अजीत सिन्हा/ नई दिल्ली
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता रवि शंकर प्रसाद ने आज मंगलवार को पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित एक महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता को सम्बोधित किया और सुप्रीम कोर्ट द्वारा अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया को दिए गए करारे झटके और भ्रष्टाचार को लेकर अरविंद केजरीवाल के दो मंत्रियों के इस्तीफे को लेकर करारा प्रहार किया। प्रसाद ने एक के बाद एक तथ्यों पर चर्चा करते हुए केजरीवाल सरकार पर कई सवाल उठाये। प्रसाद ने कहा कि दिल्ली के शराब घोटाले में सुप्रीम कोर्ट ने मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल को करारा झटका दिया है। मीडिया में लगातार जो सबूत आ रहे हैं, वह स्पष्ट इशारा करते हैं कि अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने दिल्ली में जम कर भ्रष्टाचार किया है। दिल्ली में आम आदमी पार्टी की केजरीवाल सरकार का शराब घोटाला करप्शन का टेक्स्ट-बुक केस है। आम आदमी पार्टी भी 3C अर्थात कट, कमीशन और करप्शन की पर्यायवाची हो गई है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि 8 महीने बाद सत्येंद्र जैन का इस्तीफा और कल जेल जाने के बाद मनीष सिसोदिया का इस्तीफा बताता है कि भाजपा ने जो भी विषय उठाये थे और जो भी आरोप लगाए थे, वे बिलकुल सही थे। भाजपा के दवाब में आज अरविंद केजरीवाल को दोनों से इस्तीफा लेना पड़ा। ये दिल्ली की जनता की जीत है, सच्चाई की जीत है। प्रसाद ने आरोप लगाया कि मनीष सिसोदिया ने दिल्ली को शराब में डुबो दिया। दिल्ली के गली-गली में शराब के ठेके खोल दिए। स्कूलों के आगे शराब के ठेके खोले गए। दिल्ली की महिलायें की एक न सुनी गई। अपनी तिजोरी भरने के लिए दिल्ली के लोगों का पैसा लूटा गया। केजरीवाल-सिसोदिया ने दिल्ली को नशे में धकेल कर दिल्लीवासियों को बर्बाद करने की साजिश रची। केजरीवाल शराब पर कमीशन बढ़ा रही लेकिन शराब पीने की उम्र घटा रही। जब शराब मंत्री को शिक्षा मंत्री बना दिया जाता है तो स्कूल की जगह शराब की दुकान खुल जाती है। ऐसा कभी नहीं देखा होगा कि जो शिक्षा मंत्री हो, वही शराब मंत्री भी हो।
और दुनिया में ऐसा कोई शिक्षा मंत्री भी नहीं होगा जो शराब घोटाले में जेल गया होगा। भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि शराब माफियाओं को फायदा पहुंचाने के लिए कमीशन को में शराब के ठेकेदारों का कमीशन 2 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत कर दिया गया था और इसमें 6 प्रतिशत का किकबैक आम आदमी पार्टी द्वारा लिया गया जैसा कि मीडिया में ख़बरें चल रही हैं। कमीशनखोरी के चक्कर में मनीष सिसोदिया ने दिल्ली को बर्बाद कर दिया। वैसे भी स्टिंग ऑपरेशन में घूस देने वाले लोगों ने स्पष्ट बताया कि पैसे दिए। जब पैसा देने वाला सरेआम कह रहा है कि उसने मनीष सिसोदिया को पैसे दिए तो इससे बड़ा सबूत और क्या हो सकता है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मनीष सिसोदिया समेत 34 वीआईपी लोगों ने डिजिटल साक्ष्य मिटाने के लिए लगभग 1.20 करोड़ रुपए मूल्य के कुल 170 फोन बदले। यह भी मीडिया में आया है की उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने खुद 16 फोन बदले। आखिर क्यों? दिल्ली की शराब घोटाले की नीति के सार्वजनिक होने से काफी पहले कुछ शराब निर्माताओं को लीक भी कर दी गई थी। प्रसाद ने कहा कि जिन लोगों ने भ्रष्टाचार के नाम पर लड़ाई करते हुए देश के लिए नैतिक बल बनाने का दावा किया था, वही लोग कट्टर बेईमानी में लिप्त पाए गए। शराब पॉलिसी बदल दी गई, एक्सपर्ट कमिटी की रिपोर्ट को दरकिनार कर दिया गया और दक्षिण से उत्तर में 100 करोड़ करोड़ रुपये का मुनाफा किस तरह कमाया गया, यह भी जनता के सामने है। आज मीडिया में मैंने एक और रोचक बात देखी है कि दक्षिण भारत के ग्रुप जो बैठे हुए थे होटल में, वहां से जो उन्होंने फोटो कॉपी करके उनके एक सहयोगी को दिया, उसका नंबर वही था कागजों का जो नंबर होटल के फोटोकॉपी में था। जो लोग ईमानदारी का सर्टिफिकेट बांटते थे वही बेईमान निकले। अरविंद केजरीवाल की सरकार ने अन्ना हजारे के आंदोलन की विरासत को बदनाम किया है।
Related posts
0
0
votes
Article Rating
Subscribe
Login
0 Comments
Oldest
Newest
Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments