अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: प्रकृति की सुंदरता और वसंत के आगमन का उत्सव, गार्डन टूरिज्म फेस्टिवल का 36 वां संस्करण, नई दिल्ली के गार्डन ऑफ फाइव सेंसेज में शानदार सफल रहा है। दिल्ली पर्यटन विभाग द्वारा दिल्ली सरकार के सहयोग से आयोजित इस महोत्सव ने एक बार फिर अपने जीवंत प्रदर्शन और शैक्षिक पहल से आगंतुकों को मंत्रमुग्ध कर दिया है। आज, महोत्सव में मंत्री सौरभ भारद्वाज की उपस्थिति रही, जिन्होंने पर्यावरण जागरूकता और दिल्ली की समृद्ध फूलों की खेती के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।गार्डन टूरिज्म फेस्टिवल में दौरा करते हुए मंत्री सौरभ भारद्वाज ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, कि आज दिल्ली सरकार के टूरिज्म फेस्टिवल का 36वां अंक है। उन्होंने कहा कि दिल्ली का यह जो टूरिज्म फेस्टिवल है यह देश का सबसे बड़ा टूरिज्म फेस्टिवल है। जिसमें अलग-अलग प्राइवेट और सरकारी संस्थाएं जैसे डीडीए हो, एनडीएमसी हो, पीडब्ल्यूडी हो, एमसीडी हो, रेलवे हो सभी संस्थान फूलों और पौधों को लेकर यहां पर होने वाली प्रतियोगिता में हिस्सा लेते हैं और प्रतियोगिता में जो भी संस्थान प्रथम, द्वितीय और तृतीय आते हैं, उनको पुरस्कार दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी बात यह है, कि इस कार्यक्रम के माध्यम से पर्यावरण को बढ़ावा मिलता है। सुंदर फूल और पौधे सबसे आसान जरिया है इस प्रकृति के साथ जुड़ने का और ऐसा देखने में आ रहा है, कि अब लोग पर्यावरण को बढ़ाने के लिए और अपने आसपास के वातावरण को सुंदर बनाने के लिए किचन गार्डन, टेरिस गार्डन जैसी चीज घर में भी बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज यहां इस फेस्टिवल में देखा जा सकता है, कि सामान्य परिवार के लोग और समृद्ध परिवार के लोग, गृहणियां सभी तरह के लोग भारी तादाद में यहां इस फेस्टिवल को देखने आए हुए हैं और वह सभी अपने घर जाकर जिस प्रकार की खूबसूरत बागवानी यहां की गई है, वह अपने घर में भी कर सकते हैं I हमें बहुत खुशी है कि बहुत भारी तादाद में लोग इस फेस्टिवल को देखने यहां आए हुए हैं और साथ ही साथ लोगों ने और विभिन्न संस्थाओं ने आज यहां के कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर भाग लिया है। 20 एकड़ की हरी-भरी हरियाली में फैले इस उत्सव ने शहरी जीवन की मांगों से बहुत जरूरी राहत प्रदान की है, और उपस्थित लोगों को प्रकृति के आलिंगन में एक शांत विश्राम की अनुभूति दी है। इस वर्ष के उत्सव की थीम, “पृथ्वी फूलों में हँसती है” में वसंत के आगमन का सार समाहित है, जिसमें पृथ्वी के पुष्प वंडरलैंड में मनोरमा परिवर्तन को दर्शाया गया है।उत्सव में आने वाले आगंतुकों को कैक्टि, डहलिया, लिली, गुलाब, गुलदाउदी और विभिन्न प्रकार के गमले वाले पौधों सहित पौधों की श्रेणियों की एक चमकदार श्रृंखला का आनंद लेने को मिला। विविध प्रदर्शन ने मेहमानों को वनस्पतियों की सुंदरता और विविधता में डूबने की अनुमति दी है, जो अपने सार्वभौमिक आकर्षण के साथ युवा और वृद्धों को समान रूप से आकर्षित करता है।महोत्सव में प्रमुख प्रतिभागियों में बागवानी विभाग, दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए), दिल्ली नगर निगम (एमसीडी), उत्तर रेलवे और दिल्ली जल बोर्ड सहित अन्य शामिल थे। उपस्थित लोगों को ताजे पौधों से लेकर उद्यान उपकरण, उर्वरक और खरीद के लिए उपलब्ध बागवानी उत्पादों की एक श्रृंखला के बारे में जानने का भी अवसर मिला। 36वां उद्यान पर्यटन महोत्सव सभी के लिए एक समृद्ध अनुभव रहा है, जो प्राकृतिक दुनिया के प्रति गहरी सराहना को बढ़ावा देता है और टिकाऊ प्रथाओं को बढ़ावा देता है। वनस्पतियों का यह जीवंत उत्सव एक बड़ी सफलता रही है, जिसमें बड़ी संख्या में आगंतुक आए, जिन्होंने वनस्पतियों के सुंदर प्रदर्शन का भरपूर आनंद लिया। उद्यान प्रेमियों ने एक बार फिर इस प्राकृतिक त्योहार का आनंद उठाया।
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