अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: गुरुग्राम विश्वविद्यालय में श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर इटली की संस्था निरमालाइट्स का कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में गुरुग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. मार्कण्डेय आहूजा जी ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रवज्जलन से हुई। गणेश वंदना के बाद कार्यक्रम को डॉ. मार्कण्डेय आहूजा जी ने संबोधित किया। माननीय कुलपति जी ने इटली, ऑस्ट्रिया, स्पेन और फ्रांस से 20 छात्र-छात्राओं को सम्मानित करने के बाद सभी का गुरुग्राम विश्वविद्यालय में पहुंचने पर स्वागत किया। डॉ आहूजा ने कहा कि विदेशी छात्रों ने गणेश वंदना जिस तरह प्रस्तुत की है उसे देख यही कहा जा सकता है कि भारतीय संस्कृति इतनी अनमोल है कि विदेशों में भी लोग इसे अपना रहे हैं। माननीय कुलपति डॉ मार्कण्डेय आहूजा जी ने कहा कि आप जीवन की सीख और लीडरशिप भगवान गणेश से सीख सकते हो, गणेश की सवारी से आप सीख सकते हो कि आप छोटे से छोटे व्यक्ति से भी बड़ा काम ले सकते हो।
बड़े कान इशारा करते हैं कि आप ध्यान से सुनें और इसी तरह आप अपने नेतृत्व को निखार सकते हो। कार्यक्रम में डॉ मार्कण्डेय आहूजा जी ने ऑस्ट्रिया से आये क्वाली गायक हकीम थर्नर, मेटियो, इटली से आये गायक अगनेस, गबेरियल, स्पेन से गायक सेर्जियो, इटली के सिद्धार्थ पंडित, रोम से घिरारदी, ऑस्टिया से लुकास हवेलका, इटली से एलिसा पंडित, सारा, ईवान और कैमिला को गुरुग्राम विश्वविद्यालय का प्रतीक चिन्ह् देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में निरमालाइट्स ग्रुप ने सहज योग पद्धति से ध्यान लगाने की कला भी सिखाई और दमा दम मस्त कलंदर से लेकर कई तरह की क्वाली पेश की। दरअसल, निरमालाइट्स ग्रुप अपनी खुबसूरत क्वाली गायकी के लिये विश्वभर में जाना जाता है। देश-विदेश में निरमालाइट्स ग्रुप के कार्यक्रम होते रहते हैं। भारत दौरे के दौरान निरमालाइट्स ग्रुप ने गुरुग्राम विश्वविद्यालय में पहुंच कर अपनी प्रस्तुति पेश की। कार्यक्रम में गुरुग्राम विश्वविद्यालय से डीन एकेडमिक अफेयर डॉ मेवा सिंह तुरान, प्रोफेसर डॉ बदरूद्दीन, डॉ अमन वशिष्ठ, डॉ धीरेंद्र कौशिक,डॉ शुभम गांधी, असिस्टेंट रजिस्ट्रार डॉ तनेजा, डॉ एकता, डॉ गजल, अलका, भारती, अपर्णा, डॉ तरूण ढूल समेत तमाम कर्मचारी और अध्यापक मौजूद रहे। कार्यक्रम में बढ़ी संख्या में गुरुग्राम विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं भी मौजूद रहीं।