अजीत सिन्हा /नई दिल्ली
राहुल गांधी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ये ‘भारत जोड़ो यात्रा’ कन्याकुमारी में शुरु हुई और कश्मीर तक ये यात्रा जाएगी। इस यात्रा को कोई भी शक्ति नहीं रोक सकती है। इसका कारण है। कारण ये है कि आपकी शक्ति, आपका प्यार इस यात्रा को आगे धकेल रहा है। देश में आरएसएस और बीजेपी नफ़रत, हिंसा और डर फैला रहे हैं। वो लोगों को डराते हैं, भय फैलाते हैं और फिर हिंसा और नफ़रत की राजनीति करते हैं।
समाज में भय कैसे फैलाया जाता है? उनका तरीका क्या है? सबसे पहले वो पूरे देश में बेरोजगारी फैलाते हैं। ये गलती से नहीं होता, ये जानबूझकर किया जाता है। क्योंकि इससे लोगों के दिल में भय पैदा होता है, डर पैदा होता है। आप देखिए, नरेन्द्र मोदी ने नोटबंदी की और गलत जीएसटी लागू की। फायदा किसको हुआ- लाखों-करोड़ों लोग बेरोजगार हो गए। मैं आपको छोटा सा उदाहरण देता हूँ। यहाँ पर आपकी स्टोन की इंडस्ट्रीज हुआ करती थीं। करीम नगर, वारंगल और खम्मम में ग्रेनाइट की इंडस्ट्री है। यहाँ पर साढ़े चार लाख लोग काम करते थे। यूपी और बिहार से लोग यहाँ काम ढूंढ़ने आते थे। नरेन्द्र मोदी ने नोटबंदी की, गलत जीएसटी लागू की और आज उसका नतीजा आपके सामने है। साढ़े चार लाख लोगों में से दो लाख लोग बेरोजगार हो गए। न स्टेट गवर्मेंट ने मदद की, न सेन्ट्रल गवर्मेंट ने मदद की और नोटबंदी और जीएसटी ने यहाँ पर भय फैलाया, डर फैलाया। इसी प्रकार कर्नाटक में बल्लारी की जीन्स की इंडस्ट्री को उड़ा दिया। वहाँ पर भी चार लाख लोग काम करते थे। गुजरात से कपड़ा आता था, छोटी-छोटी इंडस्ट्रीज में जीन्स बनाते थे। कोई सिलाई करता था, कोई जीन्स को धोने का काम करता था, कोई आयरनिंग करता था, पूरी की पूरी बल्लारी की जीन्स इंडस्ट्री नोटबंदी और जीएसटी के बाद खत्म हो गई।
मैंने आपको दो उदाहरण दिए हैं। यहाँ पर दो लाख लोग बेरोजगार हुए। वहाँ पर चार लाख लोग काम करते थे, आज वहाँ 50 हजार लोग काम करते हैं। तो नोटबंदी और जीएसटी ने हिंदुस्तान के हर डिस्ट्रिक्ट में ऐसी चोट मारी। जहाँ भी छोटे व्यापारी काम करते हैं, स्मॉल और मीडियम बिजनेस वाले लोग काम करते हैं, वहाँ पर नरेन्द्र मोदी जी ने उनका बिजनेस नष्ट कर दिया, खत्म कर दिया। आपको झूठ बोला कि काले धन को मिटाएंगे। सच्चा लक्ष्य अब आपको समझ आया। हिंदुस्तान में करोड़ों लोगों को बेरोजगार कर दिया। मगर ये क्यों किया जा रहा है- ये नरेन्द्र मोदी जी और आपके चीफ मिनिस्टर के चुने हुए मित्रों की मदद करने के लिए किया जा रहा है। हिंदुस्तान और तेलंगाना का पूरा का पूरा धन चुने हुए लोगों के हाथ में दिया जा रहा है।
