अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:34वं अन्तराष्टीय सूरजकुंड मेले की मुख्य चौपाल पर देसी व विदेशी कलाकारों की मनमोहक प्रस्तुति के बाद शाम को देश के जाने माने शास्त्रीय संगीत कलाकार सुभाष घोष व शिव समीर ने क्लासिकल फ्यूजन नव स्वर रागनी प्रस्तुत कर समां बांधा। भारतीय व पश्चिमी संगीत के अनोखे संगम से पर्यटकों का दिल जीता। इस मधुर संध्या का आगाज मेला प्रबंध में अलग अलग गतिविधियों के प्रभारी व पर्यटन निगम के अधिकारियों ने दीप प्रज्जवलित कर किया।
सूरजकुंड मेले में दिनभर मुख्य व छोटी चौपाल पर देसी व विदेशी कलाकारों ने अपनी परपंरागत सभ्यता व संगीत शैली का प्रदर्शन कर पर्यटकों का दिल जीता और विभिन्न स्कूल व कॉलेज के छात्रों ने नाटकों के माध्यम से सामाजिक बुराइयों पर कटाक्ष किया और कुरीतियों को मिटाने का संदेश भी दिया। चौपाल में मौजूद पर्यटक दिनेश, रोहित, राजेश, किरण, मोहिनी, कृष्ण व रोजी ने बताया कि वे सूरजकुंड मेले का हमेशा याद रखेंगे। मेले देश तथा विदेशों की परपंराओं से रूबरू होने का मौका मिला। इससे पहले हमने इतने बड़े कलाकारों की लाइव प्रफोमेंस नहीं देखी थी। इन्होंने कहा कि आज लाइव कार्यक्रम देखने का उनका सपना साकार हुआ और अगले साल मेले में जरूर आएंगे।