अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद/बल्लभगढ़: भारत सरकार के भारी उद्योग और ऊर्जा विभाग के केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि देश के इतिहास में आजादी के योगदान में प्रदेश के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का योगदान हमेशा हमेशा स्मरणीय रहेगा। उन्होंने कहा कि आज भी भारतीय सेनाओं में हर दसवां सिपाही हरियाणा का मिल रहा है।केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर आज वीरवार को बल्लभगढ़ के दहशरा ग्राउंड में 74वां गणतंत्र दिवस समारोह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित लोगों को सम्बोधित कर रहे थे। आज यहां राष्ट्रीय ध्वज फहराते हुए उन्होंने कहा कि मेरे लिए बड़े गर्व और सौभाग्य की बात है। इस खुशी के इस मौके पर मैं आप सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं। केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने कहा कि सन 1950 में आज ही के दिन हमारा संविधान लागू हुआ था।
इसी संविधान के कारण हम सभी को समान न्याय, स्वतंत्रता एवं समानता का अधिकार मिला है। आज इस सुअवसर पर मैं बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर सहित संविधान सभा के तमाम सदस्यों को नमन करता हूं और हमारे देशभक्तों के त्याग और बलिदान की एक लंबी गौरवगाथा जुड़ी हुई है। देश को आजादी दिलाने के लिए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, शहीद भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, चंद्रशेखर आजाद और उधम सिंह जैसे अनेक स्वतंत्रता सेनानियों ने लम्बा संघर्ष किया था।देश की आजादी के लिए अपने प्राणों को न्योछावर करने वाले सभी ज्ञात-अज्ञात शहीदों के साथ-साथ उन जांबाज जवानों को भी सलाम करता हूं, जिन्होंने आजादी के बाद देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की बाजी लगा दी।आजादी की लड़ाई में हरियाणा प्रदेश का भी अहम योगदान रहा है। आज भी हरियाणा के नौजवान सेना में भर्ती होना अपनी शान समझते हैं। यही कारण है कि आज भारतीय सेना का हर दसवां जवान हरियाणा से है।
उन्होंने कहा कि आज जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं तो हमें इस बात का विचार करने की आवश्यकता है कि आजादी के बाद हमने अपने स्वतंत्रता सेनानियों और संविधान निर्माताओं के सपनों का भारत बनाने की दिशा में कहां तक सफलता हासिल की है। हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों के कठोर संघर्ष से हमें आजादी मिली तो वहीं दिन-रात मुस्तैदी से देश की सीमाओं की निगहबानी करने वाले वीर सैनिकों के कारण हमारी यह आजादी सुरक्षित है। आज पूरा देश उनका ऋणी है। उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए हमने युद्ध के दौरान शहीद हुए हरियाणा के सैनिकों और अर्ध-सैनिक बलों के जवानों की अनुग्रह राशि 20 लाख रुपये से बढ़ाकर 50 लाख रुपये को गई है। इसी प्रकार, आई.ई.डी. ब्लास्ट में शहीद होने पर भी अनुग्रह राशि 20 लाख रुपये से बढ़ाकर 50 लाख रुपये की गई है।युद्ध अथवा आतंकवादियों से मुठभेड़ या किसी अन्य घटना के दौरान घायल हुए सैनिकों और अर्ध-सैनिक बलों के जवानों की अनुग्रह राशि निःशक्तता के आधार पर बढ़ाकर 35 लाख रुपये, 25 लाख रुपये और 15 लाख रुपये की गई है। हमने शहीदों के 365 आश्रितों को सरकारी नौकरियां दी हैं।
केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने कहा कि हरियाणा में भी मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में मौजूदा सरकार ‘सबका साथ-सबका विकास के मूलमंत्र पर प्रदेश के हर क्षेत्र का समान विकास करवाने के लिए प्रयासरत है। राज्य सरकार ने व्यवस्था परिवर्तन एवं सुशासन के पथ पर चलते हुए कई अनूठी पहल की हैं।प्रदेश में हर व्यक्ति को उसके घर-द्वार पर ही सरकार की योजनाओं व सेवाओं का लाभ मिले, इसके लिए विभिन्न विभागों की योजनाओं व सेवाओं को ऑनलाइन किया जा रहा है। ‘मेरा परिवार-मेरी पहचान कार्यक्रम के तहत सभी परिवारों के परिवार पहचान-पत्र बनाए जा रहे हैं। पी.पी.पी. पोर्टल पर अब तक लगभग 72 लाख परिवारों का पंजीकरण हो चुका है। इनमें से अब तक 64 लाख 85 हजार से अधिक परिवारों का डाटा सत्यापित हो चुका है। राज्य सरकार द्वारा सामाजिक सुरक्षा पेंशन को परिवार पहचान-पत्र से जोड़ा गया है।उन्होंने कहा कि देश में पहली बार बी.पी.एल. परिवारों को ऑनलाइन राशन कार्ड देने की सुविधा शुरू की है।
