लुधियाना: छोटी और चुस्त पैंट पहनने को लेकर लुधियाना जिले के एक स्कूल में प्रधानाध्यापक एवं एक शिक्षक द्वारा पूरी कक्षा के सामने कथित पिटाई और अपमान किए जाने से आहत एक नाबालिग छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी. मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने इस घटना पर शोक प्रकट करते हुए ट्वीट किया और संवेदना जताई. सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा, ‘‘स्कूल में अध्यापकों द्वारा उत्पीड़न के कारण 11वीं कक्षा के छात्र के आत्महत्या करने की खबर से बहुत दु:खी हूं. मैंने लुधियाना के उपायुक्त को इस मामले को व्यक्तिगत रूप से देखने और इसकी जानकारी मुझे देने को कहा है. दु:ख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं छात्र के परिवार के साथ हैं.”
पुलिस के अनुसार छात्र धनंजय तिवारी ने गुरुवार रात दाबा क्षेत्र में स्थित अपने घर में यह आत्मघाती कदम उठाया. धनंजय तिवारी के पिता ब्रजराज तिवारी द्वारा दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि स्कूल शिक्षक, प्रधानाध्यापक और निदेशक ने चुस्त और छोटी पैंट पहनने को लेकर धनंजय को गालियां दीं और पिटाई की. पिता ने आरोप लगाया कि उसके बेटे को पूरी कक्षा के सामने पीटा गया और उसे अपमानित किया गया.
पुलिस ने स्कूल प्रधानाध्यापक सरोज शर्मा, शिक्षिका पूनम और स्कूल के निदेशक प्रभु दत्त के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. उन्होंने बताया कि दत्त और सरोज पति पत्नी हैं.छात्र की मां ने कहा कि उसके बेटे ने पूरी घटना उन्हें बताई थी और इस घटना के बाद धनंजय ने स्कूल जाना बंद कर दिया था. पुलिस अधिकारी सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहे हैं. धनंजय तिवारी के पिता मूल रूप से उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के रहने वाले हैं और वह यहां एक फैक्टरी में काम करते हैं.