अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुड़गांव: अप्रैल का चौथा बुधवार इंटरनेशनल नाइज अवेयरनेस डे के रूप में मनाया जाता है। इसी क्रम में आईएमए गुड़गांव ने साउथ सिटी वन के बाहर साइकिलिंग ट्रैक पर वकथन का आयोजन किया गया। डॉक्टरों के साथ, समाजसेवी, गुड़गांव के कई सेक्टरों के आरडब्लूए अधिकारी, डीसीपी ईस्ट विरेंद्र कुमार विज गुड़गांव पुलिस की तरफ से उपस्थित रहे।
डॉ.एनपीएस वर्मा अध्यक्ष आईएमए गुड़गांव ने कहा हॉर्न बजाने से बहरापन और चिड़चिड़ापन होता हैं , दिल के दौरे भी पढ़ सकते हैं। गुड़गांव पुलिस के सहयोग से हम पूरे शहर के स्कूल अस्पताल के 100 मीटर दायरे में साइलेंट जोन या नो हॉर्न जोन बोर्ड लगा रहे हैं। सभी से निवेदन है वाहन चलाते वक्त हॉर्न का प्रयोग कम से कम करें। डीसीपी वीरेंद्र कुमार ने खासकर प्रेशर हॉर्न पर पूरी तरह बेन बताया है l
डॉ.सारिका वर्मा आईएमए सचिव ने कहा पिछले 2 वर्षों में ऑनलाइन क्लासेस और वर्क फ्रॉम होम के चलते हेडफोन का प्रयोग बहुत ज्यादा बढ़ गया है।इसकी वजह से जो सुनाई की कमी 65 वर्ष के लोगों में होती थी अब 15 साल के बच्चों में दिख रही है। यह बहुत गंभीर समस्या है क्योंकि इस बीमारी का इलाज नहीं है और केवल सुनाई की मशीन सारी उम्र लगानी पड़ती है l सभी को यह सलाह दें कि हेडफोन का प्रयोग कम से कम किया जाए, हेडफोन की वॉल्यूम 40 प्रतिशत से ज्यादा ना रखी जाए। ध्वनि प्रदूषण पर जागरूकता लाने के लिए डॉ अनिल नोसारन मेरठ से 120 किलोमीटर साइकिल चला कर गुड़गांव के कार्यक्रम में पहुंचे। उन्होंने कहा ध्वनि प्रदूषण दिखाई नहीं देता लेकिन स्वास्थ्य को बहुत नुकसान पहुंचाता है। अपनी सुनाई का ध्यान रखना सब की जिम्मेवारी है और पूरे शहर को शांत रखना हमारी सामाजिक जिम्मेदारी हैl इस मौके पर पूर्व आई एम ए अध्यक्ष डॉ वंदना नरूला,डॉ दिनेश हंस,डॉ अजय अरोरा,डॉ दीपक भाटिया, डॉ सुरेश वशिष्ट ,डॉ खन्ना ,डॉज्योति यादव,डॉ विनीता यादव, डॉ अलका माथुर समाजसेवी स्वाति सिंह, मुकेश डागर कोच, सचिन शर्मा, कमांडर उदयवीर उपस्थित थे l
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