अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद में 10 दिन पहले कोई 12वीं कक्षा के छात्र की हत्या का की गुत्थी सुलझाते हुए के पुलिस ने 5 आरोपितों को अरेस्ट किया है। मृतक के पिता शिवानंद मिश्रा ने गोली मारने वालों को गौ- रक्षक बताया हैं, जिन्होंने मृतक युवक आर्यन मिश्रा को गलती से गौ तस्कर समझ कर गोली मार दी थी। इस हत्याकांड को आरोपित ने 25 किलोमीटर तक कार का पीछा कर वारदात अंजाम दिया था। बता दें कि आर्यन मिश्रा 12वीं कक्षा का छात्र था और हर्षित व शैंकी के साथ गत 23 अगस्त की रात 12 बजे मैगी खाने के लिए उनकी डस्टर कार में फरीदाबाद के वर्धमान मॉल गए थे।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गौ- रक्षकों को गत 23 अगस्त की देर रात अपने मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ गौ- तस्कर डस्टर और फॉर्च्यूनर कार में शहर में रेकी कर रहे हैं और जहां गाय सुनसान इलाके में है वहां जाकर अपने साथियों को फोन कर केंटर में गाय उठा रहे हैं।इस के बाद गौ- रक्षक अपनी गाड़ी में सेक्टर 21 की तरफ निकले की इसी दौरान फरीदाबाद में पटेल चौक पर उन्हें एक डस्टर कार दिखाई दी तो स्विफ्ट कार में सवार आरोपितों ने डस्टर कार को रुकने का इशारा किया। डस्टर कार में हर्षित कार चला रहा था, और उसके साथ आर्यन मिश्रा बैठा था जबकि हर्षित का भाई शैंकी वह घर की दो महिलाएं कर में पीछे बैठे थे।
एसीपी क्राइम अमन यादव के मुताबिक हर्षित और शैंकी का कुछ ही दिन पहले एनआईटी फरीदाबाद के एक नंबर के रहने वाले पुलकित भाटिया व अन्य कुछ युवकों से झगड़ा हुआ था, जिसमें शैंकी के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया था। डस्टर सवार युवकों को लगा कि जिन युवकों से उनकी रंजिश है। उन्होंने ही उन्हें घेर लिया है और बचने के लिए उन्होंने डस्टर को भागना शुरू कर दिया। दूसरी तरफ स्विफ्ट कार में सवार लोगों को लगा कि डस्टर कार में वाकई गौ- तस्कर है तो उन्होंने भी उनका पीछा शुरू कर दिया। हर्षित ने करीब 25 किलोमीटर गाड़ी भगाकर पलवल टोल नाके के बैरियर को तोड़ दिया । तब स्विफ्ट कार सवार युवकों पर शक और ज्यादा बढ़ गया और उन्होंने डस्टर कार पर फायरिंग की। जिसमें गोली डस्टर के पिछले शीशे से निकलती हुई ड्राइवर सीट के बराबर में फ्रंट सीट पर बैठे आर्यन मिश्रा को लग गई।
आर्यन को गोली लगने के बाद हर्षित ने कार को साइड में रोका तब आरोपितों ने आगे जाकर आर्यन को फिर एक और गोली उसकी छाती में मारी, इसके बाद हर्षित की तरफ डायल 112 पर पुलिस को जानकारी दी गई और फिर घायल को फरीदाबाद के एक निजी अस्पताल में लाया गया जहां पर गत 24 अगस्त को आर्यन मिश्रा की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इस मामले में एसीपी क्राइम अमन यादव बताया कि अरेस्ट आरोपितों के नाम अनिल कौशिक, वरुण, कृष्ण, आदेश और सौरव हैं। वारदात की रात को आरोपितों ने बढ़कर इलाके से पीछा करते हुए मृतक की गाड़ी का गड़बड़ी टोल तक पीछा किया था। इस दौरान उन्होंने चार गोलियां चलाई थी जिनमें से दो गोली मृतक आर्यन को लगी थी। इस मामले में क्राइम ब्रांच की टीम ने सैकड़ों सीसीटीवी चेक किया जिसके बाद इन आरोपितों को अरेस्ट किया गया है। आरोपितों के पास अवैध हथियार था और वारदात में प्रयोग किया गया था जिसे आरोपित अनिल कौशिक से बरामद कर लिया गया है वारदात में प्रयोग की गई स्विफ्ट कार को भी कब्जे में ले लिया गया है लेकिन अभी तक उनके किसी भी संगठन से जुड़े होने की किसी से कोई जानकारी नहीं मिली है फिलहाल सभी को अरेस्ट कर लिया गया है जिनमें से दो को पुलिस रिमांड पर लिया गया है।फरीदाबाद पुलिस ने बेशक पांच आरोपितों को इस मामले में अरेस्ट कर लिया है लेकिन मृतक आर्यन मिश्रा के पिता पुलिस की स्टोरी पर सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि जिस आरोपी अनिल कौशिक को पुलिस ने अरेस्ट किया है उसे उन्होंने खुद बात की है। उसने कहां की गलती से उससे गोली चल गई जो आर्यन की कनपटी पर लगी लेकिन जब आर्यन के पिता ने उसे सवाल किया कि उसकी छाती पर दूसरी गोली किसने मारी तो वह जवाब नहीं दे पा रहा है। उन्होंने मकान मालिक पर भी शक जताया और कहा कि घटना के बाद से मकान मालिक और उसका परिवार फरार हैं।
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