अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, लोधी कालोनी, नई दिल्ली रेंज के सहायक आयुक्त पुलिस ललित मोहन नेगी व हृदय भूषण की देखरेख में बनी टीम जिसका नेतृत्व इंस्पेक्टर प्रमोद चौहान कर रहे थे, ने दिल्ली पुलिस के ईनामी बदमाश जितेन्द्र, उम्र – 34 साल निवासी कैम्प नम्बर-4, ज्वाला पुरी, नांगलोई, पश्चिम विहार, दिल्ली व उसके साथी जय किशन वर्मा, उम्र – 25 साल, निवासी ज्वालापुरी कैंप, दिल्ली को गिरफ्तार किया। जितेन्द्र को खटीक मौहल्ला, ट्रासपोर्ट नगर, जयपुर, राजस्थान से व उसके साथी जय किशन वर्मा को निहाल विहार, दिल्ली से गत 20 जुलाई 2021 को गिरफ्तार किया। जितेन्द्र व जय किशन वर्मा मुकदमा न.06, बीते 05 जनवरी -2021, भारतीय दण्ड संहिता की धारा 186/353/307/34 व धारा 184 मोटर वाहन अधिनियम थाना मालवीय नगर, दिल्ली व मुकदमा न.864/2020 बीते 11.12.2020, धारा 307/34 भारतीय दण्ड संहिता व धारा 25/27 शस्त्र अधिनियम, थाना पश्चिम विहार, दिल्ली से वांछित थे। जितेन्द्र की गिरफ्तारी पर दिल्ली पुलिस द्वारा 50,000/- रुपये का ईनाम धोषित था।
घटना व आपरेशन :-
मई 2021 में, स्पेशल सेल, नई दिल्ली रेंज की एक टीम को सूचना मिली कि जितेंद्र जो हत्या के प्रयास के दो मुकदमों में वांछित है तथा दिसंम्बर- 2020 से अपनी गिरफ्तारी से बचता फिर रहा है अपने दादा के मकान दौसा, राजस्थान के आस – पास छुपा हुआ है। कई दिनों के भरसक प्रयास के बाद उसकी पत्नी के दौसा, राजस्थान के किराए के मकान का पता चला। दौसा, राजस्थान में छापा मारा गया लेकिन वह पुलिस के डर व दबाव से मकान खाली करके जा चुका था। काफी प्रयास के बाद पुलिस टीम को सूचना प्राप्त हुई कि वह जयपुर, राजस्थान में रह रहा है। लगातार प्रयास से मालूम चला की जितेंद्र खटीक मौहल्ला, ट्रांसपोर्ट नगर, जयपुर, राजस्थान में रह रहा है। टीम ने खटीक मौहल्ला, ट्रांसपोर्ट नगर, जयपुर, राजस्थान में जमीनी तौर पर तलाश की। गुप्त सूचना मिली की जितेन्द्र ट्रासपोर्ट नगर फ्लाईओवर के पास अपने घर का सामान लेने जाता है। इस सूचना पर विशेष प्रकोष्ट शाखा की टीम ने ट्रासपोर्ट नगर फ्लाईओवर के आस – पास जाल बिछाया। गत 20 जुलाई 2021 को समय करीब 03.00 बजे दिन जितेन्द्र ट्रासपोर्ट नगर फ्लाईओवर के पास अपने घर का सामान लेने आया तो उसको वहां से गिरफ्तार किया। इसके बाद मुल्जिम जितेन्द्र की निशानदेही पर उसके साथी जय किशन वर्मा, उम्र – 25 साल, निवासी ए-570, ज्वालापुरी कैंप, दिल्ली जो उपरोक्त दोनों मुकदमों में वांछित है को निहाल विहार, दिल्ली से गिरफ्तार किया।
आरोपी का आपराधिक रिकार्ड:-
जितेंद्र थाना पश्चिम विहार, दिल्ली का हिस्ट्री शीटर (बी. सी.) है। जितेंद्र ने साल 2011 में गलत संगत में पडकर आपराधिक दुनिया में कदम रखा था। वह पहली बार साल 2011 में थाना सुल्तान पुरी, दिल्ली से देशी पिस्टल के साथ गिरफ्तार हुआ था। उसके बाद वह छीना झपटी, लूटपाट व चोरी के केसों में लिप्त रहा। अब तक वह 35 से अधिक आपराधिक मामलों जिनमें हत्या का प्रयास, छीना झपटी (स्नेचिंग), लूटपाट, लडाई – झगडा व शस्त्र अधिनिय आदि शामिल में लिप्त था। फिलहाल जितेंद्र फिरौती, सट्टा चलाना, अवैध शराब व नशीले पदार्थों की सप्लाई, केबल सप्लाई आदि गैर कानूनी कार्यों को इलाके में बदमाशी के बल पर चला रहा था। दिनांक 11.12.2020 को जितेन्द्र ने अपने साथियों जय किशन वर्मा, भीम, विनोद व अन्य के साथ मिलकर गौतम व अर्जुन जो कि ज्वालापुरी, पश्चिम विहार दिल्ली का रहने वाले है पर अपनी जाती दुश्मनी के कारण फायर किया। जब अर्जुन के दोस्त ने अर्जुन को बचाने की कोशिश की तो जितेन्द्र के साथी ने उस पर चाकू से हमला किया। इस घटना के लिए थाना पश्चिम विहार ,दिल्ली में मुकदमा संख्या 864/2020, दिनांक 11.12.2020, धारा 307/34 भारतीय दण्ड संहिता व धारा 25/27 शस्त्र अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था तभी से वह अपने साथियों के साथ फरार चल रहा था।इसके बाद बीते 5 जनवरी -.2021 को मुल्जिम जितेन्द्र अपने करीबी साथियों जय किशन वर्मा व तीन अन्य जिनमें एक उसकी महिला मित्र भी शामिल थी के साथ कार्नर मार्किट, मालवीय नगर, दिल्ली के पास लापरवाही से अपनी स्विफ्ट कार चला रहा था। जब थाना मालवीय नगर के हवलदार रमेश जो डयूटी पर मौजूद था ने गाडी को रूकने का इशारा किया तो जितेन्द्र ने अपनी गाडी से हवलदार रमेश को टक्कर मार दी और वहां से भागने की कोशिश की। इस घटना में हवलदार रमेश की उंगली गाडी के बोनट में फंस गई और वह उसे करीब एक किलोमीटर तक गाडी से घसीटकर ले गया। उसके बाद हवलदार रमेश को गाडी के बोनट से फेंककर मुल्जिम जितेन्द्र अपने साथियों के साथ वहां से भाग गया। इस घटना में हवलदार रमेश को चोटें आई। हवलदार रमेश के ब्यान पर मुकदमा न.06/2021 दिनांक 05.01.2021 धारा 186/353/307/ 34 भारतीय दण्ड संहिता व धारा 184 मोटर वाहन अधिनियम के तहत मुकदमा थाना मालवीय नगर में दर्ज किया गया।