अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : ग्रीन फिल्ड कालोनी में शराब कारोबारी और स्थानीय निवासियों के बीच शराब का ठेका बंद कराने को लेकर मंगलवार देर सांय जबदरस्त नौक झोंक हुई.बताया गया हैं कि इस दौरान शराब कारोबारी ने महिलाओं के साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया और कहा कि ठेका खोलने के एवज में एक्साइज कमिश्नर को 20 लाख रूपए देकर इस ठेके को खोला गया हैं। इसे बंद कराने वाले आप लोग कौन होते हो.यहां से आप लोग चले जाओं । इस तरह से काफी देर तक दोनों पक्षों के बीच बहसबाजी होती रहीं। लोगों की माने तो खोले गए शराब के ठेके खिलाफ आज डीटीपी इंफोर्स्मेंट नरेश कुमार से मिलने जाएंगें और बनाई गई अवैध दुकान की शिकायत करेंगे और इस अवैध दुकान को तुरंत तोड़ने की मांग करेंगें।
समाजसेविका नूतन शर्मा का कहना हैं कि जिला प्रशासन की मिलीभगत से ग्रीन फिल्ड कालोनी में शराब का ठेका खोल कर, समाज में जहर घोलने का कार्य किया जा रहा हैं.ग्रीन फिल्ड कालोनी में सभ्य लोग रहते हैं.इन्हें शराब पीला कर हैवान बनाने की कोशिश की जा रहीं हैं। उनका कहना हैं कि वह लोग खोले जा रहे शराब के ठेके को बंद करने के लिए जिला आबकारी एंव कराधान अधिकारी व कमिश्नर जी अनुपमा को लिखित शिकायत दे चुके हैं पर उनके दिए गए शिकायतों पर अभी तक कोई अमल नहीं किया गया पर वह लोग भी किसी कीमत पर शराब का ठेका नहीं खोलने देंगें। वह लोग मंगलवार सांय को फिर से खोले गए शराब के ठेके को शांतिपूर्वक बंद कराने के लिए गए थे पर मौजूद शराब कारोबारी जिसे लोग तिवारी-तिवारी कहते हैं ने उनके साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया.सवाल के जवाब में उनका कहना हैं कि शराब कारोबारी द्वारा जानबूझ कर प्रदर्शन कारी महिलाओं के साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा था. ताकि लोग उनके साथ झगड़ा कर सकें और महिलाओं के खिलाफ पुलिस केस बना सकें पर उन लोगों को यह नहीं मालूम की जो लोग ठेका का विरोध कर रहे हैं वह पूरे तरह से शिक्षित और सक्षम लोग हैं।
उनका कहना हैं कि वह लोग शांतिपूर्वक बातचीत कर रहे थे पर वह अभद्र भाषा का इस्तेमाल करके गुंडे होने का परिचय दे रहे थे। जिस दुकान में शराब का ठेका खोला गया हैं वह पूर्ण रूप से अवैध हैं जिसे तुड़वाने के लिए आज सैकड़ों लोग डीटीपी इंफोर्स्मेंट नरेश कुमार से मिलने के लिए जाएंगें और बनाई गई अवैध दुकान को तुड़वाने की शिकायत और मांग करेंगें। उनका कहना हैं कि बहसबाजी के दौरान शराब कारोबारी तिवारी यह कह रहा था यह शराब का ठेका फ्री में नहीं खोल रहे हैं। इसके एवज में एक्साइज कमिश्नर को 20 लाख रूपए दिए हैं और वह शराब का ठेका खोल कर रहेंगें। इसके जवाब में उन्होनें कहा कि जिला प्रशासन का तक़रीबन सिस्टम जब शराब कारोबारी के हाथोँ बीक चुका हैं तो अभी तो डीटीपी इंफोर्स्मेंट नरेश कुमार से मिलेंगें और इस अवैध दुकान को तुड़वाने की मांग करेंगें। इसके बाद सभी विभागों के अधिकारीयों के खिलाफ कोर्ट में जाएंगे जहां पर सभी अधिकारीयों को जवाब देने होंगें।