अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़:कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के लिए हरियाणा की बिजली वितरण कंपनियों ने बिजली उपभोक्ताओं से आग्रह किया है कि अपनी शिकायतों के लिए बिजली निगम के कार्यालयों में जाने से परहेज करें। बिजली आपूर्ति बाधित होने पर बिजली उपभोक्ता अपनी शिकायत के लिए हैल्पलाइन नंबर 1912 अथवा ईमेल 1912@uhbvn.org.in या 1912@dhbvn.org.in का इस्तेमाल करके अपनी शिकायत दर्ज कराएं। लैंडलाइन अथवा मोबाइल फोन से केवल चार अंक का यह नंबर 1912 डायल करके आप हैल्पलाइन पर बात कर सकते है। यहां शिकायत मिलते ही तुरन्त उसकी शिकायत का निवारण किया जाता है। उल्लेखनीय है कि विश्वव्यापी कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के लिए ऑनलाइन सुविधाओं का लाभ उठाकर हम अपने कार्य कर सकते हैं। साथ ही बिजली बिलों की अदायगी भी ऑनलाइन माध्यमों से करें।
बिजली बिलों की अदायगी निगमों की वैबसाईट, पेटीएम, गुगल पे, फ़ोन पे अथवा अन्य ऑन लाइन माध्यमों से चुटकियों में की जा सकती है। बिजली उपभोक्ताओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए हैल्पलाइन नंबर 1912 के साथ साथ ईमेल को और अधिक कारगर बनाया हुआ है,इसलिए इस सुविधा का अधिक से अधिक इस्तेमाल करें। बिजली बिल व अन्य शिकायतों को दर्ज करवाने के लिए निगमों की वेबसाइट का भी उपयोग किया जा सकता है। उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम (यूएचबीवीएन) और दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीएन) ने बिजली उपभोक्ताओं से पुन: आग्रह करते हुए कहा है कि विभिन्न सेवाएं जैसे कि लोड बढ़वाने, नया कनेक्शन लेने, सोलर प्लांट लगाने व अन्य सभी कार्यों के लिए यूएचबीवीएन और डीएचबीवीएन की वेबसाइट www.uhbvn.org.in और www.dhbvn.org.in पर अपना आवदेन ऑनलाइन करें।
बिजली वितरण निगमों के सीएमडी शत्रुजीत कपूर ने इस संदर्भ में कहा है कि बिजली बिलों के रूप में प्रतिमाह मिलने वाला 60 प्रतिशत से अधिक राजस्व ऑनलाइन माध्यमों से ही मिलता है। इसलिए बिजली बिलों की अदायगी ऑनलाइन माध्यमों से करें तथा शिकायतों के निवारण के लिए हैल्पलाइन नंबर 1912 का इस्तेमाल करें। उन्होंने कहा कि पहले भी बिजली उपभोक्ता इस हैल्पलाइन का इस्तेमाल कर रहे हैं, इसलिए इस समय इन माध्यमों का और अधिक इस्तेमाल करें ताकि निगम के कार्यालयों में जाने से बचा जा सके। साथ ही उन्होंने अपने व आसपास के सभी लोगों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन करने की भी सलाह दी, ताकि इस महामारी को खत्म किया जा सके।क्रमांक-2020