अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
नोएडा थाना सेक्टर- 20 पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने एटीएम मशीन के सर्वर में छेड़खानी कर लाखों रुपये की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर इस गैंग के सरगना समेत छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनके कब्जे से 18675 रुपए, 54 डेबिट कार्ड, 03 मोबाइल फोन और एक स्विफ्ट डिजायर कार बरामद की है, पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.पुलिस के गिरफ्त में खडे कृष्ण कांत, अनूप कुमार, आशीष, रिंकू यादव, अमित और प्रत्यूष बड़े ही शातिर किस्म के अपराधी है, जो एटीएम मशीन में टेक्निकल छेड़छाड़ कर के रुपए निकालते थे, एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि आरोपित एटीएम को मैकेनिकली हैक कर पैसा निकाल लेते थे। एटीएम में छेड़छाड़ इस प्रकार करते थे कि पैसा निकलने के बाद भी कैंसिल का मैसेज आता था। कैंसिल मैसेज को आधार बनाकर आरोपित संबंधित बैंक में क्लेम करते थे और बैंक उन्हें पैसा वापस कर देता था।
एडिशनल डीसीपी ने बताया कि आरोपी पिछले वर्ष अक्टूबर में मध्य प्रदेश से भी जेल जा चुके हैं। दो माह जेल में रहने के बाद जमानत पर बाहर आकर फिर से ठगी करने लगे। गिरोह का सरगना प्रत्यूष है. वहीं रुस्तम ने कानपुर के डिग्री कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई कर रखी है. आरोपियों ने नोएडा, दिल्ली, लखनऊ, मुंबई, गुरुग्राम सहित दर्जनों शहरों के एटीएम से रुपये निकालने की घटना को अंजाम दिया था. आरबीएल बैंक प्रबंधन की ओर से सेक्टर-20 कोतवाली में केस दर्ज कराया गया था। पुलिस अधीक्षक एसटीएफ नोएडा राज कुमार मिश्रा ने बताया कि आरोपियों ने एटीएम की टेक्निकल फाल्ट का तरीका यूट्यूब पर देखा था. ठगों ने जिन एटीएम को टारगेट किया था. उनमें करीब 75 फीसद में आरबीएल बैंक के एटीएम कार्ड का प्रयोग किया गया है. अन्य बैंकों से इतर इस बैंक में पैसे की वापसी के लिए एप्लिकेशन नहीं देना होता है. बैंक कैंसिल मैसेज के आधार पर खुद ही पैसा खाते में वापस कर देता था. आरोपियों ने आरबीएल बैंक से 22 लाख से अधिक की ठगी की है. अन्य बैंकों से भी डिटेल जुटाई जा रही है.मैकेनिकली हैक कर पैसा निकाल लेते थे। एटीएम में छेड़छाड़ इस प्रकार करते थे कि पैसा निकलने के बाद भी कैंसिल का मैसेज आता था। कैंसिल मैसेज को आधार बनाकर आरोपित संबंधित बैंक में क्लेम करते थे और बैंक उन्हें पैसा वापस कर देता था।
एडिशनल डीसीपी ने बताया कि आरोपी पिछले वर्ष अक्टूबर में मध्य प्रदेश से भी जेल जा चुके हैं। दो माह जेल में रहने के बाद जमानत पर बाहर आकर फिर से ठगी करने लगे। गिरोह का सरगना प्रत्यूष है. वहीं रुस्तम ने कानपुर के डिग्री कालेज से स्नातक की पढ़ाई कर रखी है. आरोपितों ने नोएडा, दिल्ली, लखनऊ, मुंबई, गुरुग्राम सहित दर्जनों शहरों के एटीएम से रुपये निकालने की घटना को अंजाम दिया था. आरबीएल बैंक प्रबंधन की ओर से सेक्टर-20 कोतवाली में केस दर्ज कराया गया था।पुलिस अधीक्षक एसटीएफ नोएडा राज कुमार मिश्रा ने बताया कि आरोपियो ने एटीएम की मैकेनिकल फाल्ट का तरीका यूट्यूब पर देखा था. ठगों ने जिन एटीएम को टारगेट किया था. उनमें करीब 75 फीसद में आरबीएल बैंक के एटीएम कार्ड का प्रयोग किया गया है. अन्य बैंकों से इतर इस बैंक में पैसे की वापसी के लिए एप्लिकेशन नहीं देना होता है. बैंक कैंसिल मैसेज के आधार पर खुद ही पैसा खाते में वापस कर देता था. आरोपियो ने आरबीएल बैंक से 22 लाख से अधिक की ठगी की है. अन्य बैंकों से भी डिटेल जुटाई जा रही है.
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