अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरूग्राम: गुरूग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) की 9वीं बैठक आज मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में गुरूग्राम के लोक निर्माण विश्रामगृह में आयोजित की गई, जिसमें गुरूग्राम में विकास को गति देेने के लिए विभिन्न नई परियोजनाओं के प्रस्तावों को मंजूरी देने के साथ पिछली बैठक की कार्यवाही और करवाए जा रहे कार्यों पर विस्तार से चर्चा की गई। आज की बैठक में मुख्य रूप से गुरूग्राम मंे सप्ताह के सातों दिन 24 घंटे स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाने, रिसाईकिल्ड व ट्रीटेड वेस्ट वॉटर के प्रयोग को बढावा देने, एसपीआर को अपग्रेड करने, फरूखनगर मेें 12 एकड़ भूमि पर नया खेल स्टेडियम बनाने, ताऊ देवीलाल स्टेडियम में नई खेल सुविधाएं जोड़ने, सैक्टर-58 से 115 तक में इन्फ्रास्ट्रक्चर में रहे गैप दूर करने, इन सैक्टरों में पर्याप्त पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए चंदू बुढेड़ा में 100 एमएलडी क्षमता को वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाने, गुरूग्राम वॉटर सप्लाई चैनल को आरसीसी बॉक्स चैनल के रूप मे विकसित करने, सिटी बस के बेड़े में 100 मिनी बस जोड़ने आदि विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। इस बैठक में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह तथा हरियाणा के कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा भी उपस्थित रहे।
बैठक का शुभारंभ हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल विपिन रावत तथा अन्य सैनिक अधिकारियों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि देने के साथ हुआ। आज की बैठक में जो परियोजनाएं स्वीकृत हुई हैं उनमें मुख्य रूप से गुरूग्राम शहर में 24 घंटे स्वच्छ पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने की है। परियोजना के प्रथम चरण में बसई गांव सहित 7 रिहायशी क्षेत्रों मंे यह सुविधा शुरू होगी। इसमें सेक्टर 4, सेक्टर 9, सेक्टर 9 ए, सेक्टर 15 भाग-1, सेक्टर 15 भाग-2 और सेक्टर 14 शामिल हैं। परियोजना के अंतर्गत मुख्य मास्टर वॉटर सप्लाई सिस्टम में इन रिहायशी क्षेत्रों तक पानी पहुंचाने की जिम्मेदारी जीएमडीए की रहेगी जबकि सैक्टरों के अंदरूनी भागों में पानी पहुंचाने की व्यवस्था नगर निगम गुरुग्राम करेगा। इस पर अनुमानित लागत लगभग 140 से 175 करोड़ रूप्ए तक आएगी। सड़क सुधार से सबंधित कार्यों में आज की बैठक में फरीदाबाद रोड़ से लेकर वाटिका चौक तक के सदर्न पैरिफेरियल रोड़ (एसपीआर) के अपग्रेडेशन कार्य को भी स्वीकृति दी गई हैै जिस पर लगभग 540 करोड़ रूपए की राशि खर्च की जाएगी। बैठक में बताया गया कि हीरो हांेडा चौक से लेकर उमंग भारद्वाज चौक होते हुए पटौदी से रेवाड़ी तक की सड़क के सुधारीकरण का कार्य गत 24 नवंबर को शुरू कर दिया गया है। एनएचएआई ने इस परियोजना को 24 महीने के अंतराल में पूरा करने का भरोसा दिलाया है। इसके अलावा, सैक्टर-58 से 115 तक में इन्फ्रास्ट्रक्चर में रहे गैप दूर करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। जीएमडीएम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर राजपाल ने बैठक में बताया कि इन क्षेत्रों में इन्फ्रास्ट्रक्चर में 221 जगहों पर गतिरोध था जिसमें से 48 स्थानों पर गतिरोध क्लियर कर दिया गया है और बाकी बचे 171 स्थानों पर भी गतिरोध दूर करने की कार्यवाही की जा रही है।गुरूग्राम शहर में पर्याप्त मात्रा में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाने की योजना के तहत गांव चंदू बुढेड़ा में 100 एमएलडी क्षमता का वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाने के प्रस्ताव को भी स्वीकृति प्रदान की गई। राजपाल ने बताया कि वर्तमान में गुरूग्राम शहर में लगभग 490 एमएलडी स्वच्छ पेयजल की मांग है जिसके विरूद्ध लगभग 530 एमएलडी स्वच्छ पेयजल बसई और चंदू बुढेड़ा के वॉटर ट्रीटमेंट प्लांटांे से मिल रहा है। भविष्य में नए विकसित हो रहे सेक्टर 58 से 115 और नगर निगम के दायरे मे आए 23 नए गांवों में पेयजल आपूर्ति की