अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:दिल्ली सरकार ने कोविड -19 महामारी की शुरुआत से ही, अपने स्वास्थ्य कर्मियों को निरंतर प्रेरित किया है, जिन्होंने दिल्ली एवं पड़ोसी राज्यों के निवासियों को कोविड-19 से बचाने के लिए अपनी जान को जोखिम में डाला। दिल्ली सरकार ने सरकारी अस्पतालों में काम कर रहे ‘कोविड वॉरियर्स’ को सम्मानित करने के लिए 2020 में एक मुहिम चलाई थी। जिसके तहत शुक्रवार को दिल्ली विधान सभा ने छटा सम्मान समारोह आयोजित किया। इस समारोह में इंस्टीट्यूट ऑफ लीवर एंड बिलियरी साइंसेज (आईएलबीएस), वसंत कुंज,दीप चंद बंधु,अशोक विहार,संजय गांधी स्मारक अस्पताल,मंगोलपुरी एवं बुरारी सरकारी अस्पताल के कर्मचारियों को सम्मानित किया गया।
स्वास्थ्य कर्मियों को कोविड-19 महामारी से लड़ने में उनकी असाधारण एवं निस्वार्थ सेवा के लिए केजरीवाल सरकार द्वारा सम्मानित किया गया। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने सम्मान पुरुस्कार वितरित करते हुए ‘कोरोना योद्धाओं’ को उनकी समर्पित सेवा के लिए अत्यंत आभार व्यक्त किया और कहा कि उनके बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता है जो की इतिहास के पन्नों में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। सत्येंद्र जैन ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार स्वास्थ्य कर्मियों की निस्वार्थ और समर्पित सेवा को सलाम करती है, जिन्होंने इस घातक बीमारी से लड़ने के लिए अपनी जान दांव पर लगा दी और दिल्ली सरकार के साथ दिन-रात खड़े रहे। उन्होंने आगे कहा कइ हम अपनी तरफ से तीसरी लहर को रोकने की पूरी कोशिश कर रहे हैं एवं अपने अनुभव से भी सीख ले रहे हैं, लेकिन कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए लोगों को कोविड प्रोटोकोल का सख्ती से पालन करना चाहिए क्योंकि लापरवाही घातक साबित हो सकती है। सत्येंद्र जैन ने तीसरी लहर के खिलाफ केजरीवाल सरकार की रणनीति का भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार तीसरी लहर के लिए सभी मोर्चों पर तैयारी कर रही है। 37,000 कोविड-19 समर्पित बेड बनाए जा रहे हैं और इनमें 12,000 आईसीयू शामिल हैं। इसके साथ ही, 80 से ज्यादा पीएसए प्लांट बनाए जा रहे है। जिनमें से 47 पीएसए ऑक्सीजन प्लांट और 5 एलएमओ स्टोरेज टैंक स्थापित किए जा चुके हैं। हमारी दृष्टि राजधानी में आईसीयू सुविधाओं को इतना सुलभ बनाने पर है कि एक सामान्य ऑक्सीजन बेड को भी तत्काल रोगियों को स्थानांतरित किए बिना जरूरत पड़ने पर आईसीयू में परिवर्तित किया जा सके। उन्होंने कहा कि तीसरी लहर को रोकने के लिए लोगों का सतर्क रहना अनिवार्य है। उन्हें संक्रमित होने या लक्षण होने की स्थिति में घबराना नहीं चाहिए।सत्येंद्र जैन के साथ विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल एवं महरौली के विधायक नरेश यादव भी मौके पर मौजूद थे। कार्यक्रम में कई विशेष अतिथि एवं स्वास्थ्य कर्मी भी शामिल हुए । कार्यक्रम में मौजूद डॉक्टरों ने दूसरी लहर के दौरान अस्पतालों को ऑक्सीजन, दवाओं एवं अन्य आवश्यक चिकित्सा उपकरणों की तत्काल आपूर्ति के लिए केजरीवाल सरकार की सराहना की। उन्होंने रिकॉर्ड समय में पीएसए ऑक्सीजन प्लांट, आईसीयू, वेंटिलेटर और अन्य कोविड -19 संबंधित स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थापना के लिए भी स्वास्थ्य विभाग की प्रशंसा करी। विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने भी डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों को दिया गया ‘फ्रंटलाइन योद्धा’ का नाम बिल्कुल सही है। सीमा पर सेना की तरह उन्होंने अपने जीवन के बारे में नहीं सोचा और निस्वार्थ भाव से लोगों की सेवा की। उन्होंने ये भी कहा कि आगे भी दिल्ली विधानसभा, शहर के ‘कोरोना वारियर्स’ का प्रोत्साहन करने और गौरव बड़ाने हेतु ऐसे सम्मान कार्यक्रम आयोजित करती रहेगी। दिल्ली को इस साल कोविड -19 की दूसरी घातक लहर का सामना करना पड़ा था। जिसने स्वास्थ्य कर्मियों के लिए एक कठिन परिस्थिति खड़ी कर दी थी। मगर दिल्ली एवं देश के स्वास्थ्य कर्मचारियों ने बिना डरे ,अपने परिवारों को पीछे छोड़ कर घातक डेल्टा संक्रमण का सामना किया और इंसानियत की मिसाल खड़ी कर दी।
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