संवाददाता : दक्षिण कश्मीर के कुलगाम और शोपियां जिलों में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में चार आतंकवादियों के मारे जाने के बाद भड़की हिंसा के मद्देनजर आज सुबह निषेधाज्ञा लागू कर दी गयी। कुलगाम के नागबल फरिसाल में हुए मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन और लश्कर ए तैयबा के दो-दो आतंकवादियों के मारे जाने के दक्षिण कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में भारी विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गये। मुठभेड़ के दौरान सेना के दो जवान शहीद भी हुए हैं और एक आम आदमी भी मारा गया। विरोध-प्रदर्शनों के दौरान सुरक्षा बलों की कार्रवाई में एक व्यक्ति की मौत हो गयी और 10 से अधिक लोग घायल हो गये।
हुर्रियत कांफ्रेंस के दोनों धड़ और जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट ने आत्मनिर्णय के अधिकार की मांग को लेकर घाटी में हड़ताल और 15 फरवरी को‘कुलगाम चलो’का आह्वान किया है। हड़ताल के आह्वान के मद्देनजर प्रशासन ने कुलगाम और शोपियां में किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी है। लोगों को घरों के भीतर रहने के निर्देश दिए गये हैं।
दोनों जिलों के मुख्य शहरों और तहसील मुख्यालयों में सुरक्षा बलों के सैकड़ जवान बुलेटप्रूफ जैकेट पहनकर स्वचालित हथियारों के साथ तैनात हैं। मुख्य सड़क को कांटेदार तारों से बंद कर दिया गया है और लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलने के निर्देश दिए गये हैं। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि उन्हें दूध, सब्जियां और ब्रेड जैसी आवश्यक वस्तुएं खरीदने के लिए भी बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी जा रही है।