अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
नोएडा के सेक्टर-33 स्थित शिल्प हाट में चल रहे तीन दिवसीय उत्तराखंड वसंतोत्सव-2021 में उत्तराखंड की लोक संस्कृति की झलक देखने को मिली। इस दौरान उत्तराखंड की शिल्पकला, संस्कृति, विरासत एवं प्रगति का अद्भुत मिश्रण दिखा। कलाकारों ने एकल व सामूहिक नृत्य, गीत व संगीत की प्रस्तुति से दर्शकों, श्रोताओं का मन मोह लिया।
उत्तराखंड नोएडा बसंतोत्सव के दूसरे दिन का आरंभ प्रातः 11 बजे उत्तराखंड पब्लिक स्कूल नोएडा के मैनेजर हरीश पपने प्रधानाचार्य मोहिनी नेगी जी द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। महानिदेशक सुरक्षा उत्तर प्रदेश डीआईजी नैनीताल रह चुके आईपीएस गोपाल गुप्ताजी व औधोगिक क्षेत्र ग्रेटर नोएडा के अध्यक्ष आदित्य घिल्डियाल जी,द्वारा बच्चों को सम्मान पत्र देकर प्रोत्साहित किया गया। शाम के सत्र के मुख्य अतिथि क्षेत्रीय सांसद डॉ महेश शर्मा तथा विशिष्ट अतिथि क्षेत्रीय विधायक पंकज सिंह का पुष्पहार से स्वागत किया तथा अंग वस्त्र भी भेंट किया।
उत्तराखंड के पारंपरिक लोक गीतों जिसमे सरस्वती वंदना, हाय ककड़ी, बेड़ूपाको बारामासा, लाली होसिया,तेरो लहंगा, जैसे गीतों पर स्थानीय प्रतिभाओं द्वारा रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई । जिसने सभी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर झूमने को मजबूर कर दिया। सांस्कृतिक संस्था के मुख्य संयोजक राजेन्द्र चौहान ने बताया कि उत्तराखंड वसंतोत्सव न केवल एक मेला है, बल्कि उत्तराखंड समाज को एक-दूजे से जोड़ता भी है। इसमें दिव्यांग कलाकारों को ऑर्केस्ट्रा प्रदर्शन के लिए बेहतर मंच मिला, ताकि वे भी अपने हुनर के बूते आत्मनिर्भर बन सके। वसंतोत्सव का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड की संस्कृति एवं उत्पादों का विश्वभर में प्रचार करना है।इस उत्सव में उत्तराखंड के विभिन्न जैविक उत्पादों, परिधान व पोशाकों की खरीदारी हेतु भारी भीड़ उमड़ रही है । पोशाकों में रंगीला पिछौडा की मांग खूब रही। वसंतोत्सव में उत्तराखंड के विभिन्न उत्पादों की खरीदारी करने शहर के कई लोग पहुंचे। साथ ही दोस्तों व स्वजन संग स्टाल पर लजीज व्यंजनों का आनंद लेते दिखे नोएडा एनसीआर में रहने वाले हजारों लोग परिवार सहित मेले का आनंद ले रहे हैं।