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दिल्ली

स्कूल निर्माण में ढिलाई बरतने वाले इंजिनियरों को मिला ‘कारण बताओ नोटिस’, होगी विभागीय कारवाई-आतिशी


अजीत सिन्हा की रिपोर्ट 
नई दिल्ली:स्कूल निर्माण में देरी पर पीडब्ल्यूडी मंत्री आतिशी ने तुरंत एक्शन लिया है.बुधवार को पीडब्ल्यूडी मंत्री आतिशी द्वारा रोहिणी सेक्टर-6 स्थित दिल्ली सरकार के स्कूल में बन रहे नई बिल्डिंग ब्लाक का निरीक्षण किया गया. यहाँ पीडब्ल्यूडी मंत्री आतिशी ने निर्माण कार्य में देरी और लापरवाही पाई. जिस पर तुरंत एक्शन लेते हुए विभाग द्वारा मंत्री के निर्देश पर एग्जीक्यूटिव इंजीनियर, जूनियर इंजीनियर व असिस्टेंट इंजीनियर को कारण बातों नोटिस भेजा गया है। और 3 दिनों के भीतर इंजीनियरों द्वारा संतोषप्रद जवाब नहीं दिया जाता है तो उनके खिलाफ विभागीय कारवाई की जाएगी.बुधवार सुबह सर्वोदय विद्यालय, सेक्टर-6, रोहिणी के दौरे पर पीडब्ल्यूडी मंत्री ने पाया कि यहाँ बन रहे नई बिल्डिंग ब्लॉक का निर्माण कार्य तय समय से काफी पीछे चल रहा है. टॉयलेट ब्लाक में टाइलिंग, सैनिटरी फिटिंग और अन्य फिनिशिंग वर्क अब तक पूरा नहीं हुआ है . नए ब्लाक के क्लासरूम में इलेक्ट्रिसिटी फिटिंग का काम भी अब तक पूरा नहीं हुआ है .  

उन्होंने पाया कि एक ओर काम तय समय से पीछे चल रहा है तो दूसरी ओर यहाँ श्रमिकों की संख्या भी बेहद कम है . साथ ही निरीक्षण के दौरान पाया गया कि कुछ कमरों में फ्लोरिंग ठीक से नहीं हुआ है और कुछ पत्थरों में दरारें आ गई हैं। बिल्डिंग में रंग के छींटे इधर-उधर दिखाई दे रहे हैं और अभी सफाई का काम भी बाकी है.इन सभी लापरवाहियों को देखते हुए पीडब्ल्यूडी मंत्री आतिशी ने इंजीनियरों की कड़ी फटकार लगाई और उच्चा धिकारियों को निर्देश दिए कि काम में लापरवाही और ढिलाई बरतने वाले सभी लोगों पर कड़ी कारवाई की जाए.पीडब्ल्यूडी मंत्री ने कहा कि केजरीवाल सरकार में शिक्षा के प्रति लापरवाही बरतने वाले लोगों के साथ कोई समझौता नहीं किया जायेगा. हम अपने स्कूलों के निर्माण में किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं कर सकते है और जो भी ऐसा करता पाया जायेगा उसे बख्शा नहीं जायेगा.इसपर संज्ञान लेते हुए विभाग ने एग्जीक्यूटिव इंजिनियर, सिविल व इलेक्ट्रिकल को कारण बातों नोटिस भेजते हुए जवाब मांगा गया है कि ‘फील्ड ड्यूटी पर लापरवाही दिखाने पर एग्जीक्यूटिव इंजीनियर व उनके अधीनस्थ फील्ड स्टाफ जूनियर इंजीनियर व असिस्टेंट इंजीनियर के खिलाफ उचित विभागीय कार्रवाई क्यों न की जाए’. अगर विभाग को  3 दिनों के भीतर संतोषप्रद जबाव नहीं मिलता है तो इन सभी के खिलाफ कड़ी कारवाई की जाएगी. साथ ही पीडब्ल्यूडी मंत्री ने निरीक्षण के दौरान जो खामिया पाई उसे 10 दिन के अन्दर दूर नहीं किया जाता है तो एजेंसी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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