अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:जिला प्रशासन ने आज एनजीटी के आदेश पर प्रदूषण फैलाने वाले छोटे -छोटे फैक्ट्रियों को चार अर्थमूभर मशीनों की सहायता धवस्त कर दिया । कई लोगों को चेतवानी देकर जगह तुरंत खाली करने को कहा। जिन उद्योगों को तोडा गया उस उद्योग से निकलने वाले केमिकल युक्त गंदा पानी को नहर में सीधा डाला जा रहा था। जिसका आम लोगों के सेहत पर गलत प्रभाव पड़ रहा था.
ओल्ड फरीदाबाद नहरपार इलाके के मबई गांव में पिछले कई सालों से अवैध रूप से एक जींस बनाने की फैक्टरी चलाया जा रहा था. इस फैक्टरी से केमिकल युक्त पानी निकलता था जिसे वहीँ के एक नहर में डाला जा रहा था जिससे नहर का पानी बिल्कुल काला पड जाता था से आसपास के इलाके में काफी प्रदूषण भी फ़ैल रहा था की वजह से आमजनों के सेहत पर गलत प्रभाव पड़ रहा था। इससे पहले भी इस फैक्टरी वालों के खिलाफ नगर निगम प्रशासन ने कार्रवाई की थी। वावजूद इसके फैक्टरी मालिक अपना गौरख धंधा चलाए जा रहे थे और एनजीटी के हिदायतों की बार -बार अनदेखी कर रहे थे।
इस कारण से आज जिला प्रशासन ने मौके पर पहुंच कर तोड़फोड़ की कार्रवाई को अंजाम दिया और गलत तरीके से चल रहे जींस की फैक्टरी को बंद कर दिया हैं। यह कार्रवाई जिला प्रशासन ने भारी पुलिस बल के साए में किया हैं। इस दौरान मौके पर एसडीएम अमित कुमार, प्रदूषण विभाग से कविता ,ओल्ड नगर निगम के तोड़फोड़ विभाग के कार्यकारी अभियंता विजय ढाका,एसडीओ डी.के सोलंकी, सुशील व कनिष्ठ अभियंता मनीष सहरावत मौजूद थे। जबकि भारी पुलिस के नेतृत्व एसीपी (सराय) मौजी राम कर रहे थे।