अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्रामः व्यापारी से 20 लाख रुपए के सोना की रंगदारी मांगने, ना देने की सूरत में उसे और उसके परिवार के सदस्यों को जान से मारने की धमकी देने के 3 आरोपित को अपराध शाखा, सेक्टर- 31 गुरुग्राम की टीम ने गिरफ्तार किया हैं। ये धमकी आरोपितों ने पत्र के माध्यम से दी थी। ये खुलासा एसीपी क्राइम वरुण दहिया ने अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में किए हैं।
एसीपी क्राइम वरुण दहिया ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि गत 24 अक्टूबर 2023 को थाना शिवाजी नगर, गुरुग्राम में एक दुकानदार ने एक लिखित शिकायत के माध्यम से बताया कि गत 21 अक्टूबर 2023 को सुबह उसने अपनी दुकान का शटर खोला तो दुकान के अंदर एक पत्र व एक मेमोरी कार्ड मिला। हाथ से लिखे हुए उस पत्र दिनांक 22 अक्टूबर 2023 को समय 5 बजे आगरा-यमुना एक्सप्रेस-वे के पुल के नीचे 20 लाख (बीस लाख) रुपए का सोना (गोल्ड) लेकर पहुँचने के बारे लिखा हुआ था। सोना (गोल्ड) लेकर न पहुंचने की सूरत में उसे, और उसके परिवार को जान से मारने व उसके कारोबार दुकान गोदामों में आग लगाने की धमकी दी गई थी।
उस लिखित पत्र के साथ में मिले मेमोरी कार्ड को चेक किया तो उसके अन्दर आगजनी की वीडियो थी, जो दिए गए स्थान पर सोना (गोल्ड) लेकर न पहुंचने पर मेमोरी कार्ड में दिखाई गई विडियो की तरह उसके गोदाम व दुकान में आग लगाने व गाड़ी के नीचे बम लगाकर उड़ाने की धमकी दी गई थी। यह उस पत्र व विडियो देखकर डर गया और उसने अपने परिवार व कारोबार को बचाने के लिए अपने तौर पर 2 लाख रुपये का इंतजाम किया। गत 22 अक्टूबर 2023 को समय सांय करीब 5 बजे उसके मोबाइल फोन पर एक फोनकॉल आई और उसे यमुना एक्सप्रेस-वे नसीबपुर कट के पास पहुंचने के लिए कहा। वह अपने भाई के साथ दो लाख रुपये लेकर अपनी गाड़ी से समय करीब रात 11 बजे बताए गए स्थान पर पहुंच गए और हाईवे से नीचे उतरकर एक आम के पेड़ के पास उन्होंने उनके कहे अनुसार रुपए रख दिए और वापस आकर अपनी गाङी में बैठ गए, तभी एक लङका इनके द्वारा रखे गए रुपयों के बैग को लेकर वहां से चला गया और ये अपने घर पर वापस आ गए। गत 23 अक्टूबर 2023 समय सुबह करीब 10 AM पर उसके पास उसी नम्बर से फिर फोन आया तो वह डर गया और फोन नहीं रिसीव किया और अगले दिन पुलिस को आकर उसकी शिकायत दे दी। इस शिकायत पर थाना शिवाजी नगर, गुरुग्राम में सम्ब्धित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। दहिया का कहना हैं कि अपराध शाखा ,सेक्टर -31 के इंचार्ज निरीक्षक आनंद कुमार की टीम ने कार्रवाई करते हुए पुलिस तकनीकी की सहायता से उपरोक्त मुकदमा की वारदात को अंजाम देने वाले 3 आरोपितों को खांडसा रोड शक्ति पार्क, गुरुग्राम से काबू करके मुकदमा में गिरफ्तार किया गया। आरोपितों की पहचान राजेन्द्र सिंह (उम्र 45 वर्ष), निवासी गांव पह्लादपुर , जिला मैनपुरी, उत्तर प्रदेश, वर्तमान निवासी पता कृष्णा नगर, गुरुग्राम, संजय (उम्र 28 वर्ष), गांव कोरहीया, जिला मधुबनी (बिहार), वर्तमान निवासी शक्ति पार्क, गुरुग्राम, उम्र 28 वर्षव हजारी प्रसाद (उम्र 24 वर्ष), निवासी गांव प्रहलादपुर, जिला मैनपुरी, उत्तर-प्रदेश , उम्र 24 वर्ष, हुई हैं। उनका कहना हैं कि उपरोक्त आरोपितों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि उपरोक्त आरोपित राजेन्द्र व संजय एक ही कम्पनी में काम करते है तथा आरोपित हजारी प्रसाद आरोपित राजेन्द्र का भतीजा है। आरोपित राजेन्द्र व संजय उपरोक्त मुकदमा में शिकायतकर्ता की दुकान से सामान लेकर आते थे और ये जानते थे कि उसका (शिकायतकर्ता) का काम अच्छा है तथा उसकी कमाई भी अच्छी है। आरोपित राजेन्द्र ने अपने साथी संजय कुमार उपरोक्त व अन्य साथी के साथ मिलकर उपरोक्त मुकदमा की योजना बनाई और आरोपित संजय उपरोक्त ने एक धमकी भरा पत्र लिखा तथा आरोपित राजेन्द्र द्वारा एक विस्फोटक डिवाईस बनवाकर उसका विस्फोट करते हुए की वीडियो बनाई और उस वीडियो को एक मेमोरी चिप कार्ड में डालकर मेमोरी चिप कार्ड को उस धमकी भरे पत्र के साथ चिपका दिया, फिर इनका एक अन्य साथी उस पत्र व मेमोरी चिप कार्ड को शिकायतकर्ता/पीड़िता की दुकान के अन्दर डालकर आ गया। इसके बाद इन्होनें पीड़ित/शिकायतकर्ता को फोन करने के लिए अपने अन्य साथी से एक फर्जी सिम कार्ड खरीदा और शिकायतकर्ता/पीड़ित को 20 लाख रुपयों का गोल्ड लेकर आने के लिए जगह बताई। उपरोक्त मुकदमा में पीड़ित/शिकायतकर्ता जब इनके (आरोपितों ) द्वारा बताए गए स्थान पर रुपए रख दिए तो उपरोक्त आरोपित हजारी प्रसाद (आरोपित राजेन्द्र का भतीजा) आरोपित राजेन्द्र प्रसाद के कहे अनुसार वहां से रुपयों से भरे बैग को लेकर चला गया।
मुकदमा अनुसंधान अधीन है।
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