अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:दिल्ली पुलिस की एजीएस,क्राइम ब्रांच की एक टीम ने आज महिला कांस्टेबल को आत्महत्या करने उकसाने के मामले में 20000 रुपए के इनामी व फरार अपराधी को अरेस्ट किया हैं। अरेस्ट अपराधी के करतूत की वजह से महिला कांस्टेबल का रिश्ता टूट गया जिसे वह बर्दाश्त नहीं कर पाई, और उसने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। ये घटना वर्ष 3 अगस्त 2021 की हैं। अरेस्ट किए गए इनामी अपराधी का नाम सोनू भलोटिया, उम्र 27 वर्ष, निवासी ग्राम भलोठ, जिला झुंझुनू, राजस्थान को मेरठ कैंट, उत्तर प्रदेश हैं, उसे अरेस्ट किया गया हैं। मृतक महिला कांस्टेबल थाना पालम गांव में तैनात थी।
डीसीपी,क्राइम रविंद्र सिंह यादव ने आज जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 3 अगस्त 2021 को दिल्ली पुलिस की एक महिला कांस्टेबल द्वारा आत्म हत्या के संबंध में पीएस पालम गांव में एक पीसीआर कॉल प्राप्त हुई। मृतक की बहन द्वारा एक शिकायत दर्ज कराई गई थी जिसमें आरोप लगाया गया था कि उसकी बहन ने सोनू भालोटिया द्वारा प्रताड़ित किए जाने के कारण आत्महत्या कर ली है। आरोपित सोनू वर्ष 2020 में उसकी बहन के संपर्क में आया। इसके बाद आरोपित सोनू ने मृतका को पड़ोस के गांव का रहने वाला बताकर उसके करीब जाकर यह भी विश्वास दिलाया कि वह अविवाहित है। आरोपित सोनू ने मृतका की ई-मेल आईडी और पासवर्ड भी ले लिया और उसके Google खाते से सभी संपर्क विवरण, फोटो और वीडियो निकाल लिए। वर्ष- 2021 में मृतका ने अपनी बहन को सारी सच्चाई बताई और उसे यह भी पता चला कि आरोपित सोनू पहले से शादीशुदा था।
उसने आरोपित सोनू का मोबाइल नंबर ब्लॉक कर दिया लेकिन वह अलग-अलग मोबाइल नंबरों से उससे संपर्क करता रहा। इसी बीच मृतक की सगाई दूसरे लड़के से तय हो गई। इस पर आरोपित सोनू ने मृतका को धमकी दी कि अगर वह उससे बात नहीं करेगी तो वह उसके मंगेतर को सब कुछ बता देगा। वह अवसाद में आ गई और दिनांक 3 अगस्त 2021 को आरोपित सोनू से (मानसिक रूप से) प्रताड़ित होकर उसने आत्म हत्या कर ली। आरोपित की तलाश की गई लेकिन वह फरार चल रहा था और गिरफ्तारी से बच रहा था। उसे भगोड़ा घोषित किया गया था। उसकी गिरफ्तारी पर ₹ 20,000/- का नकद इनाम घोषित किया गया था।
सूचना एंव टीम संचालन
इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार एंव इंस्पेक्टर गुलशन के नेतृत्व में एजीएस, क्राइम ब्रांच की एक टीम, जिसमें एसआई सचिन, एएसआई कुलदीप, एचसी विनोद, एचसी दीपक, एचसी नरेंद्र, एचसी श्याम सुंदर, एचसी मिंटू, एचसी पप्पू, एचसी धर्मराज,एचसी ओमवीर एंव कांस्टेबल धीरज शामिल हैं। इस घटना में शामिल अपराधी को पकड़ने के लिए अमित गोयल, डीसीपी/अपराध और एस.डी. मिश्रा, संयुक्त पुलिस आयुक्त/अपराध द्वारा नरेश कुमार की कड़ी निगरानी में, एसीपी/एजीएस का गठन किया गया था। आरोपितों को पकड़ने के लिए गुप्त मुखबिरों को लगाया गया था। अभियुक्त के मेरठ, उत्तर प्रदेश में होने की गुप्त सूचना उच्च न्यायालय मिंटू को प्राप्त हुई थी। इसके बाद टेक्निकल सर्विलांस के आधार पर मेरठ क्षेत्र में छापेमारी की गई और आरोपित सोनू को सब एरिया मेरठ कैंट,यूपी से अरेस्ट कर लिया गया।
पूछताछ
आरोपित सोनू भालोटिया राजस्थान के झुंझुनू के गांव भलोत का रहने वाला है और उसने 12वीं तक पढ़ाई की है. उसकी एक छोटी बहन है, जिसकी शादी हो चुकी है। उनकी मां गृहिणी और पिता किसान हैं। आरोपित सोनू की 2019 में शादी हुई थी। दिसंबर 2019 में सोनू श्रीनगर से अपने गृहनगर आ रहा था। जब वह धौला कुआं से झुंझुनू के लिए बस में चढ़ा तो वह मृतका से मिला और उससे दोस्ती कर ली। आरोपित सोनू ने मृतका का भरोसा जीत लिया और उससे दोस्ती करता रहा। कुछ समय बाद,मृतक संगीता को पता चला कि सोनू पहले से ही शादीशुदा था और उसने सोनू से संपर्क करना बंद करने के लिए कहा, लेकिन वह मृतका से संपर्क करता रहा और उसे धमकी देता रहा कि वह उसके साथ संपर्क बनाए रखे। कुछ समय बाद मृतका की दूसरे लड़के से सगाई तय हो गई और आरोपित ने लड़के से संपर्क किया और उसे मृतका के साथ अपने संबंध के बारे में बताया, जिस पर सगाई टूट गई। इसके बाद मृतका डिप्रेशन में चली गई और आरोपित सोनू मोबाइल पर उसका पीछा करता रहा। 03 अगस्त 2021 को मृतका ने थाना पालम क्षेत्र में फांसी लगा ली। मृतक की मौत की खबर मिलने के बाद, आरोपित आर्मी सप्लाई कॉर्प, बैंगलोर में अपनी मूल इकाई से भाग गया। वह अपनी ड्यूटी से बिना छुट्टी लिए अनुपस्थित रहे। आरोपित अपने गिरफ्तारी वारंट और कोर्ट के निर्देश से भली-भांति परिचित था और जानबूझ कर अपनी गिरफ्तारी से बच रहा था, इसके लिए उसने पुलिस द्वारा पता न चलने के लिए कई सिम भी बदलवाए थे.