हिंदुस्तान के पोर्टस, हिंदुस्तान के एयरपोर्ट्स, सड़कें, टेलिकॉम्स, पूरा का पूरा 2-3 लोगों के हवाले किया जा रहा है और आपको बेरोजगार बनाकर आपके दिल में भय पैदा करके आपको एक-दूसरे से लड़ाया जा रहा है। एक भाई को दूसरे भाई से लड़ाया जा रहा है और फायदा आपका नहीं हो रहा, फायदा चुने हुए लोगों का हो रहा है।आप ये मत सोचिए कि बीजेपी और टीआरएस अलग हैं। सिस्टम एक ही है, सोच एक ही है, भय पैदा करो, लोकतंत्र को खत्म करो और चुने हुए लोगों को फायदा पहुंचाओ। नरेन्द्र मोदी जी हिंदुस्तान के लेवल पर शिक्षा और स्वास्थ्य को प्राईवेटाइज कर रहे हैं और वही तेलंगाना में आपके चीफ मिनिस्टर कर रहे हैं। स्कूल्स को यहाँ प्राईवेटाइज किया जा रहा है और सरकारी स्कूल में फूड पॉइजनिंग कराई जा रही है। सड़क पर मुझसे युवा मिलते हैं। मैं उनसे पहला सवाल पूछता हूं- क्या पढ़ाई की? मुझे कहते हैं, कोई कहता है, इंजीनियरिंग की, कोई कहता है, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की, कोई कहता है, एमबीबीएस किया। कोई कहता है आईएएस के लिए पढ़ाई कर रहा हूँ। फिर मैं उनसे पूछता हूँ, यूनिवर्सिटी के बाद, कॉलेज के बाद क्या करोगे, इंजीनियर बनोगे? सन्नाटा छा जाता है, चुप हो जाते हैं। रोजगार नहीं मिल सकता, इंजीनियर नहीं बन सकते, ये आपकी सच्चाई है। तेलंगाना में युवा इंजीनियरिंग की पढ़ाई करता है, उसके माता-पिता लाखों रुपए शिक्षा में डाल देते हैं, प्राईवेट यूनिवर्सिटी, प्राईवेट स्कूल, प्राईवेट कॉलेज में और फिर 15-20 साल पैसा देने के बाद, जिसने इंजीनियरिंग का सपना देखा, वो मजदूरी करता है और जो लेबर नहीं करता, मजदूरी नहीं करता, तो ऊबर चलाता है। ये तेलंगाना की और हिंदुस्तान की आज सच्चाई है। इसीलिए हमने भारत जोड़ो यात्रा शुरु की।आज यहाँ पर सड़क पर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के लोग मुझसे मिले। उससे पहले भारत डायनामिक्स के लोग मिले। बीएचईएल के लोग मिले। ये हिंदुस्तान की पूंजी है। सालों-साल लगें हैं, इन कंपनियों को बनाने में। इन सबको प्राईवेटाइज किया जा रहा है। आप जानते हो प्राईवेटाइजेशन क्यों हो रहा है? क्या लगता है आपको? कारण क्या है? कोई बताए। भाईयो और बहनों, इन कंपनियों के पास हजारों एकड़ जमीन है। बीएचईएल के पास हर स्टेट में कुछ न कुछ जमीन है। जो हमारे दलित भाई हैं, आदिवासी भाई हैं, उनकी जमीन छीनी जाती है। जमीन का हक नहीं दिया जाता और जो सरकारी जमीन है, वो अपने मित्रों को दे रहे हैं।
आपके चीफ मिनिस्टर शाम को धरनी पोर्टल खोलते हैं। उनको जनता को शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार देने का कोई मतलब नहीं है। स्कूल में बच्चों को फूड पॉईजनिंग हो रही है। स्कूल, कॉलेजेज, यूनिवर्सिटी प्राईवेटाईज हो रही हैं और शाम को आपके चीफ मिनिस्टर धरनी पोर्टल खोलकर देखते हैं कि किसकी जमीन कहाँ है। कहाँ से मैं थोड़ी और जमीन ले लूँ। किसने-किसको जमीन बेची, वहाँ से थोड़ा कमीशन ले लूँ। ये उनका शाम का काम है और सुबह वो सिंचाई के प्रोजेक्टस को देखते हैं। उनको रीशेड्यूल करते हैं और वहाँ से पूरा कमीशन उठाते