अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: ग्रीन फील्ड कालोनी में सेनिटाइज करने के नाम पर इन दिनों जमकर दो गुटों में राजनितिक हो रहीं हैं, ऐसे में उन लोगों को बिल्कुल शर्म नहीं आ रहा हैं जो इस मसले पर घटिया राजनितिक कर रहे हैं, ग्रीन फिल्ड कालोनी को जिला प्रशासन ने कंटेनमेंट एरिया घोषित किया हुआ हैं और इस कालोनी में तक़रीबन 25000 से अधिक लोग अपने अपने फ्लैटों में बंद हैं जो कार्य वक़्त से पहले जिला प्रशासन को करना चाहिए था उस काम में घटिया लोगों की घटिया राजनितिक के कारण बिलम्ब किया जा रहा हैं। इस प्रकरण नगर निगम प्रशासन भी ढीला ढाला रवैया भी अपना रहा हैं। ग्रीन फिल्ड कालोनी में सेनिटाइज करने वाली फायर बिग्रेड की एक गाडी पिछले तीन घंटों से ख़राब खड़ी हैं। न तो उस गाडी को ठीक किया गया, नाही दूसरी गाडी को इसके बदले मौके पर सेनिटाइज करने के लिए 3 घंटे के बाद पहुंची हैं। यदि ऐसे ही कार्य होंगें तो एक दिन कोरोना खत्म हो जाएगा पर पूरे कालोनी की सेनिटाइज का काम पूरा नहीं हो पाएगा। आपकों जानकारी के लिए बता दें कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पहले ही घोषणा कर दी हैं कि “जान हैं तो जहान” हैं। कोरोना महामारी में बिल्कुल राजनितिक नहीं होना चाहिए। इस कोरोना के जंग में सभी राजनितिक व सामाजिक और आमजनों के साथ मिलकर ही जीता जा सकता हैं। इस बारे में मीडिया भी अपनी महत्व पूर्ण भूमिका निभा रहा हैं। इस खबर का मतलब मेहनत कश डॉक्टरों,हेल्थ स्टाफों, पुलिस कर्मियों, नगर निगमों और अन्य विभागों के हौसला बढ़ाने और सम्मान देने की हैं। हो सकें तो सलूट करने की हैं। क्यूंकि आरडब्लूए जिला प्रशासन के साथ मिल कर इस मुश्किल घडी में अपना कार्य कर रहा हैं।
ग्रीन फिल्ड कालोनी रेजिडेंट वैलफेयर एसोसिएशन के प्रधान वीरेंद्र भड़ाना का कहना हैं कि ग्रीन फिल्ड कालोनी में तक़रीबन 472 एकड़ में बसा हैं। इसमें लगभग 4000 बिल्डिंग हैं जिसमें तक़रीबन 8000 फ्लेट्स हैं जिनमें लगभग 25000 लोग रहते हैं। इस वक़्त जिला प्रशासन ने कोरोना महामारी के चल ते ग्रीन फिल्ड कालोनी को कंटेनमेंट एरिया घोषित किया हुआ हैं, के कारण 25000 लोग अपने अपने घरों में बंद हैं। इसमें सभी वर्ग के लोग हैं,जोकि लोग जिला प्रशासन के आदेश का पालन कर रहे हैं। उनका कहना हैं कि रेजिडेंट वैलफेयर एसोसिएशन की तरफ से नगर निगम कमिश्नर यश गर्ग को कुछ समय पहले एक दरखास्त की थी कि ग्रीन फिल्ड कालोनी में जल्द से जल्द सेनिटाइज करने का कार्य शुरू करना चाहिए जिससे कोरोना वायरस का फैलाव को तुंरत प्रभाव से रोका जा सकें। इसके बाद जिला प्रशासन आगे अपना जांच पड़ताल का कार्य घरों में जा- जा कर सकें। उनका कहना हैं कि आरडब्लूए की इस फ़रियाद को नगर निगम के कमिश्नर यश गर्ग ने अच्छी सोच का सम्मान करते हुए तुरंत प्रभाव से ग्रीन फिल्ड कालोनी में सेनिटाइज करने के लिए सम्बंधित अधिकारी को उन्होनें बोल दिया और उनके इस कालोनी में पिछले 5-6 दिनों से एक फायर बिग्रेड की गाडी बिल्डिंगों की सेनिटाइज करने का कार्य कर रही थी पर पिछले दो दिनों से एक ऐसी संस्था जिसे गली मोहल्ले के लोग बिल्कुल नहीं जानते उस संस्था के लोगों ने अपना टांग जबरन अड़ा रखा हैं, ना जाने उसके सिर पर किस राजनितिक लोगों का हाथ हैं, इस से जुड़े इलाके के अधिकारी भी सही गलत का ध्यान न रखते हुए उस संस्था के इशारे पर कार्य कर रहीं हैं।
उनका कहना हैं कि जब आरडब्लूए के लोग जहां जरुरत हैं वहां सनिटाइज करने के लिए कहता हैं तो फायर बिग्रेड की गाडी को और दिशा में ले जाया जाता हैं,इससे आज गुस्से का माहौल आरडब्लूए में देखने को मिला हैं। आरडब्लूए के लीगल एडवाईजर पारुल बाबा का कहना हैं कि उन्होनें आज नगर निगम की कमिश्नर यश गर्ग से फोन पर बातचीत की हैं और इस बारे में सेनिटाइज करने को लेकर हो रही राजनितिक के बारे उन्हें अवगत करा दिया हैं। उन्होंने इस बारे में नगर निगम के कमिश्नर यश गर्ग ने उन्हें भरोसा दिया हैं कि सेनिटाइज का कार्य जहां आरडब्लूए के बताए गए स्थानों पर ही कराया जाएगा। कोई और संस्था नहीं कराएगा। उनका कहना हैं कि आज वैसे भी सेनिटाइज करने आई फायर बिग्रेड की गाडी पिछले कई घंटों से ख़राब हैं और इस कालोनी में खड़ी हैं। नाही इस गाडी को अभी तक ठीक किया गया नाही इस गाडी के स्थान पर दूसरी गाडी को सेनिटाइज करने के लिए इस कालोनी पहुंची हैं। इस बारे में फायर बिग्रेड के ड्राईवर परसराम ने फोन बताया कि ग्रीन फिल्ड कालोनी में वह अपने गाडी के साथ सेनिटाइज करने के लिए सुबह साढ़े नौ बजे पहुंच गया था। उसने लगभग 6-7 बिल्डिंगों की सेनिटाइज भी किया हैं। इसके बाद उसकी गाडी की क्लच ख़राब हो गई। वह सेक्टर-15 फायर स्टेशन से आया हैं। ड्राईवर का कहना हैं कि अपने बोस को गाडी ख़राब होने की सूचना दे दी हैं पर अभी तक फायर स्टेशन से न तो दूसरी कोई गाडी आई हैं नाही गाडी के क्लच ठीक करने के लिया कोई मैकेनिक आया हैं। सवाल के जवाब में उनका कहना हैं कि आज सुबह साढ़े नौ बजे ग्रीन फिल्ड कालोनी में आ गया था अब दिन के 12 बजकर 40 मिनट हो चुके हैं। लगातार तीन घंटे से वह अपनी गाडी खड़ी करके चुपचाप खड़ा हैं। दूसरी गाडी और मदद के इन्तजार में बैठे हैं।