अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़:हरियाणा पुलिस अकादमी मधुबन के सरदार पटेल हॉल में साइबर अपराध और कानूनी जागरूकता पर न्याययिक अधिकारियों एवं लोक अभियोजकों के लिए आयोजित 3 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आज यहां सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। यह कार्यक्रम गृह मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वावधान में आयोजित किया गया,इसमें 10 न्याययिक अधिकारियों व 10 लोक अभियोजकों ने भाग लिया। समापन सत्र में हरियाणा गुप्तचर विभाग के प्रमुख एडीजीपी अनिल कुमार राव ने मुख्य अथिति के रूप में शिरकत की।
एडीजीपी अनिल कुमार राव ने प्रतिभागी अधिकारियों से साइबर के प्रभाव और चुनौतियों पर विमर्श किया। उन्होंने कहा कि साइबर अपराधों से सुरक्षित रहने के लिए प्रत्येक स्तर पर जागरूकता की आवश्यकता है। इंटरनेट और कम्प्यूटर ने हमारी जिंदगी को आसान बना दिया है लेकिन साथ ही इससे हमारे सामने अपने धन और निजता को सुरक्षित रखने की चुनौती भी पैदा हो गई है। जागरूकता के अभाव में और थोड़े से पैसे बचाने की मानसिकता के कारण आज हमारे देश में लगभग पौने दो लाख कम्प्यूटर किसी न किसी साइबर अपराध में सहायक सॉफटवेयर से प्रभावित हैं। उन्होंने कहा कि साइबर साक्षरता के बिना हम साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में आगे नहीं बढ़ सकते। उन्होंने कहा कि साइबर मामलों से निपटने के लिए देश और विशेष रूप से हरियाणा में पुलिस के विवेचना अधिकारियों, न्यायिक अधिकारियों और लोक-अभियोजकों में क्षमता विकास के लिए कार्य तेजी से किए जा रहें हैं। समाज को साइबर खतरे से बचाने के लिए हम सभी हितधारकों के लिए जरूरी है कि हम साइबर से पैदा होने वाली चुनौतियों से मिलकर लड़ें और एक सुरक्षित दुनियां बनाने में अपनी भूमिका निभाए।
उन्होंने कहा कि यह कार्य घर से ही आरम्भ होना चाहिए। इंटरनेट की दुनियां से पहले हम अपने बच्चों को घर से बाहर जाने से मना करके उन्हें सुरक्षित बनाने की कोशिश करते थे लेकिन आज जरूरी है हम उन्हें साइबर की दुनिया में सही तरीके और समझ के साथ सुरक्षित रहना सिखलाएं। हमें समाज में यह जागरूकता पैदा करते रहना होगा कि सोशल मीडिया पर बताई गई बातों पर आंख मंूदकर विश्वास न करें। अपने डेबिट व क्रेडिट कार्ड,अपने फोन का उपयोग सावधानी से करें। किसी भी तरह के ईनाम, लॉटरी,सुविधा के प्रलोभन में आकर अपनी जानकारी किसी को न दें। उन्होंने प्रतिभागियों से आह्वान किया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम में हसिल की गई जानकारी को अपने-अपने कार्यालय में अपने सहायकों, मित्रों और परिवार के साथ साझा करें। उन्होंने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी प्रदान किए। प्रतिभागियों ने बेहतर और उपयोगी प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए अकादमी के निदेशक एडीजीपी श्रीकांत जाधव का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में अकादमी के पुलिस अधीक्षक वसीम अकरम ने मुख्य अतिथि राव का स्वागत किया तथा पुलिस अधीक्षक कृष्ण मुरारी ने एडीजीपी राव को अकादमी की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट किया। अकादमी के जिला न्यायवादी आनंद मान ने प्रशिक्षण कार्यक्रम की रिपोर्ट प्रस्तुत की तथा अकादमी के उप पुलिस अधीक्षक राजकुमार ने अकादमी की ओर से मुख्य अतिथि एवं प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।