रहते हैं। ये आपके चीफ मिनिस्टर का दिन है। शाम को कम्प्यूटर पर धरनी पोर्टल और सुबह इरीगेशन प्रोजेक्ट्स। पार्लियामेंट में, लोकसभा में मैंने टीआरएस का काम देखा। जब भी बीजेपी कोई बिल पास कराना चाहती है, विपक्ष अगर उसका विरोध करे, एकदम टीआरएस बीजेपी की मदद करती है। वो इतना जल्दी होता है कि मुझे लगता है, प्रधानमंत्री को फोन करने की भी जरुरत नहीं पड़ती। जैसे लाइट का स्विच जलता है न, खटाक से। जैसे उधर उन्होंने कोशिश की बिल पास करने की, केसीआर जी खटाक से ऑन हो जाते हैं, सपोर्ट कर देते हैं। तो भाईयो और बहनों, ये एक साथ काम कर रहे हैं।नरेन्द्र मोदी ने किसानों के खिलाफ़ तीन काले बिल पास किए। टीआरएस ने पूरा समर्थन दिया। देश में लाखों किसान बिल के खिलाफ़ खड़े हुए। एक साल धरना चल रहा था, कांग्रेस पार्टी और बाकी पार्टियाँ इस बिल के खिलाफ़ लड़ रही थीं और टीआरएस बीजेपी का समर्थन कर रही थी। यही है कारण कि हमने कन्याकुमारी से कश्मीर तक यात्रा शुरु की है, बेरोजगारी के खिलाफ़, महंगाई के खिलाफ़ और हिंदुस्तान को जोड़ने के लिए और इसमें आपने हमारा पूरा समर्थन किया है। पूरी की पूरी शक्ति और प्यार आपने डाल दिया यात्रा में। तो इसके लिए आप सबको बहुत-बहुत धन्यवाद। खत्म करने से पहले मैं आपसे एक बाद कहना चाहता हूँ। आपको संतोष बाबू नाम याद होगा। जिन्होंने हिंदुस्तान के लिए अपनी जान दी, शहीद हुए। मैं आपको याद दिलाना चाहता हूँ कि हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री ने संतोष बाबू की शहादत के बाद हिंदुस्तान की जनता को कहा कि चीन ने हिंदुस्तान की कोई जमीन नहीं ली है। अगर चीन ने हिंदुस्तान की जमीन नहीं ली, तो संतोष बाबू शहीद क्यों हुए? प्रधानमंत्री ने संतोष बाबू का अपमान किया है। आज हिंदुस्तान की 2 हजार स्क्वेयर किलोमीटर जमीन चीन के हाथ में है। हिंदुस्तान की सेना, चीन की सेना के साथ बातचीत कर रही है, नेगोसिएशन कर रही है, जमीन वापस लेने के लिए। दो हजार स्क्वेयर किलोमीटर मतलब दिल्ली से ज्यादा जमीन उठाकर ले गए, संतोष बाबू की शहादत का अपमान किया, प्रधानमंत्री ने झूठ बोलकर। चीन के पास दो हजार स्क्वेयर किलोमीटर हिंदुस्तान की जमीन आज है। मेरा सवाल है, प्रधानमंत्री इसके बारे में क्या कर रहे हैं और कब करेंगे? ये मुझे कहना पड़ा क्योंकि ये संतोष बाबू जी की याद में कहना पड़ा और उनकी जो कुर्बीनी है, उसको हम कभी नहीं भूलने वाले।आप सब यहाँ आए, आज आप हमारे साथ 20-25 किलोमीटर चले, आपने अपना पसीना दिया, आपने अपनी शक्ति दी, इसके लिए आप सबको दिल से बहुत-बहुत धन्यवाद। 3,500 किलोमीटर चलना आसान नहीं है। मगर आपने मुश्किल काम को आसान बना दिया है। सुबह उठते हैं, 7 घंटे चलते हैं, पता नहीं लगता। आपका प्यार हमें आगे धकेलता है। आपकी शक्ति हमें आगे धकेलती है। इसके लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।