अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:दिल्ली पुलिस ने 15 दिसंबर 2019 को पीएस न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी और जामिया के क्षेत्र में सीएए के खिलाफ जामिया छात्रों द्वारा आयोजित विरोध मार्च के परिणामस्वरूप गंभीर दंगे छिड़ गए थे। भीड़ ने बड़े पैमाने पर दंगे, पथराव और आगजनी में लिप्त रही और इस प्रक्रिया में कई सरकारी और निजी संपत्तियों को नष्ट कर दिया। दोनों थानों में दंगा, आगजनी और सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने के मामले दर्ज किए गए थे। दंगों में कई पुलिसकर्मी और सार्वजनिक व्यक्ति घायल हो गए थे।
बीते 13 दिसंबर 2019 को दिए गए देशद्रोही भाषण के कारण एफआईआर नंबर 242/19 पीएस एनएफसी, शारगिल इमाम को जामिया दंगों को भड़काने और उकसाने के लिए गिरफ्तार किया गया था । जांच के दौरान एकत्र किए गए साक्ष्यों के आधार पर इस मामले में धारा 124ए आईपीसी और 153ए आईपीसी (राजद्रोह और वर्गों के बीच एनीसिटी को बढ़ावा देने) लागू किया गया था। इस मामले में राजेश देव के नेतृत्व में एसआईटी द्वारा गिरफ्तार दंगाइयों के खिलाफ पहले चार्जशीट दाखिल की गई थी। पूर्व में आरोप पत्र जारी रखने में पूरक आरोप पत्र अब एमएम साकेत कोर्ट की अदालत में दाखिल किया गया है। मामले में आगे की जांच जारी है।