मांग को पूरा करने के लिए 100 एमएलडी क्षमता का वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट विकसित करना जरूरी है। इस पर लगभग 110 करोड़ रूपए की लागत आएगी। इसके अलावा, गुरूग्राम शहर को पेयजल आपूर्ति करने वाली गुरूग्राम वॉटर सप्लाई चैनल को आरसीसी बॉक्स चैनल के रूप मे विकसित किया जाएगा ताकि लोग इसमें गंदगी ना डाल सकें। यह बॉक्स चैनल 200 क्यूसिक क्षमता की बनेगी जिस पर लगभग 100 करोड़ रूप्ए की लागत आएगी। बैठक में फरूखनगर मंे लगभग 12 ऐकड़ भूमि पर नया खेल स्टेडियम बनाने के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की गई। इस पर लगभग 4 करोड़ 16 लाख रूप्ए की लागत आएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्टेडियम का निर्माण करके इसे खेल विभाग को सौंप दिया जाएगा। इसी प्रकार, देवीलाल स्टेडियम में नई खेल सुविधाएं जिनमें शूटिंग रेंज, बैडमिंटन हॉल, स्विमिंग पूल जोड़े जाएंगे और वर्तमान क्रिकेट स्टेडियम को अपग्रेड किया जाएगा। ताऊ देवीलाल स्टेडियम में ये सभी कार्य पब्लिक प्राईवेट पार्टनर्शिप आधार पर किए जाएंगे।
बैठक में सिवरेज के रीसाइकिल्ड ट्रीटेड वेस्ट वॉटर के प्रयोग को बढावा देने पर विचार किया गया। राजपाल ने बताया कि वर्तमान में ट्रीटेड वेस्ट वॉटर के प्रयोग की पॉलिसी बनी हुई है जिसके अनुसार प्रत्येक मुनिसिपेलिटी को 2021 तक कम से कम 25 प्रतिशत ट्रीटेड वेस्ट वॉटर का प्रयोग करना था। गुरूग्राम मंे इस प्रयोग को बढाकर वर्तमान में लगभग 64 प्रतिशत तक पुनः प्रयोग में लाया जा रहा है, जिसमें विशेषकर ग्रीनरी बढाने, उद्योगों, सिंचाई आदि मंे प्रयोग के साथ जलाशयों को पुर्न जीवित करने के लिए किया जा रहा है। आज की बैठक में गोल्फ कोर्स एक्टेंशन रोड़ से लेकर पुलिस टेªनिंग सैंटर भौंडसी तथा दमदमा के वन क्षेत्र तक ट्रीटेड वेस्ट वॉटर के प्रयोग की पाईप लाईन बिछाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। इस मामले में यह निर्णय हुआ कि सिंचाई विभाग, काडा तथा तालाब प्राधिकरण संयुक्त रूप से इसका एक प्रोजैक्ट तैयार करेगा। गुरूग्राम मंे स्थानीय यातायात व्यवस्था को सुचारू करने के लिए सिटी बस के बेड़े में 100 मिनी बस शामिल करने के प्रस्ताव को भी आज की बैठक में स्वीकृति प्रदान की गई। इससे ज्यादा टैªफिक और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में आवागमन में सुविधा होगी। राजपाल ने बताया कि मिनी बस के लिए जन प्रतिनिधियों तथा अन्य लोगों से सलाह लेने के बाद संभावित 32 रूटों की पहचान की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि सिटी बस सेवा से रेवैन्यु प्राप्ति में भी सुधार देखा गया है। पहले जहां प्रति किलोमीटर 11 से 12 रूपए के रेवैन्यु की प्राप्ति हो रही थी वहां अब लगभग 41 रूपए रेवैन्यु प्राप्त हो रहा है जबकि इस पर लागत 70 रूपए प्रति किलोमीटर आ रही है। राजपाल ने बताया कि इसमें और भी सुधार हो रहा है। साथ ही उन्होंने बताया कि बस क्यु शैल्टर पर पैसेंजर इंफोरमेशन सिस्टम भी लगाया जाएगा ताकि वहां आने वाले यात्रियों को बस आने के समय के बारे में सही जानकारी मिल सके। बैठक में मेट्रो रेल कनेक्टिविटी के विस्तार पर भी चर्चा की गई। इसमें बताया गया कि गुरूग्राम में मेट्रो का 28 किलोमीटर नेटवर्क विस्तार का प्रस्ताव तैयार करके भारत सरकार को सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद भेज दिया गया है। इस मामले में केंद्र सरकार ने अपनी सैद्धांतिक स्वीकृति दे दी है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि वे और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह केंद्रीय मंत्री से मिलकर इस प्रस्ताव को सिरे चढवानेे का प्रयास करेंगे। इसके अलावा, गुरुग्राम के रेजांगला चौक से द्वारका तक मेट्रो का स्पर बनाने का प्रस्ताव भी भारत सरकार को भेजा जा चुका है। मुख्यमंत्री ने बैठक से पहले सेक्टर 102 से 110 तक के लिए पेयजल आपूर्ति वितरण प्रणाली का उद्घाटन भी लोक निर्माण विश्रामगृह में किया। इस परियोजना के शुरू होने से इन सेक्टरों में रहने वाले लोगों को नहरी पानी की सप्लाई संभव होगी।
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