अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: जो पुलिस जांच अधिकारी महिला अपराध में शामिल किसी भी आरोपियों को सजा दिलवाती हैं। उस महिला पुलिस को सम्मानित किया जाएगा। यह बात डीसीपी मुख्यालय डा. श्रीमती अंशु सिंगला ने आज पुलिस कमिश्नर कार्यालय के कांफ्रेंस हॉल आयोजित एक सेमीनार में कही। डीसीपी मुख्यालय डा. श्रीमती अंशु सिंगला ने आयोजित सेमीनार में एसीपी श्रीमती धारणा यादव व महिला थानों के तक़रीबन सभी एसएचओ को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी महिला के साथ कोई घटना घटती हैं और वह महिला शिकायत लेकर थाने में आती हैं तो उसकी शिकायत पर तुरंत कार्रवाई करें।
छेड़छाड़ से संबंधित केसों को 15 व बलात्कार के केसों को 30 दिनों के अंदर निपटाएं। उनका कहना हैं कि जांच के दौरान आरोपियों के खिलाफ ठोस तथ्यों को जुटाए ताकि आरोपियों को अदालत से सजा मिल सकें। जो महिला पुलिस अपने जांच में किसी भी आरोपियों को सजा दिलाती हैं तो उस महिला पुलिस को सम्मानित किया जाएगा. श्रीमती अंशु सिंगला ने कहा कि मैं एक डॉक्टर होने के नाते आप सभी को कहना चाहती हूं कि काम के साथ-साथ अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखें। क्योंकि महिलाओं पर पुलिस विभाग के अलावा घर की भी जिम्मेदारी होती है। सेमिनार में मौजूद महिला विरुद्ध अपराध एसीपी श्रीमती धारणा यादव ने बताया कि फरीदाबाद पुलिस ने महिला विरुद्ध अपराध में सूचना प्राप्त होने के तुरंत बाद कार्यवाही करते हुए अभी तक 780 अभियोग दर्ज किए हैं। जोकि हरियाणा के अन्य जिलों में महिला थानों में दर्ज केस में सबसे ज्यादा है।