अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: पीएस नजफगढ़, द्वारका जिला, नई दिल्ली की पुलिस ने आज गत 19 अक्टूबर 2021 को सुबह के 10 बजे गुलाटी फुट वियर , मेन बाजार , हैबतपुर, नजफगढ़ को चलाने वाली मां -बेटी को गोली मारने वाले आरोपित को उसकी धर्मपत्नी ने पुलिस के हवाले कर दिया। क्यूंकि आरोपित को पकड़ने के लिए लगातार पुलिस की टीम उसके ठिकानों को छापेमारी कर रही थी, और उसी के दवाब के कारण उसने पुलिस में अपना आत्मसमर्पण कर दिया। इस सनसनीखेज गोलीकांड में मां कैलाश गुलाटी की मौत हो गई थी,जबकि बेटी सुश्री वंदना गुलाटी गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गई थी। पुलिस की माने तो सनसनीखेज वारदात में इस्तेमाल की गई पिस्तौल व पांच जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।
पुलिस के मुताबिक गत 19 अक्टूबर -2021 को पीएस नजफगढ़ में सुबह के लगभग 10 बजे एक पीसीआर कॉल आई, जिसमें फोन करने वाले ने बताया कि उसके चाचा के बेटे ने उसकी बहन और मां पर गोली चला दी है। मौके पर पहुंचने पर यानी गुलाटी फुटवियर, मेन बाजार, हैबतपुरा, नजफगढ़ में पता चला कि आरोपित शालू उर्फ़ राजीव गुलाटी पुत्र अशोक गुलाटी ने 31 वर्ष की सुश्री वंदना गुलाटी और श्रीमती कैलाश गुलाटी, उम्र 62 साल पर फायरिंग की है। इसके बाद वहां से वह फरार हो गया। लहूलुहान अवस्था में श्रीमती कैलाश गुलाटी को इलाज के लिए पहले ही आरटीआरएम अस्पताल ले जाया जा चुका था, जहां उन्हें डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया गया, उनके चेहरे पर दो गोलियां लगी थीं। 31 वर्षीय घायल सुश्री वंदना को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने उसे बयान के लिए फिट बताया । उसके बाद उसका बयान आईसीयू में दर्ज किया गया जिसमें उसने कहा कि उसके भाई शालू गुलाटी उर्फ राजीव सुबह घर पर आया और उस समय वे पहली मंजिल पर खड़ी थी। शालू उर्फ़ राजीव गुलाटी ने उससे अपने पैसे वापस देने के लिए कहा, और अचानक एक पिस्तौल निकाली और उसपर और उसकी माँ पर कई राउंड फायरिंग की। उसकी मां सीढ़ियों पर और फिर भूतल पर गिर गई। उसने आगे कहा कि उसने रुपये दिए। पुलिस का कहना हैं कि घायल सुश्री वंदना के बयान की वीडियोग्राफी भी की गई और डॉक्टर द्वारा सत्यापित किया गया। एमएलसी के मुताबिक, उनके शरीर पर गोली के 5 घाव हैं। जिला क्राइम टीम व एफएसएल टीम ने घटनास्थल का मुआयना किया। मौके पर 5 खाली/फायर किए गए कारतूस और 5 गोलियां सीसा/धातु के टुकड़े मिले। एफआईआर संख्या 559/21, दिनांक 19.10.2021, भारतीय दंड सहिंता की धारा 302/307 आईपीसी के तहत एक मामला दर्ज किया गया। और आरोपित को गिरफ्तारी के लिए कई विशेष टीमें गठित की गई। इसके बाद गठित टीम ने मामले की जांच शुरू की गई। जांच के दौरान टीमों को सीसीटीवी फीड और सीडीआर विश्लेषण के विश्लेषण पर काम करने का काम सौंपा गया था एंव आरोपित व्यक्ति के बारे में जानकारी विकसित करने के लिए। टीमों ने अथक प्रयास किया और नांगलोई, हरिद्वार और झिलमिल,शाहदरा, दिल्ली और देहरादून में आरोपित राजीव गुलाटी उर्फ शालू का पता लगाने में सफल रही। उत्तराखंड ने 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की सीसीटीवी फीड और तकनीकी निगरानी की मदद से उसका पीछा किया लेकिन आरोपित गिरफ्तारी से बचने में कामयाब रहा। लेकिन टीमों द्वारा अथक पीछा करने से आरोपितों पर दबाव बढ़ गया एंव उसका परिवार, आरोपित की पत्नी द्वारा उसके ठिकाने के बारे में पीसीआर कॉल करने के बाद बढ़ा हुआ दबाव आरोपित के आत्मसमर्पण में परिणत हुआ।
सरेंडर के संबंध में पीसीआर कॉल का सार:-
गत 24 अक्टूबर -2021 को, पीएस नजफगढ़ में एक पीसीआर कॉल प्राप्त हुई। पीसीआर कॉल की सामग्री इस प्रकार है “लेडी कॉलर बोल रही है की जो मार्केट में मर्डर हुआ है, उसमे उसके पति का नाम था और पुलिस उन्हें ढूंढ रही है और वो अभी घर आए हैं, उसे ले जाओ”कॉल पर की गई कार्रवाई:- उक्त पीसीआर कॉल मिलने पर टीम ने तुरंत कार्रवाई की और आरोपित को उसके घर से पकड़ लिया गया। उससे लंबी पूछताछ की गई और उसके इशारे पर अपराध का हथियार भी बरामद किया गया है।
पूछताछ:-
आरोपित से लंबी पूछताछ की गई और उसने खुलासा किया कि मृतका के साथ उसका कुछ लेन -देन का विवाद था। उसने पिस्टल खरीदी और अपने घर में रख ली। गत 19 अक्टूबर -2021 को वह मृतका के घर गया और वंदना गुलाटी और उसकी मां कैलाश गुलाटी (मृतक) पर अंधाधुंध फायरिंग की। इसके बाद वह वहां से भाग गया और हरिद्वार चला गया और फिर झिलमिल कॉलोनी लौट आया लेकिन उसके पास छिपने के लिए कोई जगह नहीं था । इसलिए वह फिर से देहरादून के लिए रवाना हुआ और उसके बाद गत 24 अक्टूबर -2021 को अपने घर लौट आया और चूंकि पुलिस दल लगातार उसका पीछा कर रही थी और पुलिस के दबाव में उसे आत्मसमर्पण करना पड़ा था।
आरोपी व्यक्ति की प्रोफाइल:-
• राजीव गुलाटी @ शालू पुत्र अशोक गुलाटी निवासी अजय पार्क, नजफगढ़, दिल्ली। उन्होंने प्राथमिक स्कूली शिक्षा के बाद अपनी पढ़ाई छोड़ दी और जूते की दुकान चला रहे थे।