अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: डीटीपी इंफोर्स्मेंट एंव विजिलेंस की टीम ने आज ग्रीन फिल्ड कालोनी में बिल्डरों के द्वारा बनाए अवैध निर्माणों पर जमकर बुल्डोजरचलाया । इस कार्रवाई के दौरान तोड़फोड़ दस्ते ने वैध निर्माणों में बने हुए 9 अवैध निर्माणों को तोड़ दिया। इस तोड़फोड़ की कार्रवाई के दौरान सूरजकुंड थाना अध्यक्ष अर्जुन सिंह के नेतृत्व में भारी पुलिस बल मौजूद थी। डीटीपी इंफोर्स्मेंट नरेश कुमार की लोगों से अपील हैं कि इस कालोनी में कोई भी फ्लैट व दुकानें खरीदने से पहले उनके कार्यालय से संपर्क करें अन्यथा जीवन भर की कमाई यूँ ही आप की लूट जाएगी।
डीटीपी इंफोर्स्मेंट नरेश कुमार ने आज जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें पिछले कई दिनों से लगातार शिकायतें मिल रही थी कि कई बिल्डरों ने बनाए गए नक़्शे से अधिक निर्माण किए हुए हैं। जिसका प्लाट नंबर-1003, 1345, 2558, 2064 , 999,998 आदि नंबर हैं। उनका कहना हैं कि इन सभी निर्माणों को अपने कनिष्ठ अभियंता प्रदीप राणा व अजरुद्दीन से जांच करवाई तो यह सभी शिकायतें सौ प्रतिशत सही पाई गई। इसके बाद कार्रवाई के लिए आज का दिन तय किया हुआ था। उनका कहना हैं कि उनके नेतृत्व में तोड़फोड़ की टीम ग्रीन फिल्ड कालोनी में आज दोपहर के समय में पहुंच गई। और उपरोक्त प्लाट नंबरों पर जमकर कर तोड़फोड़ की कार्रवाई की गई। इनमें से कई ऐसे अवैध निर्माण हैं जिसमें इससे पहले भी तोड़फोड़ की कार्रवाई की गई हैं। आज तोड़े गए निर्माण में से एक चूहा फ्लैट हैं और दूसरा रिहायशी निर्माण में बने अवैध दुकान को सील किया गया हैं।
इसके अतिरिक्त नक़्शे से अधिक बनाए वैध निर्माणों में बने अवैध निर्माणों को एक अर्थमूभर मशीन की सहायता से तोड़ दिया गया। उनका कहना हैं कि ग्रीन फिल्ड कालोनी के गेट नंबर -8 के पास अवैध रूप से बने आधा अधूरा पड़े चारों दुकानों को तोड़ने के लिए गए थे पर निर्माण कर्ता बिल्डर ने उनसे काफी विनती करने लगा की इस दुकान को वह स्वंय तोड़ लेंगें। उनका कहना हैं कि इस बिल्डर के काफी विनती करने के बाद उसे स्वंय तोड़ने का पूरा मौका दे दिया हूँ। अगर उसने अपना वायदा नहीं निभाया तो वह उस दुकानों को अवश्य वह तोड़ देंगें। जरुरत पड़ने पर उस बिल्डर के खिलाफ एफआईआर दर्ज भी करवा देंगें। इस संबंध में बिल्डर प्रवीण गुप्ता से बातचीत करने के लिए उनके फोन पर संपर्क किया गया पर उन्होनें अपना फोन नहीं उठाया। इस लिए उनका पक्ष सामने नहीं आ पाया हैं।