अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
नोएडा सेक्टर-58 कोतवाली पुलिस ने राज्यों में प्रतियोगी परीक्षाओं का पेपर आउट कराने और परीक्षार्थी की जगह नकली परीक्षार्थी को बैठकर पास कराने का ठेका लेने वाले सॉल्वर गैंग का पर्दाफाश किया है। इस गैंग में आर्मी से रिटायर्ड 3 जवान समेत दस शातिर आरोपियों पुलिस ने गिरफ्तार किया हैं और इनके पास से नौ लाख 15 हजार की नकदी, दो-दो लाख के दो चेक, दो चार पहिया वाहन और विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के 28 प्रवेश पत्र बरामद हुए हैं। यूपी सहित पांच राज्यों में ढ़ाई साल से सक्रिय था ये गैंग. पुलिस अन्य आरोपितों की तलाश में जुटी हैं।
पुलिस की गिरफ्त में खडे ये आरोपी सॉल्वर गैंग सदस्य है जिन्हे सेक्टर-58 कोतवाली पुलिस ने सेक्टर-58 कोतवाली क्षेत्र स्थित त्रिफला पार्क के पास से गिरफ्तार किया है. आरोपियों की पहचान हरियाणा निवासी विकास शर्मा, सुनील कुमार व सतनाम और राजस्थान निवासी वीरेंद्र यादव, लायक, जितेंद्र यादव, महिपाल यादव व गोरखपुर निवासी लाखन सिंह और बिहार निवासी उमेश कुमार तातवार के रूप में हुई है। एडीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि गिरफ्त में आया साल्वर गिरोह पिछले ढाई सालों से सक्रिय है और यूपी सहित पांच राज्यों में प्रतियोगी परीक्षाओं का पेपर आउट करवाते हैं। आरोपित सुनील, सतनाम और लाखन आर्मी से रिटायर्ड हैं। कई अन्य आरोपितों की तलाश में पुलिस की टीमें दबिश दे रही हैं। एडीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि गिरफ्त में आया साल्वर गैंग के सदस्य हरियाणा स्टाफ सलेक्शन कमीशन की ओर से कांस्टेबल की भर्ती की परीक्षा से संबंधित परीक्षा का पेपर लीक कराने के मकसद से नोएडा में एकत्र हुए थे। एडीसीपी ने बताया कि गिरोह के सदस्य परीक्षा पास कराने के लिए 50 हजार तक की रकम वसूलते थे। मल्टीटास्किंग नान टेक्निकल स्टाफ परीक्षा के लिए 35, राजस्थान राज्य विद्युत प्रशासन निगम की परीक्षा के लिए 30, नेशनल इलिजिबीलिटी कम प्रवेश परीक्षा के लिए 30, राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड सीधी परीक्षा के लिए 35, हरियाणा स्टाफ सलेक्शन कमीशन के लिए 40 और राजस्थान पब्लिक सर्विस कमीशन के लिए 50 लाख रुपये वसूलते थे। एडीसीपी ने बताया कि सॉल्वर गैंग के सदस्य महज हाईस्कूल और इंटरमीडिएट पास हैं। स्नातक और परास्नातक पास अभ्यर्थी इनके जाल में फंस जाते थे। रविवार को नोएडा में होने वाली परीक्षा में अभ्यर्थी दीपक के स्थान पर एक अन्य अभ्यर्थी को बैठाने की तैयारी थी। सतनाम, सुनील, विकास शर्मा, महिपाल और जितेंद्र ने बताया कि सोमवार को ही पेपर आउट कराने की तैयारी थी। पेपर आउट की कापी उमेश, अभिनव,वीरेंद्र, लायक और लाखन से लेनी थी। शुरुआत में चार लाख अभ्यर्थी को देने थे बाकी का पैसा काम होने के बाद देना होता था। पेपर प्राप्त करने के पहले ही आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गए।