अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: हरियाणा पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने प्रदेशवासियों से अपील करते हुए कहा कि वे 21 अक्टूबर को अपने-अपने मतदान केंद्रों पर पहुंचकर लोकतंत्र के पर्व में उत्साहपूर्वक भाग लें और बिना किसी भय के मताधिकार का प्रयोग करें। हरियाणा पुलिस के मुखिया के तौर पर मैं प्रदेशवासियों को आश्वस्त करता हूं कि हरियाणा पुलिस ने प्रदेश में विधानसभा चुनाव कोे स्वतंत्र, निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और घटना-रहित तरीके से संपन्न करवाने के लिए सुरक्षा के कडे़ बंदोबस्त किये हैं।
सभी 90 सीटों के लिए की गई सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी देते हुए डीजीपी ने कहा कि सुरक्षाकर्मी किसी भी तरह की परिस्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। अगर प्रदेश में कही से किसी भी प्रकार की मतदान को बाधित करने की जानकारी मिलती है तो पुलिस 10 मिनट के भीतर घटनास्थल पर पहुंच जाएगी। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा आवंटित केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों को संवेदनशील और अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों पर तैनात किया गया है। डीजीपी ने चेतावनी देते हुए कहा कि कानून को हाथ में लेकर मतदान प्रक्रिया को बाधित करने की कोशिश करने वाले तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही सीनियर पुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में पुलिसबल राज्य भर में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहेगा।
चप्पे-चप्पे पर पुलिस का कड़ा पहरा
उन्होंने कहा कि सभी रेंज एडीजीपी/आईजीपी, पुलिस आयुक्त और जिला पुलिस अधीक्षक मतदान के दिन सुबह 6 बजे से गश्त शुरू करेंगे और अपने संबंधित एरिया में शाम को मतदान पूरा होने तक फील्ड में डटे रहेंगे। असामाजिक तत्वों और शराब आदि की सीमा पार आवाजाही को रोकने के लिए अंतर-राज्यीय सीमाओं को पूरी तरह से सील कर दिया गया है, क्योंकि इनका इस्तेमाल मतदान के दिन बूथ कैप्चरिंग और हिंसा के लिए किया जा सकता है।
शराब ठेकों पर पैनी नजर
चुनाव ड्यूटी में लगे आबकारी विभाग व अन्य सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे शराब ठेकों की विशेष जांच करना सुनिश्चित करें, क्योंकि बंद होने के बावजूद भी संचालक कई बार पीछे की खिड़कियों से आपूर्ति को जारी रख सकते हैं। उन्होंने चुनाव में तैनात पुलिस व अन्य सुरक्षाकर्मियों को ईमानदारी और समर्पणभाव के साथ डयूटी देने का आग्रह करते हुए कहा कि वे मतदान के दिन किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को अंजाम देने की कोशिश करने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्ती से कानूनी कार्रवाही करें। उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव में लगभग 1 करोड 82 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने वाले हैं।