अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
ग्रेटर नोएडा की कोतवाली बीटा-2 पुलिस ने इंटरस्टेट वाहन चोरों के गैंग का पर्दाफाश करते हुए, गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जबकि इस गिरोह का मास्टरमाइंड अभी फरार है। पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों की निशानदेही पर एक बंद पड़ी फैक्ट्री से 8 एसयूवी समेत कुल 11 वाहन बरामद किए गए हैं पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पुलिस की गिरफ्त में खड़े इस्माईल, वाहिद , फिरोज खान और दिनेश चन्द्र सुतार , चारों शातिर किस्म के वाहन चोर हैं। इस गिरोह का मास्टरमाइंड अर्सिल अभी फरार है। अर्सिल को कंप्यूटर सॉफ्टवेयर से लग्जरी कारों के सेंसर को निष्क्रिय करने और बदल कर कार को स्टार्ट करने में महारत हासिल है। ग्रेटर नोएडा की डीसीपी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि इन सभी को एक सूचना पर बल्ला की मडिया के पास वाहन चेकिंग के दौरान चोरी कि चार स्कार्पियो कार के साथ गिरफ्तार किया गया है। डीसीपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि उनका गैंग दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश से नए लग्जरी गाड़ियों की चोरी करता था और उन्हें ग्रेटर नोएडा साइट 5 स्थित एक फैक्ट्री में खड़ा करते थे। जहां चोरी किए गए। वाहनो के इंजन नंम्बर, चैसिस नम्बर को ग्राइन्डर से घिसवाकर अपनी तरीके से नये इंजन नंबर व चैसिस नम्बर इस प्रकार डलवाते है जो पहचान मे ना आ सके। आरोपी को निशानदेही पर पाँच स्कार्पियो, 2 क्रेटा, 2 सैन्ट्रो, 2 बिटारा ब्रेजा समेत कुल 11 वाहन बरामद किया गया है।
डीसीपी ने बताया कि इस ग्रुप के सदस्यों का काम बांटा हुआ था, ईस्माइल और वाहिद वाहनों की चोरी करते थे, जबकि फिरोज खान और दिनेश चंद्र वाहनों की बिक्री करने में मदद करते थे। ईस्माइल और वाहिद मेरठ से वाहन चोरी में जेल जा चुके है, दिसंबर में जेल से छूटकर आए थे। आरोपियों जेल से आते ही मोदी नगर के अर्सिल का साथ मिल गया। अर्सिल कंप्यूटर सॉफ्टवेयर का खासा जानकार है और वह पांच मिनट में वाहन चोरी कर आरोपियों को थमा देता। उसकी मदद से आरोपियों ने ताबड़तोड़ चोरी की वारदात कीं। आरोपी से पूछताछ में यह भी पता चला है दिनेश और फिरोज ने एक ग्राहक से 20 वाहनों का सौदा किया था, जिसकी डिलीवरी उन्हें राजस्थान और मध्य प्रदेश में की जानी थी। पुलिस मामले में कार का सौदा करने वाले आरोपी की तलाश कर रही है।