अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : फर्जी कागजातों से दोपहिया वाहन फाइनेंस कराकर बेचने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार करने का क्राइम ब्रांच ऊंचा गांव पुलिस ने दावा किया है। आरोपितों की पहचान गांव सहराला पलवल निवासी लक्ष्मण, बल्लभगढ़ निवासी देवेंद्र कुमार और जवाहर कॉलोनी फरीदाबाद निवासी भूषण वोहरा के रूप में हुई है। तीनों साल 2017 से इस गोरखधंधे में शामिल थे। अब तक करीब 12 दोपहिया वाहन फाइनेंस कराकर बेच चुके हैं। चूंकि वाहन फर्जी कागजातों से फाइनेंस होते थे, ऐसे में बैंक आरोपितों तक नहीं पहुंच पाते थे। क्राइम ब्रांच ने मुखबिर की सूचना के आधार पर इन बदमाशों को दबोचा। इनसे 12 वाहन भी जब्त किए गए हैं।
लोगों को लालच देकर लेते थे कागजात ऊंचा गांव प्रभारी जगमिदर ने बताया कि आरोपित लोगों को लोन या नौकरी का लालच देकर उनके कागजात हासिल कर लेते थे। फोटो शॉप की मदद से उनके कागजों में पते, फोटो, नाम आदि में हेराफेरी करने के बाद उन कागजों से पैन कार्ड बनवाते, फिर बैंक में खाता खुलवाते और बैंक से दोपहिया वाहन फाइनेंस करा लेते थे। इन वाहनों को ये जानकारों को आधी कीमत में बेच देते। नया वाहन कम कीमत पर मिलने से लोग भी खुशी-खुशी खरीद लेते थे। आरोपितों में से भूषण ने कुछ समय आधार कार्ड बनाने का काम किया था।
उसके पास उंगलियों के निशान लेने के लिए प्रयोग होने वाली बायोमीट्रिक मशीन भी है। आधार कार्ड अथॉरिटी में उसका यूजरनेम भी था। शुरू में आरोपित इस मशीन से लोगों के उंगलियों के निशान लेकर आधार कार्ड में पता बदल लेते थे। साल 2019 में आधार कार्ड अथॉरिटी ने भूषण का यूजरनेम बंद कर दिया। इसके बाद वे फोटोशॉप की मदद से फर्जी कागजात तैयार करने लगे थे। आरोपितों से चार बुलेट मोटरसाइकिल, पांच स्कूटी, एक स्पलेंडर, एक केटीएम मोटरसाइकिल बरामद हुई हैं। इसके अलावा एक बायोमीट्रिक मशीन, लैपटॉप, सात फर्जी पहचान पत्र भी बरामद हुए हैं।