अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने चिट फंड (कमेटी) बना कर लगभग 50 लोगों के लगभग ढाई करोड़ रूपए लेकर भागने वाले आरोपित को अरेस्ट किया हैं। ये ठग लंबे समय से फरार चल रहा था। इस आरोपित को पुलिस ने मुकदमा नंबर-209/ 2020 में अरेस्ट किया गया हैं। अरेस्ट किए गए आरोपित का नाम असलम हैं।
संक्षिप्त तथ्य:-
दौलत राम और अन्य पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है, जिन्होंने आरोप लगाया कि एक मोहम्मद असलम और उनके रिश्तेदार रुपये की ‘समितियां’ चलाते थे। विभिन्न समूहों में 50 तक कुल सदस्यों के साथ 2.5 करोड़। वे 7876, अरकासहन रोड, नई दिल्ली में एक दुकान चलाते थे। शिकायतकर्ता ने आगे आरोप लगाया कि उक्त कथित व्यक्ति ने उच्च रिटर्न के बहाने 50 लोगों से अलग-अलग राशि, और संचित राशि (लगभग 2.5 करोड़ रुपये) लेकर भाग गए। तद्नुसार, केस एफआईआर नं. 209/20, दिनांक 9/12/2020, भारतीय दंड सहिंता की धारा 420/406/120बी/34 आईपीसी एंव 4 पुरस्कार चिटो एंव मनी सर्कुलेशन एक्ट, पीएस आर्थिक अपराध शाखा, नई दिल्ली पंजीकृत किया गया था।
जांच और एमओ:
जांच के दौरान पता चला है कि असलम, इरफान, वसीम एक है एंव कासिम रिश्तेदार हैं एंव 7876, अरकाशन रोड, नई दिल्ली में हीरो सैलून के नाम से एक सैलून चला रहा है। जैसे असलम के पिता रन थे एंव पहाड़गंज बाजार में समितियों (अल्पकालिक वित्तीय योजनाओं) का प्रबंधन पिछले 40 वर्षों से, बाजार के सभी लोग उन पर भरोसा करते थे। लेकिन उनके निधन के बाद उनके बेटे असलम अपने बेटों के साथ एंव भाई ने समितियों का प्रबंधन शुरू किया, लोगों को अच्छे रिटर्न के बदले में राशि जमा करने के लिए प्रेरित किया। अब 2018 से असलम एंव उनके सहयोगी सभी समितियों का मासिक चंदा नगद लेकर अपने आवास से भाग गए एंव शिकायतकर्ताओं का पैसा हड़प लिया। ज्यादातर शिकायतकर्ता/पीड़ित मजदूर यानी मैकेनिक, होटल वेटर, सैलून कर्मचारी, पहाड़गंज मार्केट, नई दिल्ली में फ्रिज मैकेनिक हैं।
गिरफ्तारी और टीम:
एसआई नवीन दहिया,एएसआई ताहर सिंह, एचसी विष्णु भगवान और सीटी कुलदीप सिंह का गठन वीरेंद्र सिंह सजवान, एसीपी सेक्टर -1 / ईओडब्ल्यू की देखरेख में और मोहम्मद अली, डीसीपी/ ईओडब्ल्यू के समग्र मार्गदर्शन में किया गया था। आरोपी लंबे समय से लगातार पुलिस से बचने में कामयाब हो रहा था। अंतत: तकनीकी निगरानी के जरिए आरोपी को पकड़ लिया गया।
आरोपी की प्रोफाइल:
आरोपी मो. असलम, निवासी के-25,अबुल फजल एन्क्लेव, जामिया नगर, ओखला, नई दिल्ली आयु 48 वर्ष ने 8वीं तक पढ़ाई की है। व्यापार में घाटा होने और अपने पिता के निधन के बाद, उन्होंने पोंजी योजनाओं में शामिल हो गए एंव निर्दोष पीड़ितों को निवेश करने के लिए प्रेरित किया।