अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: ग्रीन फिल्ड कालोनी प्रॉपर्टी एंव बिल्डर एसोसिएशन के प्रधान आकाश गुप्ता ने जब से लॉकडाउन लगी हैं। तभी से ही वह अपने एसोसिएशन की तरफ से 1000 से अधिक दिहाड़ी मजदूरों को राशन व अन्य जरुरत सामग्री वितरित किए हैं और यह सिलसिला अब भी जारी हैं। एसोसिएशन की इस सराहनीय कार्य की चर्चा शहर भर में हो रही हैं। कई ऐसी संस्थाएं हैं जो इनसे प्रेणना लेकर जरुरत मंद मजदूरों की सेवा में जुट गई और जरुरत मंद लोगों का भला करने में लगे हैं। इस पुनीत कार्य में उनका सहयोग संस्था के संरक्षण उमा शंकर गर्ग , केशव अग्रवाल, अनिल गोयल , योगेश अग्रवाल, बाबू लाल अग्रवाल, देवेंद्र बंसल, अजय गोयल,उज्जवल गर्ग, संजय गर्ग, निखिल बिंदल,अमित जैन,योगेश जिंदल, प्रतीक आहूजा, राकेश अग्रवाल, अजय शर्मा, ललित भड़ाना, मनदीप, अमित गर्ग, के.के गर्ग व विक्की तंवर व अन्य पदाधिकारी गणों ने किया।
प्रधान आकाश गुप्ता ने बातचीत के दौरान बताया कि ग्रीन फिल्ड कालोनी में जब लॉकडाउन लगने की घोषणा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले तो 14 अप्रैल तक की थी और बाद में देश भर में बढ़ते कोरोना महामारी के मरीजों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिर से इस लॉकडाउन को बढ़ा कर आगामी 3 मई तक कर दिया। उनका कहना हैं कि लॉकडाउन के पहले से ही इस कालोनी में लगभग 150 बिल्डिंगों के निर्माण कार्य चल रहे थे पर लगभग एक हजार मजदूर काम कर रहे थे। इनमें से सभी मजदूर हरियाणा से अलग-अलग प्रदेशों के हैं। यह सभी मजदूर रोजाना कमाने खाने वाले हैं । यह सभी लोग देश भर में एक दम से ट्रांसपोर्ट सिस्टम बंद होने के कारण अपने गांव घर नहीं जा सकते हैं। उनके सामने बिल्कुल विकट स्थिति पैदा हो गई थी। यह सभी लोग एक साथ रह भी नहीं सकते थे। क्यूंकि लॉकडाउन के नियमों के पालन करना भी अनिवार्य था। ऐसे में उनकी ग्रीन फिल्ड कालोनी प्रॉपर्टी एंव बिल्डर एसोसिएशन ने वक़्त न गवाते हुए एक महत्वपूर्ण फैसला लिया।
क्यों ना इन मजदूर भाइयों की एसोसिएशन लेबल पर मदद की जाए। उनका कहना हैं कि उन्होनें इसके बाद उन सभी मजदूरों से बारिकी के साथ बात चीत की गई और उनसे उनके मुश्किलों के बारे में जाना तो उनके सामने जो बातें आई वह बातें हैं रहने और खाने की थी। इसके बाद उन्होनें उन सभी लोगों को अलग-अलग साइडों पर रहने की व्यवस्था की गई और उनके लिए पहले तो तैयार खाना की व्यवस्था की गईं और सभी मजदूरों को खाना खिलाया गया। उनका कहना हैं कि इसके बाद सभी मजदूरों को राशन का किट देना शुरू कर दिया। इस किट में चावल, आटा, दाल,सरसों तेल,मसाला ,नमक हैं। जोकि एक हफ्ते का राशन हैं। इसके बाद जिन मजदूरों के पास राशन खत्म हो जाता हैं उसे फिर से राशन का किट एक हफ्ते के लिए दे दिया जाता हैं। इसके बाद कोई मजदूर सब्जी की मांग करता हैं उसे आलू-प्याज भी मुहैया करा दिया जाता हैं। इस तरीके से अब तक लगभग 1000 दिहाड़ीदार मजदूरों को लगातार राशन वितरित किए जा चुके हैं किसी भी मजदूरों को किसी कीमत पर खाली पेट नहीं रहने दिया जाएगा। उनका कहना हैं कि मजदूरों को राशन बांटने का सिलसिला जब तक लॉकडाउन लागू रहेगा तब तक जारी रहेगा।