अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ: हरियाणा के उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि कोविड-19 के चलते पूरे देश में औद्योगिक व आर्थिक गतिविधियां रुकने के कारण पिछले दो महीने से राजस्व प्राप्तियां न के बराबर रही हैं इसलिए हर राज्य अपने-अपने स्तर पर राजस्व जुटाने के प्रयास कर रहा है और इसी कड़ी में हरियाणा मंत्रिमंडल द्वारा लिए गए कुछ निर्णयों को कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला द्वारा टीवी परिचर्चा में इन्हें प्रदेश की जनता पर ‘जजिया कर’ लगाना कहे जाने को हास्यप्रद बताया और कहा कि बेहतर होता कि सुरजेवाला जैसे पढ़े-लिखे नेता इसके लिए शब्दकोष में से कोई बेहतर शब्द निकालते और उसे कांग्रेसशासित प्रदेशों में लगाने की सलाह देते, जैसा कि पड़ौसी राज्य राजस्थान में लॉकडाउन अवधि में तीन बार पैट्रोल व डीजल पर 2 रुपये 71 पैसे व पैट्रोल पर 3 रुपये 37 पैसे वैट बढ़ाया है।
उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा ने तो मात्र 15 पैसे प्रति किलोमीटर बस किराया, 1 रुपये प्रति लीटर डीजल व 1.10 रुपये प्रति लीटर पेट्रोल में वैट वृद्धि तथा सब्जी मंडियों में सब्जी व फलों पर 2 प्रतिशत मार्केट फीस लगाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि पड़ौसी राज्यों की तुलना में हरियाणा में बस किराया अब भी कम है। पंजाब में यह एक रुपये 16 पैसे प्रति किलोमीटर, राजस्थान में एक रुपये 06 पैसे प्रति किलोमीटर, उत्तरप्रदेश में एक रुपये 05 पैसे प्रति किलोमीटर है जबकि उत्तराखंड व हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्यों में यह क्रमश: एक रुपया 20 पैसे तथा एक रुपया 17 पैसे प्रति किलोमीटर है। हरियाणा में तो इस निर्णय के बाद भी एक रुपया प्रति किलोमीटर ही है। उन्होंने कहा कि बेहतर होता यदि सुरजेवाला ऐसे आरोप लगाने से पहले अपने गिरबान में झांक कर देखते। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार मंत्रिमंडल ने लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्योगों के श्रमिकों को वेतन का भुगतान समय पर हो सके, इसके लिए उद्यमियों ने बैंक से ऋण की सुविधा ली है । श्रमिकों का 20,000 रुपये तक का वेतनमान का भुगतान कर सके। इसके लिए और सरकार छ: महीने तक ऋण के ब्याज पर लाभ देगी। इससे लगभग 250 करोड़ रुपये का अतिरिक्त वित्तीय भार सरकार पर पड़ेगा। उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन अवधि के दौरान भी विभिन्न विभागों के अधिकारियों के प्रयासों से आवश्यक वस्तुओं के दाम नहीं बढ़े। अप्रैल में पब्लिक डोमेन आटे का भाव 23 से 24 रुपये प्रति किलोग्राम था और दूध भी 49 से 52 रुपये प्रति लीटर था। गुरुग्राम व फरीदाबाद जैसे महानगरों को छोडक़र जहां दूध की आपूर्ति में ट्रांसपोर्टेशन के कारण बाधित हुई।
शराब के ठेके खोलने के संबंध में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी निर्देशानुसार 4 मई, 2020 के बाद कुछ राज्य अपने स्तर पर ठेके खोलने की योजनाएं बना रहे हैं। उन्होंने बताया कि चण्डीगढ़, उत्तरप्रदेश, राजस्थान जैसे पड़ौसी राज्यों ने ठेके खोलने की पहल की है। जनता की भावनाओं के अनुरूप हम भी निर्णय लेंगे। उपायुक्तों से रिपोर्ट मंगवाएंगे। उन्होंने कहा कि आबकारी कर पिछले महीने से न के बराबर है। इसलिए सरकार शराब पर कोविड-19 सैस लगाने पर विचार कर रही है। यह प्रति बोतल 2 रुपये से 20 रुपये के बीच हो सकता है।
उन्होंने बताया कि इस दौरान सरकार के प्रयासों से अंत्योदय योजना के 2.50 लाख राशनकार्ड होल्डर के 9.57 लाख सदस्यों को, 8.75 लाख बीपीएल कार्डधारकों के 39.73 लाख परिवारों को तथा ओपीएच के 15.75 लाख खाखी कार्डधारकों के 70.95 लाख सदस्यों को राशन उपलब्ध करवाया गया जिसमें 55 किलोग्राम गेहूं या आटा, दो लीटर सरसों का तेल, एक किलोग्राम चीनी, एक किलोग्राम दाल तथा एक किलोग्राम नमक शामिल था। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी एक लाख 20 हजार डिपो होल्डर इसके लिए बधाई के पात्र हैं, जिन्होंने अच्छा कार्य किया और अप्रैल माह के 98.03 प्रतिशत राशन का वितरण व उठान करवाया।
उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन अवधि के लिए दवा एवं अन्य आवश्यक वस्तुएं अधिकतम खुदरा मूल्य से अधिक दरों पर न बेची जाएं। इसके लिए नियमित रूप से निगरानी की गई और 1025 दवाइयों के थोक विक्रेता तथा 10242 खुदरा विक्रेताओं की जांच की गई और इस दौरान 695 चालान काटे गए तथा 21 व्यक्तियों के विरूद्घ आपराधिक मामले दर्ज किए गए। एक राजनेता की टिप्पणी कि प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है, पर प्रतिक्रिया देते हुए उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी से लडऩे में अन्य राज्यों की तुलना में हरियाणा ने चार राज्यों व एक केन्द्रशासित प्रदेश की सीमा से लगने के बावजूद भी बेहतर प्रबंध किए हैं। इसीप्रकार, अन्य आवश्यक कार्य सरकार द्वारा किए गए हैं जिसकी सराहना पूरे देश में हो रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर भारत में कोरोना को काबू पाने में सबसे पहले अगर कोई राज्य होगा तो वह हरियाणा ही होगा। उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश सरकार न होती तो कोरोना मामले ठीक होने की संख्या 70 प्रतिशत न होती। कोरोना महामारी से पिछले कई दिनों से अपनी स्वयं की व अपने परिवार की चिंता किए बगैर लड़ाई लड़ रहे कोविड योद्घाओं को भारतीय सेना के तीनों अंगों जल,थल व वायु सेना द्वारा देशभर में फूलों की वर्षा कर आभार व्यक्त करने के लिए उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने तीनों सेनाओं को सैल्यूट किया।Attachments area