अब परिवार पहचान पत्र के माध्यम से बिना आवेदन किये आटोमेटिक ढंग से पात्र परिवार को बी.पी.एल. का पीला राशन कार्ड ऑनलाइन मिल रहा है । बी.पी.एल. कार्ड की प्रक्रिया को भी हमने डायनेमिक इनकम सिस्टम कर दिया है। यदि किसी परिवार की आय कम हो जाती है तो उसका बी.पी .एल. कार्ड स्वतः ही बन जाएगा और आय अधिक हो जाती है, तो उसका कार्ड स्वतः ही बंद हो जाएगा। प्रदेश के सबसे गरीब परिवारों का जीवन स्तर ऊंचा उठाने के लिए ‘मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना’ चलाई जा रही है। इसके तहत सबसे गरीब परिवारों की पहचान करके उनकी वार्षिक आय कम से कम 1.80 लाख रुपये की जाएगी। ताकि ज्यादा से ज्यादा परिवारों को गरीब कल्याण से जुड़ी योजनाओं का लाभ मिल सके। ऐसे परिवारों की आय बढ़ाने के लिए 78 हजार परिवारों को स्वरोजगार के लिए ऋण व अन्य योजनाओं के माध्यम से सहायता दी गई है।केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने कहा कि अधिक से अधिक गरीबों को मुफ्त इलाज सुविधा देने के लिए ‘आयुष्मान भारत- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’ का विस्तार करते हुए 21 नवम्बर, 2022 से चिरायु योजना लागू की है। चिरायु योजना के तहत 1 लाख 80 हजार रुपये से कम वार्षिक आय वाले लगभग 13 लाख नए परिवारों को मुफ्त इलाज की सुविधा मिल गई है।हरियाणा देश का पहला राज्य है, जहां 500 प्रकार की दवाइयां और 319 प्रकार के ऑपरेशन मुफ्त करवाए जा रहे हैं। एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम में हरियाणा को देश में प्रथम स्थान मिला है। अन्त्योदय परिवारों की स्वास्थ्य जांच के लिए निरोगी हरियाणा योजना भी शुरू की है। जिन गरीब परिवारों की वार्षिक आय 1 लाख 80 हजार रुपये वार्षिक से कम है, उन बेघर परिवारों का सर्वेक्षण कर उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत प्राथमिकता के आधार पर मकान दिए जाएंगे। इस योजना के तहत गरीबों के लिए मकान बनाए गए हैं। वहीं ‘मुख्यमंत्री परिवार समृद्धि योजना’ के तहत बी.पी.एल. परिवारों को 6 हजार रुपये वार्षिक सहायता दी जा रही है। ‘प्रधानमंत्री स्वनिधी योजना’ के तहत रेहड़ी-फड़ी वालों को अपना काम शुरू करने के लिए 10 हजार रुपये तक का ऋण दिया जा रहा है। प्रदेश में सभी तरह की सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि बढ़ाकर 2500 रुपये मासिक की गई है। इसके अलावा, 60 वर्ष से अधिक आयु के श्रमिकों को भी 2750 रुपये मासिक पेंशन दी जा रही है। गरीब परिवारों की बेटियों के विवाह पर शगुन के रूप में ‘मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना’ के तहत 71 हजार रुपये तक की राशि दी जा रही है। स्कूल न जा पाने वाले 18 वर्ष के निःशक्त बच्चों को दी जा रही वित्तीय सहायता बढ़ाकर 1900 रुपये मासिक की गई है।उन्होंने कहा कि प्रदेश में फसलों की खरीद को सुविधाजनक बनाने हेतु ‘मेरी फसल- मेरा ब्यौरा पोर्टल शुरू किया गया है। देने की अवधारणा पर काम किया जा रहा है। प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर सुविधाएं देने के लिए 126 नए संस्कृति मॉडल स्कूल खोले गए हैं। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 10वीं व 12वीं कक्षा के छात्रों को लगभग 6 लाख टैबलेट मुफ्त दिए हैं। तकनीकी संस्थानों में उद्योगों की जरूरत के अनुसार प्रशिक्षण के लिए उद्योगों के साथ एम.ओ.यू. किए गए हैं। हमारे युवा प्रतियोगी परीक्षाओं में अग्रणी रहें, इसके लिए सुपर-100 प्रोग्राम चलाया जा रहा है। यह गर्व की बात है कि इसके तहत कोचिंग पाने वाले विद्यार्थी आई.आई.टी. मेन्स और नीट जैसी राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं में मेरिट में स्थान प्राप्त कर रहे हैं। युवाओं को नौकरी के लिए बार-बार आवेदन करने व फीस भरने से छुटकारा दिलाने के लिए एकल पंजीकरण’ की सुविधा शुरू की गई है। बार-बार प्रतियोगी परीक्षा से निजात दिलाने के लिए ‘कॉमन पात्रता परीक्षा का प्रावधान किया गया है। पिछले दिनों ग्रुप-सी के लिए यह परीक्षा भी आयोजित की गई है। प्रदेश में आउटसोर्सिंग से जुड़ी सरकारी सेवाओं में ठेका प्रथा बंद करने के लिए हरियाणा कौशल रोजगार निगम बनाया गया है।प्रदेश के हमारे खिलाड़ियों ने ओलिंपिक व अन्य अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतकर देश व प्रदेश का नाम रोशन किया है। गत वर्ष जून माह में हमने ‘खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2021’ का सफल आयोजन किया। इन खेलों में हमारे खिलाड़ियों ने 137 पदक जीतकर देश में पहला स्थान हासिल किया। यह सब हमारे खिलाड़ियों की लगन व मेहनत और सरकार की खेल नीति का सुपरिणाम है। टोक्यो ओलंपिक में भी कुल 7 पदकों में से 3 पदक हरियाणा के खिलाड़ियों ने जीते हैं। हॉकी में कांस्य पदक जीतने वाली टीम में हमारे दो खिलाड़ी शामिल हैं।इससे पूर्व केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने शहीद स्मारक पर जाकर शहीदों को पुष्प चक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि भी दी।
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