अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: बदरपुर बॉर्डर क्राइम ब्रांच प्रभारी उप निरीक्षक ब्रह्मप्रकाश ने हरियाणा पुलिस को गर्व करने का मौका दिया है। फेडरेशन ऑफ इंडियन चेंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज(फिक्की) ने तस्करी व जालसाजी के विरुद्ध अपने अभियान के तहत उन्हें ‘मासक्रेड-2019’ अवॉर्ड से सम्मानित किया है। फिक्की ने दिल्ली के होटल हयात में देशभर से चुनिदा लोगों के लिए आयोजित समारोह में उन्हें यह अवॉर्ड दिया। उप निरीक्षक ब्रह्मप्रकाश ने मई 2019 में हरियाणा के बहादुरगढ़ में पांच रूपए के नकली सिक्के बनाने के गिरोह का भंडाफोड़ किया था। उन्हें जालसाजी के विरुद्ध ठोस कार्रवाई करने के लिए यह अवॉर्ड मिला। फिक्की की तरफ से सम्मान पाने वालों में ब्रह्मप्रकाश हरियाणा से अकेले शख्स रहे। इस सम्मान के लिए उन्होंने फिक्की के साथ ही डीजीपी हरियाणा मनोज यादव, फरीदाबाद के तत्कालीन पुलिस कमिश्नर संजय कुमार, पुलिस आयुक्त के.के राव का आभार जताया।
गणपति धाम बहादुरगढ़ में पांच रूपए का नकली सिक्का बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया था। उप निरीक्षक ब्रह्मप्रकाश ने सिक्का बनाने व मार्केट में खपाने के आरोप में एक महिला सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया। उन्होंने हरियाणा, दिल्ली व राजस्थान में विभिन्न जगहों पर छापेमारी कर पांच रूपए के करीब दो लाख नकली सिक्के बरामद किए थे। इस रैकेट ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) को भी हैरान दिया था। आरबीआइ और आइबी की टीम ने भी इस मामले की छानबीन की थी। पकड़े गए आरोपितों ने ढलाई मशीनों की सहायता से पांच रूपए का हूबहू सिक्का तैयार कर लिया था।
दो साल के अंदर आरोपित करीब दो करोड़ रूपए के नकली सिक्के दिल्ली-एनसीआर में खपा चुके थे। ब्रह्मप्रकाश को सम्मानित करते हुए फिक्की के अधिकारियों ने कहा कि नकली मुद्रा देश की अर्थव्यवस्था के लिए दीमक की तरह है। उप निरीक्षक ब्रह्मप्रकाश ने सूझबूझ से नकली सिक्के बनाने वाले एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया। इस तरह उन्होंने सही मायनों में देश व समाज की सेवा की।