अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
सूरजकुंड : 33वें अन्तराष्टीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले की बड़ी चौपाल में बुधवार की शाम श्रीलंका देश के लोक कलाकारों ने नृत्य व मन लुभावन गीतों की प्रस्तुतियां देते हुए समां बांध दिया। श्रीलंका के कलाकारों के शानदार लोकनृत्य व गीतों से दर्शक भी मंत्रमुग्ध दिखाई दिए। सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही श्रीलंका हाई कमिश्रर की मीनिस्टर ऑफ कमर्शियल उपेखा सम्रातुंगा नें इस अवसर पर कहा कि वे स्वयं को सौभाग्यशाली व गौरवान्वित महसूस कर रही हैं कि उनको भारतीय संस्कृति के सभी छूए अनछूए पहलूओं से रूबरू होने का एक अवसर मिला है।
उन्होंने इस मौके पर श्रीलंका से आए सभी कलाकारों को उनकी संस्कृति का बखान करने के लिए शुभकामनाएं भी दी। सांस्कृतिक सांध्य में श्रीलंका का मंगुल बेरा, पूजा डांस, रबान डांस, नागा गुरूलू, मयूर डांस, गीनी शिशिला डांस, टी डांस, थेलमे डांस सहित करीब एक दर्जन श्रीलंकाई संस्कृति से जुड़े लोक गीतों की प्रस्तुति देकर लोगों का खूब मन लुभाया। रंगीली शाम की शुरूआत दीप प्रव्वजलित करके की गई।
इस अवसर पर श्रीलंका की हाई कमिश्रर क्लचरल निर्मला, कॉडिनर वमंदा, सूरजकुंड मेला प्राधिकरण के नोडल अधिकारी राजेश जून सहित सांस्कृतिक सांध्य कार्यक्रम से जुडे अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।