अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: स्वास्थ्य विभाग हरियाणा की निदेशक डा. वीणा सिंह ने आज कहा कि कोविड-19 की वर्तमान स्थिति से निपटने मे स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सक्षम है और गुरूग्राम जिला में एएनएम, पैरामैडिकल स्टाफ, आशा वर्करों आदि को प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिससे स्वास्थ्य सेवाओ में और अधिक सुधार होगा। डा. वीणा सिंह आज गुरूग्राम में मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत कर रही थी। उन्होंने बताया कि गुरूग्राम जिला में स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार के अंतर्गत 35 नए चिकित्सा अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। उनके अलावा, 10 नए लैब टैक्निशियन तथा एंबुलेंस के लिए 12 नए इमरजेंसी मैडिकल टेक्निशियन भी नियुक्त किए गए हैं। इनकी नियुक्ति से गुरूग्राम जिला में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि जिला में समर्पित वाॅलेंटियरों की टीम की आवश्यकता है, जो समाज में से स्वयं आगे आएं। ये वाॅलेंटियर होम आइसोलेशन वाले मरीजों से संपर्क करके उनका मार्ग दर्शन करेंगे, परंतु उससे पहले वाॅलेंटियरों को बेसिक टेªनिंग दी जाएगी। वर्तमान में रैपिड रिस्पोंस टीम ने 99 लोग काम कर रहे हैं। कोरोना पाॅजिटिव पाए गए मरीजों से रैपिड रिस्पोंस टीम ही संपर्क करती है।
उन्होंने बताया कि गुरूग्राम में कोविड को लेकर सैंपल टेस्ट करने के लिए 5 नए क्लेक्शन सैंटर शुरू किए गए हैं जिनमें प्रातः 9 बजे से दोपहर बाद 2 बजे तक सैंपल लिए जाएंगे। ये सैंटर गांधी नगर, वजीराबाद, सैक्टर 39, डुंडाहेड़ा तथा सिविल सर्जन कार्यालय में खोले गए हैं। एक सवाल के जवाब में डा. वीणा सिंह ने बताया कि टेस्ट रिपोर्ट आने में जो 2 से 3 दिन का समय लगता था उसे कम करनेे के प्रयास किए जा रहे हैं जिससे कि रिपोर्ट 24 से 36 घंटे में मिल सके। डा. वीणा ने मास्क पहनने तथा सोशल डिस्टेंसिंग नियम को कड़ाई से लागू करने पर जोर दिया और कहा कि इन नियमों की अवहेलना करने वालों का पुलिस ज्यादा से ज्यादा चालान करें। साथ ही उन्होंने कहा कि इसके बारे में जागरूकता लाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा पूरे प्रयास किए जा रहे हैं और उसके अलावा, धार्मिक गुरूओं तथा समाज के अन्य अग्रणी लोगों का सहयोग लिया जाएगा। बैठक में गुरूग्राम के सिविल सर्जन डा. विरेंद्र यादव ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा एनसीआर में कोविड के सैंपलों की लैब टेस्टिंग का रेट 2400 रूपए निर्धारित करने की कार्यवाही की जा रही है। इस बारे में जल्द ही सरकार द्वारा अधिसूचना जारी की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी व्यक्ति को कोरोना संक्रमण का संदेह होता है तो सबसे पहले वह अपने नजदीकी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सा अधिकारी से संपर्क करें, उसकी समस्या का समाधान वहीं हो जाएगा। वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डा. एम पी सिंह ने बैठक में बताया कि गुरूग्राम जिला में कोरोना मरीजों के लिए पहले केवल चार एंबुलेंस थी, अब जिला प्रशासन के सहयोग से कोरोना मरीजों के लिए 15 समर्पित एंबुलेंस हैं। उन्होंने बताया कि गुरूग्राम में 24 सरकारी एंबुलेंसों के अलावा, जिला प्रशासन द्वारा 7 और एंबुलेंस किराए पर ली गई हैं। इस मौके पर स्वास्थ्य निदेशक डा. वीणा सिंह के अलावा, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डा. सुदीप सक्सेना, गुरूग्राम के सिविल सर्जन डा. वीरेंद्र यादव, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डा. एम पी सिंह सहित अन्य चिकित्सा अधिकारीगण उपस्थित थे।