्ली में कोरोना के प्रकोप की रोकथाम और लाॅक डाउन के दौरान लोगों तक आवश्यक सेवाएं पहुंचाने को लेकर एलजी अनिल बैजल,मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने पुलिस और प्रसाशनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर वर्तमान हालात की समीक्षा की। बैठक के बाद एलजी अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने संयुक्त रूप से डिजिटल प्रेस वार्ता कर लोगों को बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण फैसलों की जानकारी दी।
एलजी अनिल बैजल ने कहा कि दिल्ली की जनता सरकार के साथ सहयोग कर रही है और लाॅक डाउन का पूरी तरह से पालन कर रही है। कुछ समस्याएं हमारे सामने आई हैं, उनका हल भी निकाला जा रहा है। लोगों को आवश्यक सेवाएं शीघ्र मिल सके, इसके लिए सरकार ने आॅनलाइन सेवाएं उपलब्ध कराने वाले लोगों को अनुमति दी है। पुलिस को भी सहयोग करने की हिदायत दे दी गई है। पुलिस ने भी अपना आदेश जारी कर दिया है। ई-काॅमर्स कंपनियों से एक तबके को आवश्यक वस्तुएं की मिल जाएंगी। आवश्यक वस्तुएं जमीनी स्तर पर लोगों तक पहुंच रही है या नहीं, इसके लिए सरकार ने सभी डीएम, डीसीपी, एसडीएम और एससीपी को वीडियो कांफ्रेंसिंग कर साफ-साफ कहा गया है कि यह सुनिश्चित करना उनकी ड्यूटी है कि दुकानें खुली रहें और वह दुकानें आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई कर रही हों। एलजी ने कहा कि फैसला लिया गया है कि दिन में अधिक भीड़ न हो, इसके लिए हम 24 घंटे आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को खोलने की अनुमति दे रहे हैं। जो लोग 24 घंटे दुकानें खोलना चाहते हैं, वह खोल सकते हैं। यह सभी के लिए आवश्यक नहीं है। लेकिन जो लोग खोलना चाहते हैं, वो खोल सकते हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अभी तक दिल्ली में 36 केस हुए हैं। पिछले एक दिन में एक केस और बढ़ा है। कल तक दिल्ली में कुल 35 केस थे। इन 36 केस में से 26 केस विदेशों से आए लोगों के हैं और उन 26 लोगों की वजह से 10 और लोगों को हुआ है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। अभी यह लोगों में बीमारी फैल नहीं रही है। केंद्र सरकार, दिल्ली सरकार और आप सब लोगों ने मिल कर इसे अब तक नियंत्रित किया है और यह बहुत अच्छा है। अभी अपनी पीठ थपथपाने का समय नहीं है। अभी आने वाले समय में इसे और नियंत्रित करने का समय है। क्योंकि दूसरे देशों का अनुभव बताता है कि जब यह फैलता है तो बहुत तेजी से फैलता है। लाॅक डाउन के बाद अब ज्यादातर लोग अपने घरों में रहने लगे हैं। कुछ लोग अभी भी अपने घर में नहीं रह रहे हैं। उन सभी लोगों से मैं हाथ जोड़ कर विनती करना चाहता हूं कि कहीं कुछ लोगों की गलती से यह ज्यादा न फैल जाए। इसलिए सभी लोग अपने-अपने घरों में ही रहें। जब तक बहुत ज्यादा जरूरी नहीं हो और साग-सब्जी, दूध आदि लेने के लिए घर से बाहर न निकलना हो, तब तक बाहर न निकलें।