संवाददाता, हिसार : राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने हरियाणा में 17 जलघरों को पम्पिंग द्वारा पानी प्रदान करने की योजनाओं के लिए 28.17 करोड़ रुपये की दो परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की है।
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी राज्य मंत्री डॉ० बनवारी लाल ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि 13 जलघरों के लिए पम्पिंग द्वारा कच्चे पानी का प्रबन्ध करने के लिए 21.17 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की गई है। पम्पिंग द्वारा जिन गांवों के लिए पानी का प्रबन्ध किया जाएगा, उनमें आरडी 12558-एल बरवाला ब्रांच से खेड़ी जालव, खेड़ी लोचब, नाड़ा, किन्नर, राखी-खास व राखी-शाहपुर तथा बालसमंद बं्रंाच आरडी-25263-ढ्ढ से खरकड़ी, चैनत, मैजद, सुन्दर सब-ब्रांच आरडी-109031-आर से उगलान, भकलाना, धर्मखेड़ी तथा जिला हिसार में सुन्दर ब्रांच आरडी-150137-एल से मदनहेड़ी शामिल है। उन्होंने बताया कि जिला हिसार में बालसमंद ब्रांच आरडी 42800-एल से गांव नियाना, खरड़ अलीपुर, कुलाना और मैय्यड़ के चार जल घरों के लिए पम्पिंग द्वारा कच्चे पानी का प्रबंध करने हेतु लगभग सात करोड़ रुपये का प्रबंध किया गया है।
डॉ० बनवारी लाल ने कहा कि इन 13 जलघरों के लिए नहर तंत्र से पानी की सतत् उपलब्धता बिन्दू से कच्चा पानी प्रदान करने के लिए शुरू की गई पहली परियोजना को नाबार्ड से स्वीकृति प्राप्त हो गई है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना को तीन वर्षों के भीतर पूरा किया जाएगा और इस परियोजना से 60,214 व्यक्तियों की वर्तमान आबादी और 30 वर्षों की 90,324 व्यक्तियों की भावी आबादी लाभान्वित होगी। इन परियोजनाओं के क्रियान्वयन से जिला हिसार के 15 गांवों को स्थायी पेयजल का एक स्रोत उपलब्ध हो जाएगा। उन्होंने कहा कि लगभग 90,324 व्यक्तियों की भावी आबादी सुरक्षित पेयजल से लाभान्वित होंगी। इससे लोगों के स्वास्थ्य में सीधा सुधार होने के साथ ही सामाजिक, आर्थिक स्थिति और उत्पादकता में भी सुधार होगा।
उन्होंने कहा कि इस समय इन 13 जलघरों को जिला हिसार की विभिन्न नहरों या माइनरों से कच्चा पानी मिलना था। उन्होंने कहा कि यह देखा गया कि पिछले कई वर्षों के दौरान इन नहरों में पानी की उपलब्धता कम होने के कारण नहर तंत्र की टेल पर पानी न पहुंचने के कारण इन जलघरों को पानी नहीं मिल रहा था। उन्होंने कहा कि सभी 13 जलघरों का वर्तमान ढ़ांचा वर्ष 2016 की वर्तमान आबादी के लिए 70 लीटर से अधिक प्रति व्यक्ति प्रतिदिन की दर पर पेयजल उपलब्ध करवाने में सक्षम है।
नाबार्ड द्वारा स्वीकृत अन्य परियोजनाओं का उल्लेख करते हुए मंत्री ने कहा कि इस समय गांव नियाना, खरड़ अलीपुर, कुलाना और मैय्यड़ गांवों के चार जलघरों को जिला हिसार की विभिन्न नहरों या माइनरों से पानी मिलता था। उन्होंने कहा कि इस परियोजना को तीन वर्षों के भीतर पूरा किया जाएगा और इससे 29,910 की वर्तमान आबादी और 30 वर्षों की 44,865 की भावी आबादी लाभान्वित होगी। इसके अतिरिक्त, लगभग 44,865 व्यक्तियों की भावी आबादी सुरक्षित पेयजल से लाभान्वित होगी, जिससे लोगों के स्वास्थ्य में सीधा सुधार होने के साथ-साथ सामाजिक, आर्थिक और उत्पादकता में भी उल्लेखनीय सुधार आएगा।