अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
जींद: सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि पिछले चुनाव में जो लोग भाजपा को जमनापार भेजने की बात करते थे आज वो भाजपा के साथ भ्रष्टाचार की जमना में गोते लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की छूट पर बना ये गठबंधन हरियाणा को दीमक की तरह खा रहा है। ऐसा कोई दिन शायद ही बीतता हो जब इस सरकार के किसी घोटाले की खबर अखबारों में न आती हो। सत्ता के शीर्ष पर बैठे लोगों की शह पर हजारों करोड़ के दर्जनों घोटाले हो चुके। इनमें HSSC भर्ती घोटाला, HPSC घोटाला, कैश फॉर जॉब घोटाला, पेपर लीक घोटाला, डाडम खनन घोटाला, यमुना खनन घोटाला, शराब घोटाला, जहरीली शराब घोटाला, प्रोपर्टी ID घोटाला, धान घोटाला, चावल घोटाला, बाजरा खरीद घोटाला, रजिस्ट्री घोटाला, राशन घोटाला, सफाई घोटाला, रोडवेज किलोमीटर स्कीम घोटाला, HTET घोटाला, छात्रवृति घोटाला, फसल बीमा योजना घोटाला, बिजली मीटर खरीद घोटाला, मेडिकल सामान ख़रीद घोटाला, शुगर मिल घोटाला, अमृत योजना घोटाला, सफाई घोटाला, फरीदाबाद नगर निगम घोटाला, जमीन घोटाला इत्यादि दर्जनों घोटाले अंजाम दिए गए। लेकिन घोटालों के डबल इंजन की सरकार ने किसी भी घोटाले में बड़े मगरमच्छों पर कोई कार्रवाई नहीं की। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने आज गांव धरौदी में नरवाना हलके के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ ‘विपक्ष आपके समक्ष’ कार्यक्रम की तैयारी की समीक्षा बैठक ली और सभी को कार्यक्रम का न्योता भी दिया। इस दौरान नरवाना तहसील के किसानों को 2021-2022 का गुलाबी सुंडी और बाढ़ से हुए फसल खराबे का मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर नरवाना संयुक्त किसान मोर्चा का एक प्रतिनिधिमण्डल सांसद दीपेन्द्र हुड्डा से मिला और अपनी समस्याएं बताई। किसानों ने कहा कि फसल बीमा योजना के नाम पर खुलेआम लूट चल रही है साथ ही यूरिया खाद की कालाबाजारी भी चरम पर है। इस पर सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने उनकी मांगों का पूर्ण समर्थन करते हुए कहा कि प्रीमियम देने की तारीख निश्चित है लेकिन किसानों को क्लेम देने की तारीख निश्चित नहीं होती ये अन्याय है, इसके खिलाफ हम सड़क से संसद तक लड़ाई लड़ेंगे। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि PM फसल बीमा योजना किसानों के खून-पसीने की कमाई लूटकर निजी बीमा कंपनियों की तिजोरी भरो योजना बन गई है। संसद में खुद केंद्र सरकार ने माना है कि पिछले 7 वर्षों में इन निजी बीमा कंपनियों ने किसानों से ₹1,97,657 करोड़ बीमा प्रीमियम वसूला लेकिन ₹1,40,036 करोड़ मुआवजा देकर कुल ₹57,000 करोड़ का तगड़ा मुनाफ़ा अपनी तिजोरियों में भर लिया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2022 में निजी बीमा कंपनियों ने पूरे देश के किसानों से 27900.78 करोड़ रुपया प्रीमियम लिया लेकिन किसानों को सिर्फ 5760.80 करोड़ रुपये ही बीमा मुआवजा दिया। वहीं, हरियाणा में वर्ष 2022-23 में AIC कंपनी ने किसानों से 703.84 करोड़ रुपये प्रीमियम लिया लेकिन सिर्फ 7.46 करोड़ रुपये का ही मुआवजा दिया। इस अवसर पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री जयप्रकाश, पूर्व विधायक सुभाष देशवाल, पूर्व विधायक नरेश सेलवाल, पूर्व सांसद सुशील इंदौरा, सचिन कुंडु, धर्मेन्द्र ढुल, प्रमोद सहवाग, डॉ. प्रीतम नैन, दरवेश पुनिया, ईश्वर सिंह, सुमन बेदी, अंकुश परोचा, संजीव कल्याण, पूनम चौहान, फूल नरवाना, सत्यवान नैन, रणधीर सिंह, वीरेंद्र गोगड़िया, बलजीत रेढ़ू, सुरेश गोयत, जगबीर धिंगाना, महाबीर गुप्ता, सत्तू ढांढा, सुभाष अहलावत, दिनेश डोला, रोहित दलाल, महाबीर कंप्युटर, सुरेन्द्र शर्मा, मंदीप दनोदा, जस्सी झील, जितेंद्र छात्तर, किशन नांगली, सुरेश नैन, कृष्ण समैन, प्रकाश बूटवाला, विक्रांत कुंडु, सुनीता शर्मा, डॉ गुरुदेव नैन, सुरेन्द्र राणा, नरेंदर घाँघस, मोहित लाठर, परवीन नैन, राजेश, पूर्व सरपंच रामभज, राजेन्द्र घरौदी, प्रवीण दास, घोला पहलवान, जोरा नैन, फूल माथुर, संदीप, दीपा, वेदपाल सरपंच, रवींद्र बच्ची समेत अनेक कार्यकर्ता व स्थानीय लोग मौजूद रहे।
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