अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
पीएस साइबर क्राइम पूर्व गुरुग्राम की टीम ने साइबर ठग को ढेड़ लाख रूपए लेकर बैंक खाता मुहैया कराने वाले एक शिवालिक स्मॉल फाईनेन्स बैंक के एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपित की वजह से शिकायतकर्ता महिला के भतीजे से परिचित को खतरे में बताकर इमरजेंसी के नाम पर 3 लाख 70 हजार रूपए की ठगी हुई है। पीएस साइबर क्राइम पूर्व , गुरुग्राम की टीम ने दर्ज मुकदमे की जांच की गति देते हुए, आरोपित तक पहुंची, और आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस प्रवक्ता ने आज जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 07.10.2024 को एक महिला ने पीएस साइबर क्राइम पूर्व, गुरुग्राम में एक लिखित शिकायत उसके भतीजे को खतरे में बता कर इमरजेंसी की कह कर उससे लगभग 3 लाख 70 हजार रुपए की ठगी करने के सम्बन्ध में दी गई। इस शिकायत पर थाना साईबर क्राइम पूर्व, गुरुग्राम में संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।
उनका कहना है कि सहायक पुलिस आयुक्त,साइबर क्राइम प्रियांशु दीवान HPS, के नेतृत्व में प्रबंधक थाना साइबर क्राइम पूर्व के नेतृत्व में महिला उप-निरीक्षक सीमा ने उपरोक्त मुकदमा में कार्रवाई करते हुए गत 8 जनवरी 2025 को 1 आरोपित को गुरुग्राम से काबू किया। काबू किए आरोपित का नाम देव प्रिय गौतम निवासी रकबगंज जिला आगरा (उत्तर-प्रदेश) है।
उनका कहना है कि पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि आरोपित देव प्रिय गौतम शिवालिक स्मॉल फाइनेंस बैंक नोएडा शाखा में मई 2024 से सितंबर 2024 तक कार्यरत था। इसी दौरान आरोपित देव प्रिय गौतम की मुलाकात एक व्यक्ति से हुई जिसने उसको बताया कि वह साइबर ठगी का काम करता है। जिसके लिए उसको बैंक खाता की जरूरत है तथा उसके पास कुछ लोगों के डॉक्यूमेंट तथा केवाईसी है तथा वह एक खाता खोलने के बदले डेढ़ लाख रुपए देगा। जिस पर आरोपी ने लालच में आकर बैंक खाता खोलकर अन्य व्यक्ति को दे दिया तथा आरोपित द्वारा उपलब्ध कराए गए बैंक खाता में उपरोक्त मुकदमा में ठगी गई राशि में से 2 लाख रुपए ट्रांसफर किए गए थे। आरोपित को बैंक खाता उपलब्ध कराने के बदले डेढ़ लाख रुपए मिले थे। मुकदमा का अनुसंधान जारी है।
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