अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: तिगांव विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली निखिल विहार कालोनी, बसंतपुर के लोग इन दिनों हो रही बरसात से खासे परेशान है। बरसात के चलते जहां उनके घरों में दो-दो फुट पानी भर गया है, जलनिकासी की समुचित व्यवस्था न होने के चलते वह घर के बाहर गुजर-बसर करने को मजबूर हो रहे है। हैरानी की बात तो यह है कि इतनी बदहाल स्थिति होने के बावजूद किसी भी प्रशासनिक अधिकारी ने उनकी सुध नहीं ली है। कालोनीवासियों की इस समस्या का पता लगने पर रविवार को कांग्रेसी विधायक ललित नागर स्वयं कालोनी में पहुंचे और वहां व्याप्त अव्यवस्था का जायजा लेते हुए लोगों का दुखड़ा सुना। लोगों ने विधायक ललित नागर को मांगपत्र सौंपते हुए बताया कि पिछले दो-तीन दिनों से जारी बरसात के चलते गली में खडंजा व समुचित जलनिकासी न होने के कारण उनके घरों में दो-दो फुट पानी भर गया है, जिसके चलते उनका जन-जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है।
प्रशासन ने पिछले दिनों पल्ला-तिलपत पर एक नाले का निर्माण किया था परंतु उसका कार्य अधूरा छोड़ जाने के कारण उनकी कालोनी में जलभराव हो जाता है, अगर यह नाला बन जाता तो पानी की निकासी आसानी से हो सकती थी। वहीं लोगों ने बताया कि कालोनी में पीने के पानी की भी गंभीर समस्या है और लोगों को पीने का पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है वहीं यहां अधिकांश सडक़ें टूटी पड़ी है, जिसके चलते मामूली बरसात में यहां गड्ढों में पानी भर जाता है और हादसे होने का डर लगा रहता है। उन्होंने बताया कि यहां ईकोग्रीन कंपनी के कर्मचारी कूड़ा तो उठाते नहीं है, लेकिन हर महीने उनसे जबरन 50 रुपये प्रति घर दादागिरी टैक्स के रुप में वसूलते है और जब कोई उन्हें पैसे देने से मना करता है वह लड़ाई झगड़े पर उतारु हो जाते है। वहीं लोगों ने बताया कि तीन कालोनियां का एक ही ट्रांसफार्मर से बिजली दी जाती है, जिसके चलते यहां लो वोल्टेज रहती है, जिसकी शिकायत कई बार बिजली अधिकारियों को की गई है परंतु कोई समाधान नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि बिजली की शिकायत करने व बिल जमा करने उन्हें पांच किलोमीटर दूर पल्ला-तिलपत दफ्तर जाना पड़ता है इसलिए उनका बिजली केंद्र अगवानपुर या ईस्माइलपुर में बनाया जाए। लोगों की समस्याएं सुनने के बाद विधायक ललित नागर ने उन्हें विश्वास दिलाया कि उनकी सभी समस्याओं को लेकर संबंधित अधिकारियों को निर्देश देकर उनका हल कराने का भरसक प्रयास करेंगे।
लोगों को संबोधित करते हुए विधायक ललित नागर ने कहा कि भाजपा सरकार के पांच साल के शासनकाल में केवल कागजों में विकास हुआ है और तिगांव क्षेत्र इसका जीता जागता उदाहरण है कि इस क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली कालोनियों में रहने वाले लाखों लोग आज विकास कार्य न होने के चलते नारकीय जीवन जीने को मजबूर हो रहे है। उन्होंने कहा कि पिछले पांच सालों में भाजपा सरकार द्वारा तिगांव क्षेत्र के विकास में बरते जा रहे भेदभाव को लेकर उन्होंने सडक़ से लेकर विधानसभा तक पुरजोर तरीके से आवाज उठाई, लेकिन सरकार ने जनभावनाओं को दरकिनार करते हुए इस क्षेत्र के विकास पर कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होंने लोगों का आश्वस्त किया कि 2 अगस्त से शुरु हो रहे विधानसभा के मानसून सत्र के पटल पर वह मुख्यमंत्री से पूछेंगे कि क्या तिगांव क्षेत्र हरियाणा प्रदेश का हिस्सा नहीं है? इसी के साथ-साथ वह 19 गांवों के किसानों की जमीन के मुआवजे का मुद्दा, शहर में बिगड़ती कानून व्यवस्था व क्षेत्र के साथ हो रहे विकास कार्याे में भेदभाव को लेकर भी सरकार को घेरने का काम करेंगे। इस मौके पर रणधीर प्रधान, हरीशंकर यादव, बीके सिंह, अर्जुन चौधरी, बीर सिंह, राम नरेश शर्मा, रंजीत सिंह, रमेश तिवारी, वकील चौहान, पीबी करदम, नेत्रपाल, सुखराज अवाना, बद्री यादव, बाबू लाल यादव, आरके मलिक, सुरेश कुमार, अजीत कुमार सहित अनेकों कालोनीवासी मौजूद थे।