अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: अपराध शाखा,मानेसर की टीम ने आज रोडरेज के चलते लाठी -डंडों से पीट-पीट कर एक इलेक्ट्रिकल इंजिनियर एंव व्यापारी की दिन दहाड़े सरेआम हत्या करने वाले एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में बीते 11 अक्टूबर -2020 को गुरुग्राम खिड़की दौला थाने में विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। यह खुलासा आज एसीपी क्राइम प्रीतपाल सांगवान ने अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेन्स में किए हैं।
एसीपी क्राइम प्रीतपाल सांगवान ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि बीते 11 अक्टूबर 2020 को खिड़की दौला थाने में अज्ञात हत्यारों के खिलाफ एक हत्या मुकदमा दर्ज किया गया था। इस केस की गंभीरता को देखते हुए इस केस की जांच अपराध शाखा, मानेसर के इंचार्ज अमित कुमार को सौपी गई थी। इस केस के लिए इंचार्ज अमित कुमार एक विशेष टीम गठित की थी। क्यूंकि इस केस में हत्या आरोपित अज्ञात लोग थे। उनका कहना हैं कि उनकी टीम ने कई दिनों की कड़ी मेहनत के बाद आज मुख्य आरोपित की पहचान कर गिरफ्तार कर लिया। मुख्य आरोपित का नाम *रोहित उर्फ मोनू निवासी काकरौला, जिला गुरुग्राम हाल निवासी गली नंबर-2 गढ़ी हरसरू,गुरुग्राम,उम्र-26 वर्ष हैं। उनका कहना हैं किआरोपित ने प्रारंभिक पुलिस पूछताछ में बतलाया कि इसकी स्कूटी उपरोक्त केस में मृतक नेत्रपाल सिंह की गाड़ी को टच हो गई थी तो इसने गाड़ी के आगे अपनी स्कूटी लगा कर रुकवा लिया तो दोनों के बीच झगड़ा हो गया। इसी बीच इसने फोन करके अपने साथियों को बुला लिया और इन सबने मिलकर कार चला रहे नेत्रपाल सिंह की लाठी, डंडों से चोटें मारी और वहां से सभी हमलाबर भाग गए। इस आरोपित को आज अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा और इसके बाकि के आरोपित साथियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
आपको बतादें कि शिकायतकर्ता चेतन कुमार निवासी न्यू पंचवटी कालोनी भाटीया मोड गाजीयाबाद,उत्तरप्रदेश ने एक लिखित शिकायत के माध्यम से बतलाया कि उसका मौसा नेत्रपाल सिँह, निवासी-2064/4B,बसुन्दरा गाजीयाबाद,उत्तरप्रदेश जो इलेक्ट्रिकल इंजिनियर है.जिसने दिल्ली-गुडगाँव मे अपना व्यवसाय किया हुआ है। बीते 11 अक्टूबर-2020 को उसका मौसा अपनी गाडी को लेकर गुरूग्राम मे अपने व्यवसाय के लिए आया हुआ था। उसके मौसा के साथ व्यवसाय करने वाली लड़की भी गाड़ी में मौजूद थी। दोनो गाडी को लेकर IVC COMPANY भांगरोला के पास पहुँचे तो एक स्कूटी चालक अज्ञात ने गाडी के आगे स्कूटी लगाकर कहा कि आपने मेरा एक्सीडेन्ट कर दिया है। इस बात पर दोनों मे कहासुनी हो गई तो स्कूटी चालक ने गाडी की चाबी छिनने के लिए लात व थप्पड मारे व लगभग 15 मीनट बाद स्कूटी चालक द्वारा अपने साथियों को बुला लिया व उसके मौसा के सिर व शरीर पर लाठी डंडो से जानलेवा चोटें मारी।उसने अपने तौर पर तसल्ली करने के बात ये सब पता चला। उन लोगों उसके मौसा को जान से मारने के लिए उसके शरीर व सिर में काफी चोटें मारी जिन चोटों के कारण वो बेहोश हो गए, जिनका ईलाज मेडियोर होस्पीटल मानेसर में कराया। बाद में ज्यादा तबीयत खराब होने के कारण फोर्टिस हॉस्पिटल , गुरूग्राम में दाखिल करा दिया। जहां पर उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई।