अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: साइबर ठगी मामले में संलिप्त निजी बैंक के मैनेजर सहित 3 बैंक कर्मी को आज साइबर अपराध, पूर्व गुरुग्राम की टीम ने गिरफ्तार किया हैं। पुलिस ने दिनांक 12 अप्रैल 2023 को थाना साइबर अपराध ,पूर्व गुरुग्राम में दर्ज एक मुकदमे में गिरफ्तार किया हैं। पुलिस ने बैंक कर्मियों को अदालत के सम्मुख पेश कर अगले चार दिनों के पुलिस रिमांड पर लिया हैं, ताकि आरोपित और कितने लोगों के साथ ठगी कर चुका का हैं, का पता चल सकें।
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 12 अप्रैल 2023 को थाना साइबर अपराध पूर्व, गुरुग्राम में एक व्यक्ति ने एक लिखित शिकायत के माध्यम से बताया कि दिनांक 10 अप्रैल 2023 को उसको किसी अनजान शख्स ने फ़ेडेक्स पार्सल (Fedex Parcel) के नाम से कॉल करके मुंबई पुलिस के किसी अधिकारी का नाम लेकर उस अधिकारी से बात करवाई जिसने उसे बताया कि उसका पार्सल गैर- कानूनी गतिविधि से संबंधित है तथा केस से उसका नाम हटाने के नाम पर उससे कुल 9,21,500 रुपए की ठगी कर लेने के संबंध में दी गई। प्राप्त शिकायत पर थाना साईबर अपराध पूर्व, गुरुग्राम में संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। उनका कहना है कि सहायक पुलिस आयुक्त, साइबर प्रियांशु दीवान के दिशा -निर्देश पर थाना साइबर अपराध के प्रबंधक व निरीक्षक जसवीर की टीम ने कार्रवाई करते हुए उपरोक्त केस में 3 आरोपितो को दिनांक 2 मार्च 2024 को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपितों के मोहम्मद मुकीम,निवासी गाँव राजवी मेडिकल बजारिया, दोरा टांडा (बिहार) हाल निवासी ओखला विहार, दिल्ली ,अनकेश, निवासी गांव शाम हो टोटहा जिला बेगूसराय (बिहार)व रोशन कुमार , निवासी गांव केशोपुर जिला मुजफ्फरपुर (बिहार) हाल निवासी ब्लॉक-F, आया नगर, दिल्ली हैं।
उनका कहना हैं कि आरोपितों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि उपरोक्त आरोपित बैंक में विभिन्न पदों पर कार्यरत हैं। आरोपितों ने धोखाधड़ी से फर्जी दस्तावेज तैयार करके बैंक में खाते खोले थे तथा बैंक में खाता खोलने के नाम पर इन्होंने 2 लाख रुपए प्राप्त किए थे और प्राप्त राशि को इन्होंने आपस में बांट लिया था। धोखाधड़ी से ठगी गई राशि में से 1 लाख 52 हजार रुपए की राशि आरोपितों द्वारा उपलब्ध कराए गए बैंक खाता में ट्रांसफर की गई थी। आगामी पूछताछ के लिए आरोपितो को न्यायालय में पेश करके अगले 4 दिनों के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस रिमांड के दौरान आरोपित से अन्य वारदातों व अन्य साथी आरोपितों के बारे में गहनता से पूछताछ करते हुए आगामी कार्रवाई की जाएगी। मुकदमा का अनुसंधान जारी है।