अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : ओमैक्स हाइट्स सोसायटी निवासी सॉफ्टवेयर इंजीनियर पंकज विश्वामित्र पर नोएडा में जानलेवा हमला पुलिस द्वारा बदमाशों को ढील दिए जाने का नतीजा है। पंकज ने सोसायटी की आरडब्ल्यूए में अनियमितताओं का मुद्दा उठाया था। इसके बाद उन पर करीब दो महीने पहले जनवरी में सेक्टर-17 में हमला हुआ था। उन्हें बदमाशों ने बुरी तरह पीटा था। हमले में उनकी ही सोसायटी के दो बाउंसरों और एक जिम ट्रेनर का नाम आया था। तब मुकदमे में मारपीट के अलावा लूटपाट की भी धाराएं लगाई गईं। तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया था। मगर सेक्टर-17 थाना पुलिस ने अदालत में चार्जशीट पेश करते वक्त लूटपाट की धाराएं हटा दीं।
लूटपाट की धाराएं हटाने के संबंध में पंकज को भी मालूम नहीं चलने दिया गया। धारा हटने के कारण हमलावरों को अदालत से तुरंत जमानत मिल गई। इससे बदमाशों का हौसला बढ़ गया। तभी उन्होंने पंकज को सबक सिखाने की धमकी दी थी। बुधवार को उन पर नोएडा में जानलेवा हमला उसी ढील का परिणाम है। अवैध फायरिग में नामजद है एक आरोपित सूत्रों का कहना है कि नोएडा में पंकज पर हमले में शामिल एक हमलावर कुछ दिन पहले गांव मुजैड़ी में शादी समारोह के दौरान हर्ष फायरिग में एक अन्य युवक के साथ नामजद हुआ था। पुलिस ने साथी को गिरफ्तार कर लिया, मगर उस युवक को गिरफ्तार नहीं किया। सूत्रों ने बताया है कि इस युवक का कट्टा पुलिस के पास पहुंच गया है, मगर इसकी गिरफ्तारी ना किया जाना संदेह के घेरे में है। अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाना पड़ा भारी ओमैक्स हाइट्स सोसायटी में रखरखाव का जिम्मा आरडब्ल्यूए के हाथ ही होता है। जिम, सुरक्षा, साफ-सफाई के लिए आरडब्ल्यूए ठेका छोड़ती है। यह ठेका लाखों का होता है। कुछ स्थानीय लोगों ने ये ठेके हासिल कर सोसायटी में पैठ बना ली थी। उनके बाउंसर सरेआम लोगों को धमकाते थे, युवती व महिलाओं से छेड़छाड़ करते थे। सोसायटी में आरडब्ल्यूए ऑडिटर पंकज विश्वामित्र ने इसके विरुद्ध आवाज उठाई थी। इसलिए बाउंसरों ने सबक सिखाने के लिए पंकज पर हमला किया था। इस मामले में हम नोएडा पुलिस की पूरी तरह मदद करेंगे। अगर हमले में स्थानीय लोग शामिल हैं तो उन्हें गिरफ्तार करने में नोएडा पुलिस की मदद की जाएगी।