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आप लोगों तक सब्जियां, राशन का सामान, फल और दवाइयां आदि पहुंच सके, इसके लिए सरकार पूरा प्रयास कर रही है। जो लोग आवश्यक सेवाएं उपलब्ध कराते हैं, सब्जी बेचने रहे रेहड़ी वाले, दुकानदार, दवाई की दुकान, दवाई बनाने वाली फैक्ट्री के कर्मचारियों को सरकार ने ई-पास देना शुरू कर दिया है। किसी को पास के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं है। ऐसे लोग हेल्प लाइन नंबर 1031 पर फोन करें। आपको बता दिया जाएगा कि किस नंबर पर वाट्सएप करना है और आपके वाट्सएप नंबर पर ही पास आ जाएगा। जिनको अपने कर्मचारियों के लिए पास की जरूरत है, वो भी आवेदन कर सकते हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज दिल्ली के सभी डीएम, डीसीपी और पुलिस कमिश्नर के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग पर मीटिंग हुई है। बैठक में तय किया गया है कि हर एसडीएम और एसीपी की यह सुनिश्चित करने की व्यक्तिगत ड्यूटी होगी कि उनके इलाके के अंदर सब्जी की दुकानें खुलें और वहां सब्जियां हों। किराना की दुकान खुलें और उसमें किराना का सामान हो। राशन की दुकानें खुलें और उसमें राशन हो। दवाइयों की दुकानें और उसमें दवाइयां हों। उसी तरह उनके इलाके में जितनी भी दवाइयां बनाने की फैक्ट्रियां और बेयर हाउसेज हैं, उन्हें भी खुलवाने और उसमें सामान होने की जिम्मेदारी एसडीएम और एसीपी की होगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सभी पुलिसकर्मियों से कहा गया है कि जब सड़क पर कोई दूध वाला दूध लेकर जा रहा है और उसके पास पहचान पत्र नहीं है, तो उसको बिना पहचान पत्र के ही जाने की अनुमति दे दी जाए। कोई सब्जी वाले के पास पहचान पत्र नहीं है, तो उसे भी अनुमति दे दी जाए। अगर हम देख रहे हैं कि आवश्यक सेवाओं को लेकर कोई व्यक्ति सड़क पर जा रहा है और उसके पास ई-पास नहीं है, तो उसे अनुमति दे दी जाए। ई-पास देने की प्रक्रिया चलती रहेगी, लेकिन उसे भी रोका न जाए।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एक बड़ा फैसला लिया गया है कि होम डिलीवरी वाली कंपनियों को भी अनुमति दे दी गई है। होम डिलीवरी में काम करने वाले कर्मचारियों को कंपनी अपना आईकार्ड देती है, तो वह भी मान्य होगा। दुकानों पर भीड़ न लगे, इसके लिए फैसला लिया गया है कि आवश्यक सेवाओं से जुड़ी फैक्ट्रियां और दुकानें 24 घंटे काम कर सकती हैं।मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार के मोहल्ला क्लीनिक के एक डाॅक्टर में भी कोरोना वायरस पाया गया है। उन्हीं के परिवार में उनकी पत्नी और बेटी में भी कोरोना पाया गया है। यह हमारे लिए दुख की बात है। लेकिन यह गलत फहमी फैल रही है कि सभी मोहल्ला क्लीनिक बंद किए जा रहे हैं। मैं स्पष्ट कर दूं कि कोई भी मोहल्ला क्लीनिक बंद नहीं किया जा रहा है। अगर मोहल्ला क्लीनिक बंद कर दिए गए तो लोगों को दूर-दूर बड़े अस्पतालों में जाना पड़ेगा। मोहल्ला क्लीनिक खुलेंगे, लेकिन हम वहां पर पूरी ऐहतियात बरतेंगे। डाॅक्टर खुद भी और मरीजों से भी ऐहतियात बरतने के लिए कहेंगे। ताकि सभी सुरक्षित रहें। यह काफी कठिन परिस्थिति है। सभी लोग एक-दूसरे से सीख रहे हैं। कई सारी और राज्य सरकारें अच्छा काम कर रही हैं, उनसे भी हम लगातार संपर्क में हैं और उनसे सीख रहे हैं। इस समय आप सभी लोगों का साथ चाहिए। कई बड़ी संस्थाओं ने आगे बढ़ कर खाना वितरण में सरकार की मदद करना चाहती हैं। गरीबों को खाने का पैकेट देना चाहते हैं। हम सभी का धन्यवाद करना चाहते हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोरोना वायरस के जांच की सुविधा बढ़ा दी गई है। जो भी डाॅक्टर, नर्स, टेक्निकल या पैरामेडिकल स्टाॅफ कोरोना वायरस से ग्रसित मरीज से सीधे संपर्क में रह रहे हैं, उनका हम लगातार जांच कराते रहेंगे। ताकि समय पर जानकारी मिल सके और उनका इलाज किया जा सके।