अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
ग्रेटरनोएडा: इलेक्ट्रॉनिका इंडिया और प्रोडक्ट्रॉनिका इंडिया ने पूरे देश से इलेक्ट्रॉनिक्स पेशेवरों की रिकॉर्ड भागीदारी के साथ 25 सितंबर,2019 को इस उद्योग के लिए अपने दरवाजे खोलइलेक्ट्रॉनिका इंडिया और प्रोडक्ट्रॉनिका इंडिया के 2019 के संस्करण में 18 देशों से 650 से ज्यादा प्रदर्शक हिस्सा ले रहे हैं जिसके साथ ही ये भारत में इलेक्ट्रॉनिक कलपुर्जों और मशीनरी के लिए सबसे बड़े ट्रेड शो बन गए हैं मेक इन इंडिया पहल के तहत भारत सरकार ने निर्माण क्षेत्र की भागीदारी बढ़ाने पर जोर दिया है सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वर्ष 2022 तक 16 से 25 प्रतिशत तक बढऩे और 2022 तक 10 करोड़ नए रोजगार पैदा होने का अनुमान है मैसे मुनचेन इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भूपिंदर सिंह ने कहा, ‘इस साल एक्जीबिशन स्पेस की संख्या 70 प्रतिशत तक बढ़ाई गई जिससे 2019 का संस्करण सबसे बड़ा बन गया है।
इलेक्ट्रॉनिका इंडिया और प्रोडक्ट्रॉनिका इंडिया ने भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री के लिए प्रमुख व्यापार मेलों के तौर पर अपनी पहचान बनाई है।व्यापार मेला निर्माण क्षेत्र में कई वैश्विक और क्षेत्रीय ख्याति वाली कंपनियों की उपस्थिति दर्ज कर रहा है। ये कंपनियां इसमें अपनी तकनीकी नवीनता को प्रदर्शित कर रही हैं। इनमें से कुछ हैं एसटीमाइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स, ली चैम्प (साउथ ईस्ट एषिया) पीटीई लिमिटेड, निशिकॉन कॉरपोरेशन, मिलेनियम सेमीकंडक्टर्स, पैनासोनिक, एएसएम, जेयूकेआई, हुमीसील, यामाहा एसएमटी, माइक्रोनिक, क्योरित्सू, इलेक्ट्रोल्यूब।दो समवर्ती सम्मेलनों ई-ऑटोमोटिव कॉन्फ्रेंस और सीईओ फोरम के साथ इनकी शुरुआत हुई।
इस कार्यक्रम में ऑटोमोटिव इलेक्ट्रॉनिक्स और ईएसडीएम उद्योगों से प्रमुख गेम चेंजर्स और इनोवेटर्स की उपस्थिति दर्ज की गई और भारत को ईएसडीएम तथा वाहन सेगमेंटमें इलेक्ट्रॉनिक नवाचार के लिए एक ग्लोबल हब बनाने के लिए श्रेष्ठ रणनीतियों पर व्यापक चर्चा हेतु उपयुक्त प्लेटफॉर्म मुहैया कराया।ई-ऑटोमोटिव कॉन्फ्रेंसऔर सीईओ फोरम तीसरा ई ऑटोमोटिव कॉन्फ्रेंस ‘स्मार्ट मोबिलिटी के लिए स्मार्ट इलेक्ट्रॉनिक्स- वाहन इलेक्ट्रॉनिक्स तथा ईवी कम्पोनेंट में नई प्रौद्योगिकियों पर ध्यान विषय पर केंद्रित था। कॉन्फ्रेंस में वाहन उद्योग के हितधारकों के लिए मजबूत, प्रगतिशील और महत्वपूर्ण केंद्र बिंदुओं पर विचार किया गया और उन्हें एक एकीकृत मंच पर सहयोग करने में सक्षमबनाया गया तथा ऑटो-इलेक्ट्रॉनिक्स प्रगति से अवगत कराया गया। सीईओ फोरम का चौथा
संस्करण’एक लाख करोड़ डॉलर की डिजिटल अर्थव्यवस्था के विजन को साकार क•रने-कम्पोनेंट और डिजाइन-केंद्रित निर्माण के योगदानÓ पर केंद्रित था। फोरम में ईएसडीएम इंडस्ट्री से मध्यम तथा वरिष्ठ स्तर के प्रबंधन अधिकारियों ने हिस्सा लिया और इसमें स्थानीय निर्माण संभावना को बढ़ाने तथा भारतीय निर्यातकों को वैश्विक रूप से मजबूत बनाने के लिए प्रौद्योगिकी के चयन के संबंध में उद्योग दिग्गजों की उपस्थिति दर्ज की गई।बायर-सेलर फोरम में अच्छी उपस्थिति दर्ज की गई। इस फोरम में समुदाय ने नए संपर्क बनाने और आगामी व्यावसायिक संभावनाएं तैयार करने में दिलचस्पी दिखाई प्रतिभागी खरीदारों में कुछ थे- हेल्ला इंडिया ऑटोमोटिव प्राइवेट लिमिटेड, होंडा कार्स इंडिया लिमिटेड, इंटेज टेक्नोलॉजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, लावा इंटरनैशनल, मैगनेटीमैरेली इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, सैमसंग इंडिया इलेक्ट्रॉनिक्स, सिक्योर मीटर्स लिमिटेड, सोनी ईएमसीएस मलेशिया, वैलियो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, वीवो इंडिया मोबाइल प्राइवेट लिमिटेड, व्हर्लपूल कॉरपोरेशन, ष्याओमी इंडिया टेक्नोलॉजी, वैरॉ• इंजीनियरिंग लिमिटेड, मिंडा कॉरपोरेशन लिमिटेड, एथर एनर्जी, हैवेल्स इंडिया लिमिटेड, एटीएंडएस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, बजाज मोटर्स लिमिटेड-गुडग़ांव, वोल्टास लिमिटेड, फॉक्सकॉन इंडिया, मारुति सुजूकी इंडिया लिमिटेड।