अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरूग्राम: गुरुग्राम में एक इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर बनाया जाएगा जो सीसीटीवी कैमरों से जुड़ा होगा जिससे कि यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों तथा नियम तोड़ने वालों को सीधे उनके घर पर चालान भेजें जाएंगे। इस बारे में जानकारी उपायुक्त अमित खत्री द्वारा गुरूग्राम में सड़क सुरक्षा को लेकर आयोजित कार्यक्रम में दी गई। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा के मामले में वाहन चालकों का सहयोग जरूरी है। वे भी सड़क पर संयम रखें और यातायात नियमों का पालन करें। उन्होंने कहा कि सड़कों को आम जनता के लिए सुरक्षित बनाने के लिए एकजुट होकर प्रयास करने की जरूरत है तभी हम सड़क दुर्घटनाओं को कम कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए रोड़ इंजीनियरिंग में सुधार करने के साथ साथ आम जन का इस बारे में जागरूक होना अत्यंत आवश्यक है। यदि लोग यातायात नियमों का कड़ाई से पालन करेंगे तो सड़क दुर्घटनाओ को काफी हद तक कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि संयुक्त प्रयासों से हम हरियाणा विजन जीरो का लक्ष्य अर्जित कर सकते हैं।
इस अवसर पर कार्यक्रम में उपस्थित डीसीपी ईस्ट एवं ट्रैफिक हिमांशु गर्ग ने कहा कि यातायात पुलिस सड़कों को आमजन के लिए सुरक्षित बनाने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक पुलिस द्वारा ई-चालानिंग मशीनों के माध्यम से 100 प्रतिशत चालानिंग सुनिश्चित करने के लिये टैक्नोलाॅजी का उपयोग किया है। उन्होंने कहा कि चालानिंग को विभिन्न अपराधों की रोकथाम का महत्वपूर्ण जरिया समझा जाता है। सड़क सुरक्षा के लिये जरूरी है कि लोग रैड लाइट जंप ना करें। इसके अलावा, अंडरएज ड्राइविंग को रोकना, ड्रंक एंड ड्राइव रोकना आदि भी सड़कों को सुरक्षित बनाने के लिए जरूरी है। रोड़ इंजीनियरिंग में सुधार करकें अपने सड़कों को आम जनता के लिए सुरक्षित बना सकते हैं। कार्यक्रम में नागारो कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मानस फुलोरिया ने कहा कि बढ़ते शहरीकरण और शहरों में विस्तृत सड़क अवसंरचना के कारण भारत में सड़क सुरक्षा एक गंभीर मुद्दा है। भारत में सड़कों के निर्माण के समय साइकिल चालकों और पदयात्रियों के लिये भी अलग से जगह बनाया जाना आवश्यक है। इस मुद्दे को सामने लाने के लिये हमें मिलकर काम करना होगा।